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    एपस्टीन रिपोर्ट पर भड़के ट्रंप, वॉल स्ट्रीट जर्नल पर दायर किया मुकदमा; पढ़ें आखिर क्या है मामला

    Updated: Sun, 20 Jul 2025 07:16 AM (IST)

    वॉशिंगटन से रॉयटर की खबर के अनुसार डोनाल्ड ट्रंप ने वाल स्ट्रीट जर्नल रूपर्ट मर्डोक और पत्रकारों के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया है। मियामी के संघीय न्यायालय में दायर इस मुकदमे में 10 अरब डॉलर की मांग की गई है। ट्रंप का आरोप है कि इन लोगों ने उनकी मानहानि की है। मामला यौन अपराधी जेफ्री एपस्टीन से जुड़े एक खबर से संबंधित है।

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    एपस्टीन रिपोर्ट को लेकर अमेरिकी समाचार पत्र के खिलाफ ट्रंप ने दायर किया मुकदमा।(फोटो सोर्स: रॉयटर्स)

    रॉयटर, वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को वाल स्ट्रीट जर्नल, रूपर्ट मर्डोक और पत्रकारों के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया। मियामी के संघीय न्यायालय में दायर मुकदमे में 10 अरब डॉलर की मांग की गई है।

    ट्रंप का कहना है कि इन लोगों ने उनकी मानहानि की और प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाया। वाल स्ट्रीट जर्नल ने एक खबर प्रकाशित की थी। इसमें यौन अपराधी जेफ्री एपस्टीन के संकलित 2003 की जन्मतिथि के एल्बम में ट्रंप द्वारा भेजे गए पत्र का वर्णन था। इसमें कहा गया है कि पत्र पर एक नग्न महिला का चित्र था, जिसके कमर के नीचे ट्रंप के हस्ताक्षर थे।

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    नोट में लिखा था, ''जन्मदिन मुबारक हो और हर दिन एक अद्भुत रहस्य लेकर आए।''यौन अपराधी एपस्टीन ने 2019 में न्यूयार्क की जेल में आत्महत्या कर ली थी। शिकायत में दावा किया गया है कि इस समाचार के समय को देखते हुए ट्रंप को होने वाला वित्तीय और प्रतिष्ठागत नुकसान बढ़ता ही रहेगा। मुकदमे में जर्नल की मूल कंपनी न्यूज कार्प, न्यूज कार्प के संस्थापक और पूर्व अध्यक्ष मर्डोक, सीईओ राबर्ट थमसन, जर्नल के प्रकाशक डाव जोन्स और जर्नल के दो पत्रकारों को प्रतिवादी बनाया गया है।

    जर्नल ने गुरुवार को एक समाचार प्रकाशित किया था, जिसका शीर्षक था, ''जेफ्री एपस्टीन के दोस्तों ने उन्हें उनकी 50वीं जन्मतिथि के एल्बम के लिए अश्लील पत्र भेजे। उनमें से एक डोनाल्ड ट्रंप का था।''

    एपस्टीन मामले के ग्रैंड जूरी रिकॉर्ड जारी करने की हो रही तैयारी

    समाचार एजेंसी एपी के अनुसार, ट्रंप के समर्थकों के दबाव में प्रशासन ने शुक्रवार को एक संघीय अदालत से जेफ्री एपस्टीन मामले से जुड़े गोपनीय दस्तावेजों की जानकारी उजागर करने के लिए अनुरोध किया है।

    हालांकि अगर ये रिकार्ड सार्वजनिक भी हो जाते हैं, तो भी यह निश्चित नहीं है कि वे उन आलोचकों को संतुष्ट कर पाएंगे। इस बीच, प्रशासन षड्यंत्र के सिद्धांतों को हवा देने और ''डीप स्टेट'' के सरकारी रहस्यों को उजागर करने का वादा करने के बाद अपने पास मौजूद अन्य रिकार्ड जारी करने से इन्कार करने को लेकर सवालों से घिरा हुआ है।

    ट्रंप बोले- मैं तस्वीर नहीं बनाता, उधर उनके कई स्केच नीलामी में बिके

    ट्रंप ने गुरुवार रात को द वाल स्ट्रीट जर्नल की उस रिपोर्ट का जोरदार खंडन किया, जिसमें कहा गया था कि उन्होंने 2003 में एपस्टीन को एक अश्लील संकेत देने वाले चित्र के साथ जन्मदिन की शुभकामनाएं भेजी थीं।

    उन्होंने ट्रुथ सोशल पर लिखा- ''मैं चित्र नहीं बनाता।'' लेकिन राष्ट्रपति के अतीत से पता चलता है कि वर्षों तक ट्रंप एक हाई प्रोफाइल डूडलर रहे हैं। 2000 में उन्होंने न्यूयार्क में चैरिटीज को नियमित रूप से चित्र दान किए। इन चित्रों में से कई मोटे काले मार्कर से बनाए गए हैं और उन पर ट्रंप के हस्ताक्षर स्पष्ट रूप से है। यह वैसे ही हस्ताक्षर हैं जैसे उन्होंने एपस्टीन को पत्र पर करके भेजे थे।

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