स्टारशिप का हीटशील्ड गिफ्ट किया, परिवार के साथ पीएम मोदी से मिलने पहुंचे... किस तैयारी में जुटे हैं एलन मस्क?
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बेहद करीबी और अमेरिकी उद्योगपति एलन मस्क अपनी पत्नी और तीन बच्चों के साथ पीएम मोदी से मिलने पहुंचे। पीएम मोदी से मुलाकात में एलन मस्क ने भारत में टेस्ला और स्टारलिंक की लॉन्चिग की महत्वकांक्षा जाहिर की। मोदी और मस्क की मुलाकात 2023 में न्यूयॉर्क में भी हुई थी। तब भी मस्क टेस्ला को भारत में लाने के लिए कोशिश करते दिखे थे।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने अमेरिका विजिट के दौरान उद्योगपति एलन मस्क से मुलाकात की। मस्क मोदी से मिलने के लिए अपने तीन बच्चों और पार्टनर के साथ आए थे। इस दौरान मस्क ने पीएम मोदी को स्पेसएक्स की स्टारशिप टेस्ट फ्लाइट 5 का हीटशील्ड गिफ्ट किया।
ये हेक्सागोनल सिरेमिक हीटशील्ड टाइल स्पेसक्राफ्ट को वायुमंडल में री-एंट्री के दौरान अत्यधिक हीट से बचाती है। पिछले साल अक्टूबर में स्पेसएक्स ने साउथ टेक्सस से अपना स्टारशिप व्हीकल लॉन्च किया था। बदले में पीएम मोदी ने मस्क के बच्चों को किताबें गिफ्ट दीं।
स्टारलिंक की भारत में होगी एंट्री?
- मस्क से पीएम मोदी की मुलाकात बेहद अहम मानी जा रही है। एलन मस्क भारतीय बाजार में अपने सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस स्टारलिंक को लॉन्च करने के लिए काफी उत्सुक हैं। हालांकि भारत में स्टारलिंक की एंट्री में कई पेच हैं, जिसमें रेगुलेटरी चैंलेंज, सुरक्षा संबंधी चिंताएं और मुकेश अंबानी की जियो जैसी घरेलू टेक दिग्गजों से प्रतिस्पर्धा शामिल है।
- पिछले साल नवंबर में टेलीकॉम मिनिस्टर ज्योदिरादित्य सिंधिया ने कहा था कि स्टारलिंक को सभी सिक्योरिटी नॉर्म्स को पूरा करना होगा और सभी जरूरतों को पूरा करने के बाद ही सैटेलाइट कम्यूनिकेशन सर्विस के लिए लाइसेंस जारी किया जाएगा।
- मस्क ने भी भारत में ऑक्शन के जरिए सैटेलाइट सर्विस का स्पेक्ट्रम मिलने की पॉलिसी की आलोचना की थी। हालांकि बाद में नियमों को बदलते हुए भारत सरकार ने ऑक्शन की जगह सैटेलाइट स्पेक्ट्रम असाइन करने का फैसला किया था।
स्टारलिंक के लिए कितना तैयार भारत?
भारत में सैटेलाइट ब्रॉडबैंड सर्विस मार्केट काफी कंपीटीटिव है। करीब 6 कंपनियां पूरे मार्केट को कंट्रोल करती हैं और अंबानी की जियो उनमें शीर्ष पर है। मस्क की स्टारलिंक के करीब 6900 एक्टिव सैटेलाइट धरती का चक्कर लगा रहे हैं, जिनसे करीब 4.6 मिलियन लोगों को बेहतर ब्रॉडबैंड सर्विस मिलती है।
It was an honor to meet https://t.co/WqELdGiurP
— Elon Musk (@elonmusk) February 14, 2025
लेकिन अगर मस्क भारत में स्टारलिंक को लाना चाहते हैं, तो कंपनी की ज्यादा कीमत वाले प्लान इसमें एक बड़ी समस्या बन सकते हैं। दरअसल भारत उन देशों में शामिल है, जहां इंटरनेट पूरी दुनिया में सबसे सस्ता है। एक पक्ष ये भी है कि भारत में करीब 40 फीसदी लोगों के पास अभी भी इंटरनेट का एक्सेस नहीं है।
टेस्ला की भी एंट्री की कोशिश
- भारत दुनिया का सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल मार्केट है। यही वजह है कि मस्क टेस्ला को जल्द से जल्द भारत में लॉन्च करना चाहते हैं। लेकिन गाड़ियों पर हाई इम्पोर्ट ड्यूटी इसमें सबसे बड़ी बाधा है। वैसे भी भारत में इलेक्ट्रिक गाड़ियों का मार्केट अभी नया-नया है और पिछले साल टोटल कार सेल में इसकी हिस्सेदारी केवल 2 फीसदी थी।
- लेकिन सरकार की कोशिश है कि 2030 तक इसे बढ़ाकर 30 फीसदी कर दिया जाए। वहीं लोकल मैन्युफैक्चरिंग शुरू करने वाले विदेश कारमेकर्स द्वारा बनाए गए फुली इंपोर्टेड इलेक्ट्रिक व्हीकल पर टैरिफ रियायत को बढ़ाने की नई पॉलिसी भी इसमें मदद कर सकती है।
- टेल्सा द्वारा भारत में साइट सेलेक्शन का प्रोसेस चल रहा है। एक तथ्य ये भी है कि भारत में टेस्ला की एंट्री से भारतीयों को एडवांस इलेक्ट्रिक व्हीकल का एक्सेस को मिलेगा ही, साथ ही रोजगार के भी अवसर पैदा होंगे।
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