'ये रिश्ता तो...', भारत-चीन और रूस की दोस्ती से 'घबराए' ट्रंप; टैरिफ को लेकर अपने फैसले पर क्या कहा?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर लगाए गए 50% टैरिफ का बचाव करते हुए कहा कि यह कदम अमेरिका-भारत व्यापार में एकतरफापन के कारण उठाना पड़ा। ट्रंप के अनुसार भारत ने 2024 में अमेरिका से 41.5 अरब डॉलर का सामान खरीदा जबकि अमेरिका को 80 अरब डॉलर से अधिक का माल बेचा।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन में पीएम नरेंद्र मोदी, चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की मुलाकात के कुछ ही घंटों के बाद ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारक पर 50% टैरिफ लगाने के फैसला का फिर से बचाव किया है।
उन्होंने भारत पर एकतरफा व्यापारिक रिश्ते और रूस से तेल व हथियार खरीदने का आरोप लगाते हुए चेतावनी भी दी। ट्रंप ने कहा कि अमेरिका और भारत के बीच का रिश्ता अब तक पूरी तरह एकतरफा रहा है। उन्होंने दावा किया कि भारत ने अब टैरिफ घटाने की पेशकश की है, लेकिन यह बहुत देर से हुआ।
भारत सरकार ने नहीं दिए कोई संकेत
हालांकि, भारत सरकार की ओर से ऐसा कोई संकेत नहीं दिया गया है। अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर ट्रंप ने लिखा कि भारत अमेरिका से बहुत कम सामान खरीदता है, जबकि अमेरिकी बाजार में भारतीय सामानों की भरमार है।
उन्होंने आरोप लगाया कि अमेरिकी कंपनियां भारत में अपने उत्पाद नहीं बेच पा रही हैं, खासकर कृषि और डेयरी बाजार में। साथ ही ट्रंप ने यह भी कहा कि भारत अपनी ज्यादातर तेल और हथियार की खरीद रूस से करता है, अमेरिका से बहुत कम।
अमेरिका को एकजुटता का संदेश
ट्रंप का बयान ऐसे समय में आया है जब तियानजिन में SCO समिट में पीएम मोदी, शी चिनफिंग और पुतिन के बीच मुलाकात की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुई हैं। इन मुलाकातों को अमेरिका को एकजुटता का संदेश माना जा रहा है।
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