Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    भारत पर 100 प्रतिशत टैरिफ लगेगा? ट्रंप को पसंद नहीं मोदी-पुतिन-चिनफिंग की दोस्ती, चीन को भी लताड़ा

    Updated: Wed, 10 Sep 2025 08:21 PM (IST)

    डोनाल्ड ट्रंप भारत के साथ दोस्ती का दिखावा करते हुए यूरोपीय संघ से भारत पर 100% टैरिफ लगाने की अपील कर रहे हैं। वे भारत पर रूसी तेल न खरीदने का दबाव बना रहे हैं क्योंकि भारत रूस से तेल खरीदता है। ट्रंप चीन पर भी टैरिफ लगाने की बात कर रहे है। एससीओ समिट में मोदी चिनफिंग और पुतिन की मुलाकात के बाद ट्रंप की बेचैनी बढ़ गई है।

    Hero Image
    ट्रंप को पसंद नहीं मोदी-पुतिन-चिनफिंग की दोस्ती

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक तरफ तो भारत के साथ दोस्ती का हाथ बढ़ा रहे हैं तो दूसरी ओर यूरोपीय यूनियन से भारत पर 100 फीसदी टैरिफ लगाने की अपील कर रहे हैं। ट्रंप ने चीन पर भी 100 फीसदी टैरिफ लगाने की अपील की है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    फाइनेंशियल टाइम्स रिपोर्ट में अज्ञात अधिकारियों के हवाले से कहा गया है कि राष्ट्रपति ने यह असाधारण मांग मंगलवार को वॉशिंगटन में अमेरिका और यूरोपीय संघ के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच एक बैठक में शामिल होने के बाद की, जिसमें मॉस्को के लिए युद्ध की आर्थिक लागत को बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की गई।

    काम नहीं आ रहा ट्रंप के पैंतरा

    दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति भारत पर रूसी तेल न खरीदने के लिए दवाब बनाने के लिए हर पैंतरा अपना रहे हैं। पहले ट्रंप ने भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगा दिया और अब वो यूरोपीय यूनियन से भारत पर 100 फीसदी टैरिफ लगाने की अपील कर रहे हैं। ट्रंप का ये बयान ऐसे समय में आया है, जब कुछ ही घंटों पहले उन्होंने भारत और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता को आगे बढ़ाने की बात की थी।

    मोदी-चिनफिंग-पुतिन की मुलाकात से बेचैन ट्रंप

    बता दें कि एससीओ समिट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की मुलाकात के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की बेचेनी बढ़ गई है। ट्रंप भारत पर रूसी तेल न खरीदने को लेकर लगातार दवाब बनाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन वो सफल नहीं हो पा रहे हैं।

    रूस से तेल खरीदता है भारत

    फरवरी 2022 में यूक्रेन पर आक्रमण के बाद पश्चिमी देशों द्वारा मॉस्को पर प्रतिबंध लगाने और उसकी आपूर्ति बंद करने के बाद, भारत ने छूट पर बेचे जाने वाले रूसी तेल की खरीदारी शुरू कर दी। जिसके परिणामस्वरूप, 2019-20 में कुल तेल आयात में रूस की हिस्सेदारी मात्र 1.7 प्रतिशत से बढ़कर 2024-25 में 35.1 प्रतिशत हो गई और अब यह भारत का सबसे बड़ा तेल आपूर्तिकर्ता है।

    एफटी की रिपोर्ट यूक्रेन संघर्ष को समाप्त करने के लिए ट्रम्प द्वारा नए सिरे से किए जा रहे प्रयासों के बीच आई है।

    अमेरिकी राष्ट्रपति ने संघर्ष को समाप्त करने के तरीकों पर विचार करने के लिए पिछले महीने अलास्का में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ मुलाकात की थी।

    (समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)

    यह भी पढ़ें- 'भारत के खिलाफ तेल उतना ताकतवर हथियार नहीं, जितना...' अपने ही दिखा रहे ट्रंप को आईना, Experts ने कहा- 'राष्ट्रपति ने भारतीय इतिहास ठीक से नहीं पढ़ा'