ट्रंप टैरिफ ने भारत को चीन-मॉस्को की ओर जाने को मजबूर किया, पूर्व अमेरिकी अधिकारी ने अपने ही प्रशासन पर उठाए सवाल
व्हाइट हाउस के एक पूर्व शीर्ष अधिकारी जान बोल्टन ने कहा है कि रूसी तेल की खरीद के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर लगाए टैरिफ ने नई दिल्ली को बीजिंग-मॉस्को धुरी की ओर और धकेल दिया है।ट्रंप के पहले कार्यकाल में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रहे बोल्टन ने शुक्रवार को अलास्का में ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच बैठक से पहले एक्स पर यह टिप्पणी की।
पीटीआई, न्यूयार्क। व्हाइट हाउस के एक पूर्व शीर्ष अधिकारी जान बोल्टन ने कहा है कि रूसी तेल की खरीद के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर लगाए गए टैरिफ ने नई दिल्ली को बीजिंग-मॉस्को धुरी की ओर और धकेल दिया है। अमेरिका का इस पर ध्यान नहीं देना एक अप्रत्याशित त्रुटि है।
ट्रंप के पहले कार्यकाल में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रहे बोल्टन ने शुक्रवार को अलास्का में ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच बैठक से पहले 'एक्स' पर यह टिप्पणी की।
अमेरिका से भारतीय नाराज
2018 में हेलसिंकी में ट्रंप और पुतिन के बीच पहली शिखर वार्ता में मौजूद रहे बोल्टन ने एक साक्षात्कार में कहा, ''उन्होंने भारत पर 25 प्रतिशत शुल्क लगाया है, हालांकि यह अभी लागू नहीं हुआ है। मैं आपको बता सकता हूं कि भारत में इस पर क्या प्रतिक्रिया हुई, खासकर चीन पर कोई शुल्क नहीं लगाए जाने से, जिसने रूस से बहुत ज्यादा तेल और गैस खरीदी है। भारतीय इससे बहुत नाराज हैं।''
बोल्टन ने चीन को लेकर कही ये बात
बोल्टन ने इस वर्ष के अंत में पुतिन की संभावित भारत यात्रा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की 2018 के बाद पहली बार चीन यात्रा का जिक्र किया। उन्होंने कहा, ''जाहिर है कि मॉस्को और बीजिंग दोनों ही भारत को अपने करीब लाने की कोशिश करेंगे। मेरा मतलब है, इसके (अमेरिका के लिए) नकारात्मक परिणाम हो सकते हैं, क्योंकि इस पर पूरी तरह से विचार नहीं किया गया।''
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