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    ट्रंप की ग्रीनलैंड पर नजर, भारत से डेढ़ गुना बड़ा इलाका; डेनमार्क नाराज

    Updated: Tue, 23 Dec 2025 08:40 PM (IST)

    अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि उनके देश को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए ग्रीनलैंड की जरूरत है और खनिज संपदा से भरपूर इस आर्कटिक द्वीप को अमेरि ...और पढ़ें

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    ट्रंप की ग्रीनलैंड को अमेरिका में मिलाने की जिद्द

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को फिर दोहराया कि उनके देश को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए ग्रीनलैंड की जरूरत है और खनिज संपदा से भरपूर इस आर्कटिक द्वीप को अमेरिका में शामिल करने के लिए ही उन्होंने विशेष दूत की नियुक्ति की है।

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    ट्रंप की इस घोषणा को सुनकर ग्रीनलैंड के प्रधानमंत्री जेन्स फ्रेडरिक नील्सन ने प्रतिक्रिया में कहा कि वह काफी दुखी और हताश महसूस कर रहे हैं। उन्होंने फेसबुक पर एक पोस्ट लिखकर अपनी पीड़ा व्यक्त की।

    ट्रंप को ग्रीनलैंड की खनिज संपदा से मतलब नहीं

    गौरतलब है कि ट्रंप ने लुइसियाना के गवर्नर जेफ लैंड्री को रविवार को ग्रीनलैंड का विशेष दूत नियुक्त किया है। ट्रंप ने फ्लोरिडा में मीडिया से बातचीत में कहा कि उन्हें ग्रीनलैंड की खनिज संपदा से मतलब नहीं है।

    हमें केवल अपनी और यूरोप की सुरक्षा के लिए ग्रीनलैंड की जरूरत है। उन्होंने कहा कि उस इलाके में हर तरफ रूस और चीन के पोत मौजूद मिलेंगे। हमें ग्रीनलैंड लेना ही होगा।

    डेनमार्क के प्रधानमंत्री ने ट्रंप के रुख की आलोचना की

    डेनमार्क के प्रधानमंत्री मेट्टे फ्रेडरिकसेन और ग्रीनलैंड के पीएम जेन्स फ्रेडरिक नील्सन ने संयुक्त बयान में ट्रंप के रुख की आलोचना की थी।

    उन्होंने कहा था कि ग्रीनलैंड यहां के निवासियों का है। उन्होंने कहा था कि अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देकर आप किसी देश को अलग-थलग नहीं कर सकते। दोनों नेताओं ने अमेरिका से क्षेत्रीय संप्रभुता का सम्मान करने की नसीहत दी थी।

    नील्सन ने एक फेसबुक पोस्ट में कहा था कि ट्रंप की घोषणा सुनने में बड़ी लग रही है, लेकिन इससे हमारे लिए कुछ नहीं बदलेगा। हम स्वयं अपना भविष्य तय करेंगे। फ्रेडरिकसेन ने कहा कि राष्ट्रीय सीमाएं और देशों की संप्रभुता अंतरराष्ट्रीय कानून से जुड़ी हुई हैं। ये बुनियादी सिद्धांत है।

    ग्रीनलैंड पर क्यों टिकी है ट्रंप की नजर

    रेयर अर्थ खनिजों की अधिकता की वजह से चीन ग्रीनलैंड में प्रभाव बढ़ा रहा। पूरी दुनिया के रेयर अर्थ तत्वों का 25त्‍‌न तक ग्रीनलैंड में होने का अनुमान है। चीनी कंस्ट्रक्शन कंपनियों ने ग्रीनलैंड में दो एयरपोर्ट बनाने की कोशिश की है।

    ग्रीनलैंड में खनन में लगी दो आस्ट्रेलियाई कंपनियों में से एक में चीन की हिस्सेदारी। ग्रीनलैंड एक स्वतंत्र राष्ट्र नहीं है बल्कि डेनमार्क का एक स्वायत्त क्षेत्र है। 21 लाख वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल वाले ग्रीनलैंड द्वीप की आबादी सिर्फ 57 हजार है।

    1860 में अमेरिकी राष्ट्रपति एंड्रयू जानसन ने ग्रीनलैंड को खरीदने का विचार रखा था। ट्रंप ने अपने पहले कार्यकाल में 2019 में ग्रीनलैंड को खरीदने की बात कही थी।

    इस साल मार्च में उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने ग्रीनलैंड में अमेरिकी सैन्य बेस का दौरा किया था। अगस्त में डेनमार्क ने अमेरिकी राजदूत से शिकायत की कि ग्रीनलैंड में तख्ता पलट का प्रयास हुआ।