Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    ट्रंप ने चीन पर 50-100% टैरिफ लगाने की दी धमकी, क्या भारत के लिए बदलेगा US राष्ट्रपति का रुख?

    Updated: Sat, 13 Sep 2025 10:59 PM (IST)

    डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अगर नाटो देश रूसी तेल खरीदना बंद कर दें तो रूस-यूक्रेन युद्ध समाप्त हो जाएगा। उन्होंने रूस से तेल खरीदने पर चीन पर भारी शुल्क लगाने की धमकी भी दी। ट्रंप ने नाटो सदस्यों द्वारा रूसी तेल की खरीद को चौंकाने वाला बताया है। उन्होंने नाटो पर युद्ध जीतने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध नहीं रहने का आरोप भी लगाया।

    Hero Image
    अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन को दी धमकी। (फाइल फोटो)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को कहा कि अगर नाटो देश रूसी तेल खरीदना बंद कर दें तो रूस-यूक्रेन युद्ध समाप्त हो जाएगा। उन्होंने रूस से तेल खरीदने पर चीन पर 50-100 प्रतिशत शुल्क लगाने की भी धमकी दी।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    ट्रुथ सोशल पर पोस्ट करते हुए ट्रंप ने लिखा कि नाटो सदस्यों की ओर से रूसी तेल की खरीद "चौंकाने वाली" है। नाटो को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, "यह रूस के साथ आपकी बातचीत की स्थिति और सौदेबाजी की शक्ति को बहुत कमजोर करता है।" उन्होंने नाटो पर भी आरोप लगाया और कहा कि युद्ध जीतने के लिए उनकी प्रतिबद्धता "100% से भी कम रही है"।

    'टैरिफ लगाने से रूस पर कंट्रोल खो देगा चीन'

    ट्रंप ने कहा कि रूसी तेल पर नाटो प्रतिबंध तथा चीन पर टैरिफ लगाने से "इस घातक, लेकिन हास्यास्पद युद्ध को समाप्त करने में बहुत मदद मिलेगी।" उन्होंने कहा कि चीन का रूस पर "मजबूत नियंत्रण और पकड़ भी है" और कहा कि उनकी ओर से लगाए जा रहे टैरिफ "उस पकड़ को तोड़ देंगे"।

    पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की पर युद्ध का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा, "यह ट्रंप का युद्ध नहीं है (अगर मैं राष्ट्रपति होता तो यह कभी शुरू ही नहीं होता!), यह बाइडेन और जेलेंस्की का युद्ध है।" उन्होंने सूची में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का नाम नहीं लिया।

    नाटो को लेकर क्या बोले ट्रंप?

    नाटो से "जैसा मैं कहता हूं" वैसा करने का आग्रह करते हुए उन्होंने लिखा, "युद्ध शीघ्र समाप्त हो जाएगा और उन सभी लोगों की जान बच जाएगी! अगर नहीं तो आप केवल मेरा समय और संयुक्त राज्य अमेरिका का समय, ऊर्जा और धन बर्बाद कर रहे हैं।"

    रूस से सबसे ज्यादा तेल खरीदते हैं ये देश

    रूसी ऊर्जा का सबसे बड़ा खरीदार चीन है, उसके बाद भारत है। तीसरे स्थान पर तुर्की है, जो नाटो का सदस्य है। हंगरी और स्लोवाकिया 32 देशों वाले इस गठबंधन के अन्य सदस्य हैं जो रूस से तेल खरीदते हैं।

    यह घटना ऐसे समय में हुई है जब रूस से प्रक्षेपित ड्रोन नाटो सहयोगी पोलैंड के हवाई क्षेत्र में घुस आए थे। पोलैंड ने इन ड्रोनों को मार गिराया। कांग्रेस भी ट्रंप पर प्रतिबंधों को और कड़ा करने के लिए एक विधेयक लाने का दबाव बना रही है।

    यह भी पढ़ें- 'मेरे फैसले से भारत-अमेरिका में आई कड़वाहट...', 50% टैरिफ थोपने के बाद डोनाल्ड ट्रंप को हो रहा पछतावा?