पुतिन से 'बेहद निराश' हैं ट्रंप, बोले- चीन और रूस की नजदीकियों से उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बहुत निराश हैं। ट्रंप प्रशासन यूक्रेन युद्ध में लोगों की जान बचाने के लिए कुछ कदम उठाने की योजना बना रहा है। हालांकि ट्रंप ने इस योजना के बारे में विस्तार से नहीं बताया। उन्होंने यह भी कहा कि चीन और रूस के बीच बढ़ती नजदीकियों से उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता।

रॉयटर, वाशिंटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से ''बहुत निराश'' हैं। ट्रंप प्रशासन यूक्रेन युद्ध में लोगों की जान बचाने के लिए कुछ कदम उठाने की योजना बना रहा है। हालांकि ट्रंप ने इस योजना के बारे में विस्तार से नहीं बताया।
मैं राष्ट्रपति पुतिन से बहुत निराश हूं- ट्रंप
उन्होंने यह भी कहा कि चीन और रूस के बीच बढ़ती नजदीकियों से उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता। ट्रंप की यह टिप्पणी एससीओ सम्मेलन में शी चिनफिंग और पुतिन की मुलाकात के बाद आई है। इस सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी थे।
ट्रंप ने एक रेडियो शो पर दिए साक्षात्कार में मंगलवार को कहा, मैं राष्ट्रपति पुतिन से बहुत निराश हूं, मैं यह कह सकता हूं, और हम लोगों की जिंदगी बचाने के लिए कुछ करेंगे।
ट्रंप ने स्वास्थ्य संबंधी खबरों को ''फर्जी खबर'' करार दिया
ट्रंप ने अपने स्वास्थ्य संबंधी इंटरनेट मीडिया रिपोर्टों को ''फर्जी खबर'' करार दिया। ट्रंप ने यह भी कहा कि वह शिकागो में अपराध से लड़ने के लिए अमेरिकी नेशनल गार्ड के जवान भेजने की योजना बना रहे हैं, लेकिन उन्होंने तैनाती का कोई निश्चित समय बताने से इनकार कर दिया।
वहीं एपी के अनुसार रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने दावा किया कि मॉस्को और वाशिंगटन यूक्रेन संघर्ष के बारे में ''आपसी समझ'' पर पहुंच गए हैं।
ट्रंप प्रशासन हमारी बात सुन रहा है- पुतिन
पुतिन ने कहा, ट्रंप प्रशासन हमारी बात सुन रहा है। हम उम्मीद करते हैं कि यह रचनात्मक बातचीत जारी रहेगी। अमेरिकी राष्ट्रपति ने तीन साल से चल रहे युद्ध को समाप्त करना अपनी कूटनीतिक प्राथमिकताओं में से एक बनाया है और पिछले महीने अलास्का में एक शिखर सम्मेलन में पुतिन की मेजबानी की थी। पुतिन ने दोहराया कि मॉस्को यूक्रेन के लिए नाटो की सदस्यता स्वीकार नहीं करेगा।
उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने यूक्रेन के यूरोपीय संघ में शामिल होने पर कभी आपत्ति नहीं जताई। उन्होंने यह भी कहा कि रूस जपोरिजिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र में अमेरिकी साझेदारों के साथ मिलकर काम कर सकता है।
जपोरिजिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र का बड़ा महत्व
जपोरिजिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र यूरोप का सबसे बड़ा और दुनिया के 10 सबसे बड़े परमाणु ऊर्जा संयंत्रों में से एक है। परमाणु दुर्घटना की आशंकाओं के कारण इसका भविष्य युद्ध की मुख्य चिंता का विषय रहा है।
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