अमेरिका, इजरायल और कतर की 'सीक्रेट मीटिंग' में क्या हुआ? ट्रंप के नए प्लान से लौटेगी गाजा में शांति
गाजा में शांति स्थापित करने के लिए अमेरिका, इजरायल और कतर के अधिकारियों ने गुप्त बैठक की, जिसमें डोनाल्ड ट्रंप के नए शांति प्लान पर चर्चा हुई। इस प्ला ...और पढ़ें

अमेरिका, इजरायल और कतर की 'सीक्रेट मीटिंग' में क्या हुआ?
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिका, इजराइल और कतर ने रविवार (7 दिसंबर) को न्यूयॉर्क में एक सीक्रेट मीटिंग की। अमेरिकी न्यूज आउटलेट एक्सियोस में सूत्रों के हवाले से ये खबर छपी। ये त्रिपक्षीय बैठक इसलिए भी खास मानी जा रही है क्योंकि हाल ही में इजरायल ने हमास के प्रमुख नेताओं को निशाना बनाते हुए कतर की राजधानी दोहा पर हवाई हमला किया था।
एक्सियोस के हवाले से दो सूत्रों के मुताबिक, यह बातचीत दोहा में इजराइली एयरस्ट्राइक के कुछ महीने बाद हुई। रिपोर्ट बताती है कि यह 'गाजा में युद्ध खत्म करने की डील के बाद तीनों देशों के बीच सबसे हाई लेवल की मीटिंग थी, जिसमें कतर ने एक अहम भूमिका निभाई।'
गाजा शांति के लिए तीनों देशों की सीक्रेट मीटिंग
हालांकि, व्हाइट हाउस ने अभी तक मीटिंग की पुष्टि नहीं की है। एक्सियोस की खबर के अनुसार US के दूत स्टीव विटकॉफ ने मीटिंग को होस्ट किया था, जिसमें इजराइल की तरफ से मोसाद चीफ डेविड बार्निया और एक एक सीनियर कतर के अधिकारी भी मौजूद थे।
कतर ने मिस्र और अमेरिका के साथ मिलकर इजराइल और हमास के बीच सीजफायर पर बातचीत करने में मदद की। यह सीजफायर पर दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर इसकी शर्तों को तोड़ने का आरोप लगाया।
मीटिंग के एजेंडे में क्या था?
रिपोर्ट के अनुसार, मीटिंग मुख्य रूप से इस बात पर फोकस थी कि बढ़ते तनावों के बावजूद गाजा शांति समझौते को कैसे लागू रखा जाए।
9 सितंबर को क़तर की राजधानी दोहा में हुए हमले में छह लोग मारे गए थे। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप समेत कई बड़े नेताओं ने इसकी कड़ी आलोचना की थी।
इस हमले के बाद, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ट्रंप के कहने पर, हमले के लिए माफी मांगने के लिए अल थानी को फोन किया था।
इजरायली सेना को पूरी तरह वापस बुलाने की अपील
शनिवार (6 दिसंबर) को, कतर और मिस्र ने गाजा से इजरायली सैनिकों को पूरी तरह वापस बुलाने और समझौते को लागू करने के लिए एक इंटरनेशनल स्टेबिलाइजेशन फोर्स की तैनाती के लिए दबाव डाला।
दोहा में एक फोरम में बोलते हुए कतर के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी ने कहा कि कोई असली सीजफायर नहीं हो सकता जब तक इजरायली सेना पूरी तरह वापस नहीं आ जाती और गाजा में स्टेबिलिटी वापस नहीं आ जाती।

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