Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    अमेरिका के रक्षा मंत्री आस्टिन को अस्पताल से मिली छुट्टी, प्रोस्टेट कैंसर की सर्जरी के लिए हुए थे भर्ती

    By Agency Edited By: Sonu Gupta
    Updated: Tue, 16 Jan 2024 05:00 AM (IST)

    अमेरिका के रक्षा मंत्री लायड आस्टिन को सोमवार को दो सप्ताह बाद अस्पताल से आखिरकार छुट्टी मिल गई। स्वास्थ्य में सुधार होने तक वह घर से ही काम करेंगे। गत 22 दिसंबर को उन्हें प्रोस्टेट कैंसर की सर्जरी के लिए गत वाल्टर रीड नेशनल मिलिट्री मेडिकल सेंटर में भर्ती कराया गया था। महीने की शुरुआत में नियमित जांच के दौरान आस्टिन को प्रोस्टेट कैंसर होने की पुष्टि हुई थी।

    Hero Image
    अमेरिका के रक्षा मंत्री आस्टिन को अस्पताल से मिली छुट्टी। फाइल फोटो।

    एपी, वाशिंगटन। अमेरिका के रक्षा मंत्री लायड आस्टिन को सोमवार को दो सप्ताह बाद अस्पताल से आखिरकार छुट्टी मिल गई। स्वास्थ्य में सुधार होने तक वह घर से ही काम करेंगे। आस्टिन ने अपनी बीमारी की जानकारी व्हाइट हाउस व वरिष्ठ नेताओं से भी गुप्त रखी थी। इस मामले को लेकर देश में राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया था।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    पिछले माह हुई थी प्रोस्टेट कैंसर की पुष्टि

    गत 22 दिसंबर को उन्हें प्रोस्टेट कैंसर की सर्जरी के लिए गत वाल्टर रीड नेशनल मिलिट्री मेडिकल सेंटर में भर्ती कराया गया था। महीने की शुरुआत में नियमित जांच के दौरान आस्टिन को प्रोस्टेट कैंसर होने की पुष्टि हुई थी। एक सप्ताह बाद संक्रमण होने पर आस्टिन को फिर अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था।

    यह भी पढ़ेंः United States: एरिजोना के रेगिस्तान में हॉट एयर बैलून के दुर्घटनाग्रस्त होने से 4 लोगों की मौत, एक गंभीर रूप से घायल

    राष्ट्रपति को भी नहीं थी जानकारी

    राष्ट्रपति जो बाइडन व कई वरिष्ठ अधिकारियों को चार जनवरी तक आस्टिन के अस्पताल में भर्ती कराए जाने की जानकारी नहीं थी और नौ जनवरी तक उनके कैंसर के उपचार की जानकारी को छिपाकर रखा गया था।

    मामले में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा था कि उन्हें पेंटागन प्रमुख पर पूरा विश्वास है। आस्टिन के अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान यमन के ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों द्वारा लाल सागर में वाणिज्यिक जहाजों को निशाना बनाए जाने के जवाब में अमेरिका ने गत सप्ताह हाउती विद्रोहियों के दर्जनों ठिकानों पर सैन्य हमले किए।

    यह भी पढ़ेंः दुनिया के प्रतिभावान छात्रों की लिस्ट में प्रीशा चक्रवर्ती शामिल, 90 देशों के 16 हजार छात्रों दिया था एग्जाम