रूसी जनरल को थी विद्रोह की पूर्व जानकारी, अमेरिकी खुफिया अधिकारी का दावा- वैगनर को था कई अधिकारियों का समर्थन
रूस में पिछले हफ्ते हुए विद्रोह पर अमेरिकी खुफिया तंत्र से जुड़े एक अमेरिकी अधिकारी ने दावा किया है कि रूसी सेना के प्रभावशाली वरिष्ठ जनरल को वैगनर ग्रुप के षडयंत्र की जानकारी थी। अमेरिकी अधिकारी ने जिस प्रभावशाली रूसी जनरल का नाम लिया है वह सर्गेई सुरोविकिन हैं। रूसी सैन्य नेतृत्व के निर्णयों से प्रिगोजिन महीनों से असंतुष्ट चल रहा था।

न्यूयार्क, एजेंसी। रूस में पिछले हफ्ते हुए विद्रोह पर अमेरिकी खुफिया तंत्र से जुड़े एक अमेरिकी अधिकारी ने दावा किया है कि रूसी सेना के प्रभावशाली वरिष्ठ जनरल को वैगनर ग्रुप के षडयंत्र की जानकारी थी। इतना ही नहीं कई अन्य रूसी जनरलों ने विद्रोह को पर्दे के पीछे से समर्थन दिया था। ये सभी रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगू और तीनों सेनाओं के प्रमुख जनरल वालेरी गेरासिमोव के खिलाफ थे, उन्होंने वैगनर प्रमुख येवगेनी प्रिगोजिन को विद्रोह के लिए उकसाया था।
राष्ट्रपति पुतिन ने सर्गेई को बनाया था यूक्रेन में कार्रवाई का प्रमुख
अमेरिकी अधिकारी ने जिस प्रभावशाली रूसी जनरल का नाम लिया है वह सर्गेई सुरोविकिन हैं। यह वही जनरल हैं, जिन्हें इस वर्ष के शुरू में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन में कार्रवाई का प्रमुख बनाया था। जनरल सुरोविकिन को रूसी सेना के सबसे ज्यादा सख्त अफसरों में एक माना जाता है और सीरिया में उनके नेतृत्व में रूसी सेना ने असद सरकार के विरोधियों पर कहर बरपाया था।
सिर्फ राष्ट्रपति ही ले सकते हैं निर्णय
कहा जाता है कि जनरल सुरोविकिन को जनरल गेरासिमोव के नेतृत्व में यूक्रेन में अभियान चलाने में कठिनाई हो रही थी, इसलिए वह चाहते थे कि रक्षा मंत्रालय का शीर्ष नेतृत्व किसी तरह से निशाना बने। रूसी सेना में जनरल सुरोविकिन का जो कद है उसके चलते उनके खिलाफ कार्रवाई का निर्णय सिर्फ राष्ट्रपति पुतिन ही ले सकते हैं।
किस लिए भड़ उठा था वैगनर प्रमुख?
रूसी सैन्य नेतृत्व के निर्णयों से प्रिगोजिन महीनों से असंतुष्ट चल रहा था, बीते 10 जून को रक्षा मंत्रालय ने जब वैगनर के योग्य लड़ाकों को सेना में शामिल करने का प्रस्ताव पेश किया तो वैगनर प्रमुख भड़क उठा। पिछले सप्ताह जब यूक्रेन में वैगनर के शिविर पर मिसाइल हमला हुआ तो प्रिगोजिन का धैर्य जवाब दे गया और उसने शुक्रवार को विद्रोह का एलान करते हुए रूस के सीमावर्ती शहर रोस्तोव में घुसकर वहां के सैन्य मुख्यालय पर कब्जा कर लिया और उसके बाद लड़ाके मास्को की ओर कूच कर गए। उन्हें रोकने के लिए रूसी वायुसेना ने जब कार्रवाई की तो वैगनर की जवाबी कार्रवाई में एक विमान और कई हेलीकाप्टर नष्ट हो गए थे।
रूस ने चर्चा को बताया बेबुनियाद
रूसी राष्ट्रपति के क्रेमलिन कार्यालय ने वैगनर के विद्रोह को रूसी सेना के जनरलों के समर्थन की खबरों को बेबुनियाद बताया है। कहा है कि इस तरह की कई गलत चर्चाएं और अफवाहें फैलाई जा रही है, ये सब वास्तविकता से दूर हैं। जनरल सुरोविकिन को विद्रोह की पूर्व जानकारी होने की चर्चा वैसी ही एक खबर है।
प्रिगोजिन को मरवा देना चाहते थे पुतिन
बेलारूस के राष्ट्रपति एलेक्जेंडर लुकाशेंको ने कहा है कि विद्रोह के दौरान रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन वैगनर प्रमुख प्रिगोजिन को मरवा देना चाहते थे लेकिन समझाए जाने पर वह बमुश्किल माने। बीते शनिवार को लुकाशेंको ने ही रूस सरकार और वैगनर ग्रुप के बीच समझौता करवाया था। इस समझौते के तहत अब वैगनर लड़ाके यूक्रेन युद्ध में नहीं लड़ेंगे और प्रिगोजिन बेलारूस में रहेगा।
मंगलवार को बेलारूस पहुंचा प्रिगोजिन
प्रिगोजिन मंगलवार को बेलारूस पहुंच गया है। समझौते के तहत रूस में उसके खिलाफ दर्ज देशद्रोह के मामले में कार्रवाई की प्रक्रिया को आगे नहीं बढ़ाया जाएगा। समझौते की बातचीत को इस तरह से सार्वजनिक करने पर क्रेमलिन ने अभी प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की है। लुकाशेंको को रूसी राष्ट्रपति का खास माना जाता है।
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