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    'रूसी तेल से दूरी बना रहा भारत', भारत से ट्रेड डील के बीच अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि ने किया बड़ा दावा

    Updated: Sat, 04 Oct 2025 10:21 PM (IST)

    रूस से ऊर्जा व्यापार कम करने के लिए अमेरिका भारत को मनाने का प्रयास कर रहा है। राष्ट्रपति ट्रंप के व्यापार प्रतिनिधि जैमीसन ग्रीर ने कहा कि भारत रूसी तेल से दूर जा रहा है। पुतिन ने चेतावनी दी थी कि रूस से संबंध कम करने के लिए भारत पर दबाव डालना आर्थिक रूप से उलटा पड़ सकता है। पुतिन ने मोदी के नेतृत्व की प्रशंसा की।

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    टैरिफ तनाव के बीच ट्रंप के सहयोगी का बड़ा दावा।

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। रूस के साथ ऊर्जा व्यापार को कम करने के लिए अमेरिका भारत को मनाने की कोशिशों में लगा हुआ है। इस बीच राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप के व्यापार प्रतिनिधि जैमीसन ग्रीर ने कहा है कि नई दिल्ली पहले से ही रूसी तेल से दूर जाने के लिए कदम उठा रही है।

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    न्यूयॉर्क के इकोनॉमिक क्लब में बोलते हुए, ग्रीर ने भारत को व्यावहारिक बताया। ग्रीर ने कहा, "भारत एक संप्रभु देश है। वह अपने फैसलों को खुद नियंत्रित करता है। हम दूसरे देशों के साथ उनके संबंधों को नियंत्रित करने की कोशिश नहीं कर रहे हैं। भारतीय व्यावहारिक हैं और मुझे लगता है कि वे पहले से ही रूसी तेल से दूर जा रहे हैं।"

    पुतिन ने दी थी अमेरिका को चेतावनी

    ग्रीर की यह टिप्पणी रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की उस चेतावनी के कुछ ही दिनों बाद आई है जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत और चीन पर रूस के साथ संबंध कम करने के लिए दबाव डालने की अमेरिकी कोशिशें आर्थिक रूप से उलटी पड़ सकती हैं।

    पुतिन ने क्या कहा था?

    दक्षिणी रूस में वल्दाई चर्चा मंच को संबोधित करते हुए, पुतिन ने आगाह किया कि अगर भारत रूसी ऊर्जा आपूर्ति से इनकार करता है तो उसे नुकसान होगा। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की प्रशंसा करते हुए कहा, "अगर भारत हमारी ऊर्जा आपूर्ति से इनकार करता है, तो उसे निश्चित रूप से नुकसान होगा। भारत के लोग किसी के सामने किसी भी अपमान को बर्दाश्त नहीं करेंगे।"

    ट्रंप प्रशासन ने अगस्त 2025 में भारतीय आयात पर 25% टैरिफ थोपा था, साथ ही रूसी तेल खरीद पर अतिरिक्त जुर्माना भी लगाया। ट्रंप ने इसके पीछे की वजह यूक्रेन संघर्ष के बीच रूस को अलग-थलग करने के लिए देशों पर दबाव बनाना बताई थी।

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