'फैसले सिर्फ मैं ही लेता हूं', सिग्नल एप मैसेज लीक मामले में ट्रंप दिखा रहे नरमी; क्या है आगे का प्लान?
ट्रंप अपने पहले के कार्यकाल की कुछ बातों को दोहराने से बचना चाहते हैं। उनके पहले राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइक फ्लिन को कुछ ही हफ्तों के बाद हटा दिया गया था। अब यमन में हूती के खिलाफ हवाई हमले की अमेरिकी प्रशासन की योजना लीक होने के मामले में ट्रंप पिछली गलती दोहराना नहीं चाहते। उन्होंने कहा है कि मैं फर्जी खबरों के कारण लोगों को नौकरी से नहीं निकालता।

एपी, वाशिंगटन। यमन में हूती के खिलाफ हवाई हमले की अमेरिकी प्रशासन की योजना लीक होने के मामले में शनिवार को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वह किसी को नौकरी से नहीं निकाल रहे हैं। एनबीसी न्यूज की क्रिस्टन वेल्कर के साथ साक्षात्कार में कहा कि मैं फर्जी खबरों के कारण लोगों को नौकरी से नहीं निकालता।
ट्रंप ने कहा कि उन्हें अपने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइक वॉल्ट्ज और पेंटागन प्रमुख पीट हेगसेथ पर भरोसा है। वॉल्ट्ज ने अनजाने में द अटलांटिक पत्रिका के संपादक जेफरी गोल्डबर्ग को सिग्नल मैसेजिंग सेवा का उपयोग करते हुए एक ग्रुप में जोड़ दिया था, जहां शीर्ष अधिकारी हूती पर हमला करने की योजना पर चर्चा कर रहे थे।
पिछली गलतिया नहीं दोहराएंगे ट्रंप
चैट के दौरान हेगसेथ ने इस बात का विवरण भी दिया कि हमला होने से पहले कैसे आगे बढ़ेंगे। इसके बाद, द अटलांटिक ने एक आर्टिकल प्रकाशित किया, जिसने राष्ट्रीय सुरक्षा प्रतिष्ठान को चौंका दिया।
दरअसल, ट्रंप अपने पहले के कार्यकाल की कुछ बातों को दोहराने से बचना चाहते हैं। उनके पहले राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइक फ्लिन को कुछ ही हफ्तों के बाद हटा दिया गया था। उन्होंने बाहरी दबाव के आगे झुकने का भी प्रतिरोध दिखाया है, खासकर अगर यह समाचार मीडिया से आता है।
यह पूछे जाने पर कि क्या वाल्ट्ज को निकालने के बारे में बातचीत हुई थी, ट्रंप ने जोर देकर कहा कि मैंने ऐसा कभी नहीं सुना। साथ ही कोई और यह निर्णय मेरे अलावा नहीं लेता और मैंने ऐसा कभी नहीं सुना है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।