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    आठ युद्ध रुकवाने की दुहाई देते रहे ट्रंप, फिर भी नहीं मिला नोबेल शांति पुरस्कार 

    Updated: Fri, 10 Oct 2025 10:58 PM (IST)

    अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप नोबेल शांति पुरस्कार पाने की कोशिश में थे। उन्होंने दावा किया कि उन्होंने आठ युद्ध रुकवाए, पर उन्हें पुरस्कार नहीं मिला। नोबेल कमेटी ने कहा कि पुरस्कार काम के आधार पर दिया जाता है। ट्रंप से पहले कई अमेरिकी राष्ट्रपतियों को यह पुरस्कार मिल चुका है, लेकिन उनके प्रयासों को पर्याप्त नहीं माना गया।

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    आठ युद्ध रुकवाने की दुहाई देते रहे ट्रंप, फिर भी नहीं मिला नोबेल शांति पुरस्कार (फाइल)


    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने कार्यकाल की शुरुआत से ही मिशन नोबेल में जुट गए थे। वह लगातार हर मंच पर दावा करते रहे कि उन्होंने आठ युद्ध रुकवाए हैं। ट्रंप ने ये भी कहा था कि ओबामा को बिना किसी कारण पुरस्कार मिला, जबकि मैंने आठ युद्ध रुकवाए। हालांकि उनके ये दावे नोबेल शांति पुरस्कार के नामांकन की डेडलाइन एक फरवरी के बाद के हैं। ऐसे में उनको अगले साल के नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामित किया जा सकता है।

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    नोबेल कमेटी की निना ग्रेगर ने कहा कि नोबेल के फैसले पर गाजा सीजफायर का असर नहीं होगा, लेकिन अगर यह शांति स्थायी रही, तो अगले साल ट्रंप की दावेदारी मजबूत हो सकती है। वहीं, नोबेल कमेटी के अध्यक्ष जोएर्गन वाटने फ्राइडनेस ने कहा कि पुरस्कार पर फैसला काम के आधार पर किया जाता है।

    चार अमेरिकी राष्ट्रपति जीत चुके हैं नोबेल शांति पुरस्कार

    बता दें कि ट्रंप से पहले चार अमेरिकी राष्ट्रपति नोबेल शांति पुरस्कार जीत चुके हैं। इनमें थियोडोर रूजवेल्ट, वुडरो विल्सन, जिमी कार्टर और बराक ओबामा शामिल हैं। कार्टर के अलावा बाकी तीनों को यह पुरस्कार तब मिला जब वे राष्ट्रपति पद पर ही थे। ओबामा की स्थिति भी ट्रंप जैसी ही थी, उनके कार्यकाल को भी नौ महीने हुए थे। ओबामा को अवार्ड मिलना काफी विवादित भी रहा था क्योंकि उन्हें व्हाइट हाउस आए ज्यादा वक्त नहीं हुआ था।

    मैंने नौ महीने में आठ युद्ध रुकवाए- ट्रंप

    पुरस्कार की घोषणा से पहले ट्रंप ने कहा था कि पता नहीं नोबेल समिति क्या करने जा रही है, लेकिन मैं बस इतना जानता हूं कि इतिहास में कोई भी ऐसा नहीं रहा जिसने नौ महीने में आठ युद्ध रुकवाए हों। ये काम मैंने किया है। लेकिन नोबेल समिति जो भी करेगी अच्छा ही करेगी। मैंने नोबेल के लिए ये सब नहीं किया है। मैंने ये सब करके ढेर सारी जिंदगियां बचाई हैं।

    उन्होंने ओबामा को निशाने पर लेते हुए कहा कि ओबामा को बगैर कुछ किए ही नोबेल मिल गया था। ओबामा अच्छे राष्ट्रपति नहीं थे, उन्होंने देश को बर्बाद कर दिया।

    इन देशों ने ट्रंप को किया नोमिनेट

    बता दें कि ट्रंप को इजरायल, अजरबैजान, पाकिस्तान, थाइलैंड, अर्मेनिया और कंबोडिया जैसे देशों ने नोबेल के लिए नामित किया था। व्हाइट हाउस की तरफ से कहा गया कि ट्रंप के पास मानवतावादी हृदय है और उनके जैसा कोई दूसरा नहीं हो सकता जो अपनी इच्छाशक्ति के बल पर पर्वतों को हिला दे।

    किस आधार पर मिलता है नोबेल?

    जानकारों ने बताया कि पुरस्कार के लिए इस बात को प्राथमिकता दी जाती है कि दावेदारों के प्रयास कैसे थे और उनमें निरंतरता कैसी थी। ट्रंप के जिन प्रयासों की बात की जा रही है, उनका असर ज्यादा समय तक नहीं रहने वाला है। किसी समस्या को समाप्त करना और उसे कुछ समय के लिए रोकना, दोनों अलग-अलग चीजें हैं। छोटी अवधि के उपायों के आधार पर नोबेल समिति में पुरस्कार के लिए विचार नहीं किया जाता।

    (समाचार एजेंसी रॉयटर्स के इनपुट के साथ)