'भारत से रिश्ते सुधारने ही होंगे, वरना...', अमेरिकी सांसदों ने ट्रंप को लिखी चिट्ठी
अमेरिकी सांसदों के एक समूह ने राष्ट्रपति ट्रंप को पत्र लिखकर भारत के साथ व्यापारिक संबंधों को सुधारने का आग्रह किया है। उन्होंने भारत पर लगाए गए उच्च टैरिफ पर चिंता व्यक्त की और इसे दोनों देशों के लिए हानिकारक बताया। सांसदों ने भारत को एक महत्वपूर्ण व्यापारिक भागीदार बताते हुए टैरिफ कम करने की अपील की है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप। (फाइल फोटो)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने हाल के दिनों में भारत पर सबसे अधिक टैरिफ लगाया। ट्रंप के इस फैसले के भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक रिश्तों में तनाव आ गया है। इस बीच अमेरिकी कांग्रेस के 19 सांसदों के समूह ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप को चिट्ठी लिखी है।
दरअसल, इस चिट्ठी के माध्यम से प्रतीकात्मक रूप से इन सांसदों ने व्हाइट हाउस को कड़ा संदेश देने की कोशिश की गई है। जानकारी के अनुसार, सांसद डेबोरा रॉस और को खन्ना की अगुवाई में यह पत्र लिखा गया है।
चिट्ठी में सांसदों ने क्या लिखा?
गौरतलब है कि इन सांसदों ने राष्ट्रपति ट्रंप ने अनुरोध किया है कि भारत के साथ अमेरिका के रिश्तों को सुधारने की कोशिश की जानी चाहिए। इसके साथ दोनों देशों के बीच चल रहे तनाव को कम करने पर जोर दिया जाना चाहिए। इन सांसदों ने सुझाया कि भारत पर लगाए गए इस टैरिफ को कम कर दिया जाना चाहिए।
बताया जा रहा है कि ये पत्र सांसदों ने आठ अक्तूबर को लिखा था। इसमें कहा गया कि भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने से दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत के साथ अमेरिका के संबंध खराब हुए हैं। पत्र में कहा गया कि दोनों देशों पर इस कारण नकारात्मक असर पड़ा है।
अमेरिकी सांसदों ने भारत को ट्रेडिंग पार्टनर दिया करार
अमेरिकी सांसदों ने भारत को ट्रेडिंग करार देते हुए कहा अमेरिकी मैन्युफैक्चरिंग सेमीकंडक्टर से लेकर स्वास्थ्य सेवाओं और ऊर्जा तक विभिन्न क्षेत्रों में प्रमुख सामग्रियों पर भारत पर निर्भर है। इस सांसदों ने आगाह किया है कि लगातार टैरिफ बढ़ाने से भारत और अमेरिका के इन संबंधों पर असर पड़ता है, इससे अमेरिकी परिवारों के खर्चों पर असर पड़ रहा है और वैश्विक स्तर पर भी अमेरिकी कंपनियों की प्रतिस्पर्धा भी बाधित हो रही है।
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