TikTok पर अमेरिका-चीन में डील, चिनफिंग से बातचीत के बाद ट्रंप ने कर दिया बड़ा एलान
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वे अगले साल चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग से मिलेंगे। इससे पहले दोनों नेता दक्षिण कोरिया में भी मिलेंगे। ट्रंप ने टिकटॉक डील को मंजूरी मिलने का दावा किया। उन्होंने चीन के राष्ट्रपति को अमेरिका आने का न्योता भी दिया। दोनों नेताओं ने व्यापार फेंटानिल यूक्रेन युद्ध विराम और टिकटॉक डील पर चर्चा की। शी चिनफिंग ने द्विपक्षीय संबंधों पर जोर दिया।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वह चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग से मिलने के लिए अगले साल चीन का दौरा करेंगे। इससे पहले दक्षिण कोरिया में अक्टूबर के अंत में आयोजित एक क्षेत्रीय सम्मेलन में दोनों नेताओं की मुलाकात होगी। बता दें कि शुक्रवार को ट्रंप और शी के बीच फोन पर बातचीत हुई, जिसमें टिकटॉक डील पूरी होने का दावा ट्रंप ने किया। इसके बाद अमेरिका में टिकटॉक का संचालन सुचारु हो सकेगा।
इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म ट्रुथ सोशल पर ट्रंप ने लिखा कि टिकटाक डील को दोनों नेताओं ने मंजूरी दे दी है और चीनी नेता को अमेरिका आमंत्रित किया गया है। ट्रंप ने लिखा कि हम फिर फोन पर बात करेंगे और प्रशांत क्षेत्र के 21 देशों के संगठन एशिया पैसेफिक इकोनमिक कोऑपरेशन (एपेक) में शी चिनफिंग से मुलाकात होगी। हमने व्यापार, फेंटानिल, यूक्रेन युद्ध विराम और टिकटॉक डील जैसे विषयों पर बात की।
बातचीत में द्विपक्षीय संबंधों के महत्व पर जोर
उधर, चीन की सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने कहा कि शी ने बातचीत में द्विपक्षीय संबंधों के महत्व पर जोर दिया और अमेरिकी पक्ष से किसी भी तरह का एकतरफा कारोबारी प्रतिबंध लगाने से बचने की अपील की गई। अमेरिका ने टिकटॉक के डाटा पर चीनी सरकार के कब्जे की चिंता को लेकर उस पर प्रतिबंध लगा दिया था। अमेरिका की शर्त थी कि टिकटॉक से प्रतिबंध तभी हटेगा, जब मूल चीनी कंपनी बाइटडांस अपनी नियंत्रित हिस्सेदारी अमेरिका को बेच देगी। अमेरिकी अधिकारियों को चीन के कानून को लेकर चिंता थी, जिसमें चीनी कंपनियों को सरकार के साथ डाटा साझा करना पड़ता है। इसके अलावा मालिकाना एल्गोरिदम की भी चिंता थी, जो टिकटॉक यूजर को दिखाई देनेवाली सामग्री प्रदर्शित करता है।
ट्रंप ने ताइवान को सैन्य मदद रोकी
शी और ट्रंप के बीच फोन पर बातचीत से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति ने ताइवान को दी जानेवाली 400 मिलियन डालर (करीब 352 करोड़ रुपये) की सैन्य मदद को मंजूरी नहीं दी। एएनआइ ने वॉशिंगटन पोस्ट के हवाले से बताया कि ट्रंप चीन के साथ व्यापार समझौते पर बातचीत करना चाहते थे, इसलिए उन्होंने ये रोक लगाई है। ट्रंप प्रशासन भी बीजिंग के साथ संबंधों में आई तल्खी कम करना चाहता है। वहीं व्हाइट हाउस के प्रवक्ता ने बताया कि मदद पैकेज अभी फाइनल नहीं है और इसकी समीक्षा की जा सकती है।
न्यूयार्क टाइम्स के खिलाफ ट्रंप का केस खारिज
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को अदालत से लगातार झटका मिल रहा है। न्यूयार्क टाइम्स के खिलाफ ट्रंप द्वारा दायर 15 अरब डालर के मानहानि का मुकदमा भी संघीय जज ने खारिज कर दिया। जज ने कहा कि विरोधी पर हमला करने का ट्रंप का ये निश्चित रूप से अनुचित प्रयास था। फ्लोरिडा के टांपा में जज स्टीवन मेरीडे ने सुनवाई के दौरान कहा कि ट्रंप की शिकायत ने संघीय सिविल प्रक्रिया नियम का उल्लंघन किया है, जिसके तहत उन्हें संक्षेप में बताना होता है कि उन्हें क्यों जीतना चाहिए। जज ने ट्रंप को दोबारा याचिका दायर करने के लिए 28 दिन का समय दिया है।
(समाचार एजेंसी रॉयटर्स के इनपुट के साथ)
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