Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    'कामगारों को हटाने का समर्थन नहीं करते...', ट्रंप की H-1B वीजा नीति पर व्हाइट हाउस का बयान

    Updated: Tue, 25 Nov 2025 11:30 PM (IST)

    व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने स्पष्ट किया है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एच-1बी वीजा पर व्यावहारिक रुख रखते हैं और अमेरिकी कामगारों को हटाने के पक्ष में नहीं हैं। उन्होंने कहा कि ट्रंप चाहते हैं कि विदेशी कंपनियां अमेरिका में निवेश करें और अमेरिकियों को रोजगार दें। ट्रंप कुशल प्रवासियों का स्वागत करने के लिए भी तैयार हैं।

    Hero Image

    कामगारों को हटाने का समर्थन नहीं करते ट्रंप: व्हाइट हाउस

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एच-1बी वीजा पर बहुत गहरी और व्यावहारिक राय रखते हैं। वह अमेरिकी कामगारों को हटाने का समर्थन नहीं करते हैं। यह बात व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने कही है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    उनका यह बयान ऐसे समय आया है, जब ट्रंप हालिया दिनों में भारतीय पेशेवरों में लोकप्रिय एच-1बी वीजा का कई बार समर्थन कर चुके हैं। जबकि ट्रंप के समर्थक इस वीजा कार्यक्रम को समाप्त करने की मांग कर रहे हैं।

    अमेरिकी कामगारों को हटाने का समर्थन नहीं

    अमेरिकी कामगारों के स्थान पर एच-1बी वीजा धारकों को रोजगार देने और इस बारे में ट्रंप के रुख के बारे में पूछे जाने पर लेविट ने कहा कि इस मुद्दे पर राष्ट्रपति के रुख को गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया है। एच-1बी वीजा मुद्दे पर लेविट ने कहा, 'इस बारे में ट्रंप बहुत गहरी और व्यावहारिक राय रखते हैं।

    वह यह देखना चाहते हैं कि क्या विदेशी कंपनियां अमेरिका में अरबों डालर का निवेश कर रही हैं और क्या वे बैटरी जैसी वस्तुओं के निर्माण के लिए विदेशी कामगारों को अपने साथ ला रही हैं।' उन्होंने कहा, 'वह वास्तव में हमेशा से अमेरिकियों को ही इन नौकरियों में देखना चाहते हैं।

    उन्होंने निवेश करने वाली विदेशी कंपनियों से कहा है कि अगर उन्हें अमेरिका में कारोबार करना है तो बेहतर होगा कि वे हमारे लोगों को नौकरी पर रखें। राष्ट्रपति के रुख को लेकर काफी गलतफहमी है।

    विदेशी निवेश और अमेरिकी रोजगार पर जोर

    'उल्लेखनीय है कि ट्रंप हाल के दिनों में यह कह चुके हैं कि विदेशी कामगारों की जरूरत है, क्योंकि वे अमेरिकी कामगारों को प्रशिक्षित करते हैं। अमेरिका को दुनिया भर से प्रतिभाओं को लाना होगा, क्योंकि हमारे देश में कुछ खास प्रतिभाएं नहीं हैं।

    ट्रंप यहां तक कह चुके हैं कि वह अपने देश में कुशल प्रवासियों का स्वागत करेंगे और इसके लिए आलोचना सहने के लिए भी तैयार हैं। अमेरिकी टेक कंपनियां इसी वीजा के आधार पर अपने यहां उच्च कुशल विदेशी कामगारों को नौकरी देती हैं।

    (न्यूज एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)