'सभी अमेरिकियों को मिलेगा मेडबेड कार्ड...', AI वीडियो में ट्रंप के दावे पर बढ़ा विवाद
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पर एक AI वीडियो शेयर किया जिससे विवाद उत्पन्न हो गया है। वीडियो में ट्रंप मेडबेड कार्ड के माध्यम से नागरिकों को शीर्ष डॉक्टरों से इलाज करवाने का वादा करते दिख रहे हैं। यह मेडबेड क्यूएनोन आंदोलन का हिस्सा है जिसमें अस्थमा से लेकर कैंसर तक का इलाज करने का दावा किया जाता है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पर एक AI वीडियो शेयर किया है, जिसे लेकर विवाद खड़ा हो गया है। सोशल मीडिया पर कई लोगों ने ट्रंप को भला बुरा सुनाना शुरू कर दिया है।
ट्रंप ने "मेडबेड" अस्पतालों पर AI वीडियो शेयर किया है। ट्रूथ प्लेटफॉर्म पर सामने आए डीपफेक वीडियो में उनकी बहू लारा ट्रंप भी मौजूद हैं। लारा मेडबेड का प्रचार करती नजर आ रही हैं।
ट्रंप ने किया वादा
ट्रंप के इस AI वीडियो में वो अमेरिकी नागरिकों से वादा करते दिखाई दे रहे हैं कि सभी को जल्द ही मेडबेड कार्ड मिलेगा। यह कार्ड मिलने के बाद अमेरिकी नए अस्पतालों के टॉप डॉक्टरों से अपना इलाज करवा सकेंगे।
क्या है मेडबेड?
बता दें कि मेडबेड, क्यूएनोन (QAnon) आंदोलन का हिस्सा है। यह एक तरह की काल्पनिक चिकित्सा उपकरण प्रणाली है, जिसमें अस्थमा से लेकर कैंसर तक का इलाज करने का दावा किया जाता है।
QAnon के समर्थकों का कहना है कि पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी की हत्या के बाद मेडबेड की मदद से उन्हें कई सालों तक जिंदा रखा गया था। वहीं, अब लंबे समय से मेडबेड के तहत अमेरिका में अस्पताल बनाने की योजना बनाई जा रही है।
यूजर्स ने किया ट्रोल
ट्रंप की इस पोस्ट को लेकर सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई, जिसके बाद ट्रंप को अपनी पोस्ट डिलीट करनी पड़ी। इस पोस्ट पर कमेंट करते हुए एक यूजर ने लिखा, "अगर मेडबेड सच होता तो अब तक यह सबसे बड़ी चिकित्सा प्रणाली बन चुकी होती।" दूसरे यूजर ने लिखा, "आप बस फॉक्स न्यूज चैनल का प्रमोशन कर रहे हैं।" एक अन्य यूजर ने प्रतिक्रिया दी, "ट्रंप ने यह वीडियो हटा क्यों दिया?"
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