बांग्लादेश में हिंदू युवक की हत्या पर अमेरिकी सांसदों ने जताई कड़ी नाराजगी, बोले- ये भीड़ हिंसा का चौंकाने वाला ट्रेंड
बांग्लादेश में एक हिंदू युवक की हत्या पर अमेरिकी सांसदों ने कड़ी नाराजगी जताई है। उन्होंने इस घटना की निष्पक्ष जांच की मांग की है। सांसदों ने बांग्लाद ...और पढ़ें

दीपू चंद्र दास की हत्या। (सोशल मीडिया)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बांग्लादेश में हाल की हत्याओं, मीडिया संस्थानों पर हमलों और हिंदू और अन्य अल्पसंख्यक समुदायों के खिलाफ बढ़ते हमलों की कड़ी निंदा करते हुए, दो प्रभावशाली अमेरिकी सांसदों ने सोमवार को देश में बढ़ती हिंसा और अशांति पर गहरी चिंता जताई।
भारतीय मूल के अमेरिकी सांसद राजा कृष्णामूर्ति और सुहास सुब्रमण्यम ने अलग-अलग बयानों में चेताया कि हालिया राजनीतिक घटनाक्रमों के मद्देनजर हिंसा की घटनाओं से खतरनाक अस्थिरता के संकेत मिल रहे हैं। उन्होंने मांग की कि अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के कदम उठाए जाएं, हत्याओं की पारदर्शी जांच की जाए और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को न होने दिया जाए।
दीपू चंद्र दास की हत्या की निंदा की
कृष्णामूर्ति ने हिंदू युवक दीपू चंद्र दास की लक्षित भीड़ हत्या की सख्त निंदा करते हुए कहा इससे बांग्लादेश में अशांति का माहौल बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि हालांकि अधिकारियों ने कुछ गिरफ्तारियां की हैं, लेकिन बांग्लादेश सरकार को इस मामले में आक्रामक तरीके से पूरी पारदर्शिता बरतते हुए जांच करनी चाहिए और जिम्मेदारों को कड़ी से कड़ी सजा दिलानी चाहिए। वहीं सुब्रमण्यम ने अपने बयान में कहा कि दीपू दास की हत्या बांग्लादेश में बढ़ती भीड़ हिंसा का चौंकाने वाला ट्रेंड है।
उन्होंने कहा कि फैक्ट्री में काम करनेवाले दीपू दास की हत्या से मैं बेहद व्यथित हूं। ये घटना पूरी तरह से अस्वीकार्य और पीड़ादायक है और इसकी गहन जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में हिंदू और अन्य अल्पसंख्यक समुदायों पर हमले की घटनाएं बढ़ी हैं, घरों और मंदिरों में तोड़फोड़ चिंताजनक है।
(समाचार एजेंसी आइएएनएस के इनपुट के साथ)

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