GSP के तहत भारत का दर्जा बहाल करने पर विचार कर रहा US
GSP के तहत भारत का दर्जा बहाल करने पर अमेरिका विचार कर रहा है और इसके लिए दोनों देशों के बीच बातचीत जारी है।
वाशिंगटन, प्रेट्र। अपने व्यापार वरीयता कार्यक्रम 'जनरलाइज्ड तरजीही कार्यक्रम (Generalized System of Preferences, GSP )' के तहत भारत का दर्जा बहाल करने पर अमेरिका विचार कर रहा है। यह जानकारी ट्रंप प्रशासन के एक शीर्ष अधिकारी ने गुरुवार को दी और बताया कि नई दिल्ली से इसके लिए प्रस्ताव भेजा गया है। फिलहाल इसके लिए अमेरिका-भारत की बातचीत हो रही है। अमेरिकी ट्रेड रिप्रेजेंटेटीव रॉबर्ट लाइथीजर ( Robert Lighthizer) ने सीनेट फाइनेंस कमिटी के सदस्यों से बताया, 'हम भारत से बात चीत कर रहे हैं, हमने उनका GSP दर्जा ले लिया था और यह उनसे मिलने वाले प्रस्ताव पर निर्भर करता है तभी हम इसे बहाल कर सकते हैं।'
अमेरिका द्वारा भारत को मिला जीएसपी का दर्जा खत्म करने का फैसला इसी माह की शुरुआत में लागू हुआ। इससे नई दिल्ली द्वारा अमेरिका को निर्यात अब महंगा हो जाएगा। GSP के तहत अमेरिका में भारत के सामानों को शुल्क में छूट मिलती थी जो अब खत्म हो गया। इसके अलावा अमेरिका में भारत को जीएसपी के तहत मिलने वाली छूट समाप्त करने से इंजिनियरिंग क्षेत्र पर सबसे अधिक असर पड़ेगा।
जानें क्या है GSP
'जनरलाइज्ड सिस्टम ऑफ प्रेफरेंसेज, GSP अमेरिका द्वारा अन्य देशों को व्यापार में दी जाने वाली प्राथमिकता की पुरानी प्रणाली है जो काफी व्यापक है। तरजीह की सबसे पुरानी और बड़ी प्रणाली है। 1976 में विकासशील देशों की आर्थिक वृद्धि बढ़ाने के लिए इस प्रणाली को शुरू किया गया था। इसके तहत दर्जा प्राप्त देशों को हजारों सामान बिना किसी शुल्क के अमेरिका को निर्यात करने की छूट है। 2017 से भारत को इस दर्जा के तहत छूट मिलना शुरू हुआ। अभी तक लगभग 129 देशों को करीब 4,800 सामानों के लिए इस प्रणाली से लाभ हुआ है।
यूएस ट्रेड रेप्रिजेंटटिव ऑफिस के अनुसार, GSP का उद्देश्य विकासशील देशों को अपने निर्यात को बढ़ाने में मदद करना है ताकि उनकी अर्थव्यवस्था बढ़ सके और गरीबी घटाने में मदद मिल सके।
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