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    'हमारे पास सिर्फ 1, उनके पास 48...' अमेरिकी आइसब्रेकर रूस से पीछे है, ट्रंप ने खुलकर स्वीकारी बात  

    Updated: Fri, 28 Nov 2025 09:00 PM (IST)

    अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने स्वीकार किया कि आर्कटिक क्षेत्र में आइसब्रेकर जहाजों के मामले में अमेरिका रूस से पीछे है। उन्होंने फिनलैंड से 11 नए आइसब्रेकर का ऑर्डर दिया है। अमेरिका और फिनलैंड ने जहाजों के उत्पादन के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। ट्रंप ने आर्कटिक क्षेत्र में राष्ट्रीय सुरक्षा जरूरतों को पूरा करने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।

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    ट्रंप ने रूस से पीछे होने की बात स्वीकारी। जागरण ग्राफिक्स

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने माना कि उत्तरी ध्रुव (आर्कटिक क्षेत्र) में आइसब्रेकर (बर्फ तोड़ने) वाले जहाजों के मामले में अमेरिका, रूस से काफी पीछे है। उन्होंने हैरानी और गुस्से के साथ कहा कि उनके पास सिर्फ एक आइसब्रेकर जहाज है जबकि रूस के पास 48 हैं। अमेरिका के लिए यह शर्म की बात है।

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    ट्रंप ने अपनी कमी को उजागर करते हुए कहा, 'आप जानते हैं, हमारे पास पूरे देश में सिर्फ एक आइसब्रेकर है। रूस के पास 48 हैं। ये बेहद हास्यास्पद और शर्मनाक है।'

    ट्रंप ने रूस से पीछे होने की बात स्वीकारी

    आर्कटिक में अमेरिका की मौजूदगी को तेजी से मजबूत करने के लिए ट्रंप ने एलान किया कि उन्होंने ने फिनलैंड से 11 नए आइसब्रेकर का ऑर्डर दिया है।

    अमेरिका और फिनलैंड ने इसी साल अक्टूबर में जहाजों को उत्पादन के लिए एक एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किए, जिसमें से चार फिनिश शिपयार्ड में और सात संयुक्त राज्य अमेरिका में तैनात होंगे। बता दें अमेरिका आर्कटिक को लेकर अपनी कमिटमेंट्स को और मजबूत कर रहा है।

    फिनलैंड से 11 नए आइसब्रेकर का ऑर्डर

    ट्रंप ने कहा, 'हमें दुनिया के सबसे अच्छे आइसब्रेकर मिल रहे हैं, टॉप ऑफ द लाइन। वे बहुत जल्द डिलीवर होने वाले हैं।' अक्टूबर 2025 में फाइनल हुई $6।1 बिलियन की यह डील US कोस्ट गार्ड के बेड़े को बड़ा विस्तार देगी।

    जो अभी सिर्फ दो फंक्शनल पोलर आइसब्रेकर ऑपरेट करता है। इनमे से एक 1976 में लॉन्च हुआ था और दूसरा कमर्शियल जहाज जिसे हाल ही में सर्विस में लाया गया है।

    आर्कटिक में सुरक्षा जरूरतों पर जोर

    9 अक्टूबर को जारी व्हाइट हाउस की फैक्ट शीट के मुताबिक, ट्रंप ने आर्कटिक रीजन में अर्जेंट नेशनल सिक्योरिटी जरूरतों को पूरा करने के लिए मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग पर साइन किया है। US अधिकारीयों के मुताबिक कोस्ट गार्ड ने तय किया है कि उसे आर्कटिक रीजन में कम से कम नौ आइसब्रेकर की जरूरत है।

    डॉक्यूमेंट में इस बात पर भी जोर दिया गया कि फिनलैंड को प्रोडक्शन आउटसोर्स करना एक शॉर्ट-टर्म उपाय है जिसका मकसद एक जरूरी कैपेबिलिटी गैप को भरना है, जिसमें ज्यादातर नए जहाज आखिरकार यूनाइटेड स्टेट्स में बनाए जाने हैं।