अमेरिका की डेथ वैली में रिकॉर्ड हुआ धरती का सबसे ज्यादा तापमान, 130 डिग्री फारेनहाइट पर पारा
अमेरिका की डेथ वैली में दुनिया का सबसे ज्यादा 54.4 डिग्री सेल्सियस (130 डिग्री फारेनहाइट) तापमान रिकॉर्ड किया गया है। इस मौत की घाटी के बारे में जानने के लिए पढ़ें यह रिपोर्ट...
न्यूयॉर्क, एजेंसियां। अमेरिका की डेथ वैली में दुनिया का सबसे ज्यादा 54.4 डिग्री सेल्सियस (130 डिग्री फारेनहाइट) तापमान रिकॉर्ड किया गया। पृथ्वी के किसी हिस्से में अब तक इससे अधिक तापमान कहीं दर्ज नहीं किया गया है। हालांकि, 107 साल पहले यहीं पर इससे ज्यादा तापमान दर्ज किए जाने की बातें भी कही जाती हैं, लेकिन मौसम विज्ञानी पुराने रिकॉर्ड को नहीं मानते हैं। अमेरिका के कैलिफोर्निया और नेवादा प्रांतों के बीच यह डेथ वैली स्थित है।
54.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया तापमान
अमेरिका के राष्ट्रीय मौसम सेवा (एनडब्ल्यूएस) के मुताबिक रविवार को स्थानीय समय के अनुसार दोपहर 3.41 बजे डेथ वैली में फर्नेस क्रीक के पास 54.4 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। एनडब्लूएस के लास बेगास ब्यूरो में तैनात डैनियल बर्क के मुताबिक इतने तापमान का मतलब है, जैसे आप किसी ओवन में हों। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि अभी इस तापमान की औपचारिक समीक्षा होनी है।
मोजावे रेगिस्तान का है हिस्सा
बता दें कि डेथ वैली अमेरिका के मोजावे रेगिस्तान का हिस्सा है। अमेरिका का यह सबसे निचला और सूखा क्षेत्र है और इसे पृथ्वी के सबसे गर्म स्थानों में से एक माना जाता है। डेथ वैली में इससे पहले 10 जुलाई, 1913 को 56.7 डिग्री सेल्सियस (134 फारेनहाइट) तापमान दर्ज किया गया था। लेकिन मौसम विज्ञानी इसे नहीं मानते। उनका कहना है कि तापमान मापने वाले यंत्र में गड़बड़ी की वजह से इतना अधिक तापमान दर्ज किया गया होगा।
दुनिया की सबसे गर्म जगह
समाचार एजेंसी एएफपी की रिपोर्ट के मुताबिक, दशकों तक लीबिया के अल अजीजिया के नाम सबसे ज्यादा तापमान वाली जगह का रेकॉर्ड था। वहां पर 58 डिग्री तापमान होने का दावा किया गया था लेकिन 2010 से 2012 के दौरान वर्ल्ड मीटरोलॉजिकल ऑर्गनाइजेशन ने इस दावे को गलत पाया। इसके बाद डेथ वैली ही दुनिया की सबसे गर्म जगह बन गई। यह घाटी लंबी संकरी और ऊंचे पहाड़ों से घिरी है। रात में भी यहां का तापमान 28 से 37 डिग्री के बीच रहता है।
पूरे हफ्ते चलेंगी झुलसा वाली हवाएं
डैनियल बर्क ने बताया कि कैलिफोर्निया में झुलसा देने वाली हवाएं इस पूरे हफ्ते चलेंगी। डेथ वैली के अधिकतम गर्म होने की बहुत सारी वजहें बताई जाती हैं। एक वजह यह कि यहां बारिश बहुत कम होती है। यह समुद्रतल से ज्यादा नीचे है इसलिए यहां हवा गर्म हो जाती है। घाटी का सरफेस ऐसा है जो सूरज की रोशनी में तपने लगता है। एक वजह यह भी कि यहां सर्दी बहुत कम पड़ती है।
अपने आप दूसरी जगह पहुंच जाते हैं पत्थर
यहां के बारे में एक बात और चर्चित है कि क्षेत्र में मौजूद 320 किलोग्राम तक के पत्थर अपने आप खिसक कर एक जगह से दूसरी जगह पहुंच जाते हैं। यह घटना रेस ट्रैक प्लाया में होती है जो 2.5 मील उत्तर से दक्षिण और 1.25 मील पूरब से पश्चिम तक बिल्कुल सपाट है। यहां बिखरे पत्थर के खिसकने के निशान भी साफ देखे जा सकते हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि तेज रफ्तार हवाओं के कारण पत्थर एक जगह से दूसरी जगह चले जाते होंगे।
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