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    अमेरिका में पारंपरिक चर्च छोड़ रूढ़िवादी चर्चों की ओर जा रहे अविवाहित पुरूष, स्टडी में हुए चौंकाने वाले खुलासे

    Updated: Tue, 07 Jan 2025 08:31 PM (IST)

    अमेरिका में हाल में हुई एक स्टडी में पता चला है कि वहां के युवा और अविवाहित पुरुष पारंपरिक चर्च को छोड़कर रुढ़िवादी चर्च की ओर जा रहे हैं। अध्ययन के अनुसार कोविड महामारी के बाद ऐसा तेजी से हो रहा है। माना जा रहा है कि इन चर्चों के बारे में इंटरनेट पर उपलब्ध जानकारी पाने के बाद युवाओं में धर्म को लेकर एक अलग सोच विकसित हुई है।

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    अमेरिका में रुढ़िवादी चर्च की ओर रूख कर रहे हैं। (सांकेतिक तस्वीर, सोर्स- इंटरनेट मीडिया)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिका में हाल में हुई एक स्टडी में पता चला है कि युवा और अविवाहित पुरुष पारंपरिक चर्च छोड़कर ऑर्थोडॉक्स चर्च (रुढ़िवादी) की ओर रुख कर रहे हैं। स्टडी के अनुसार ऐसा कोरोना महामारी के बाद ज्यादा हुआ है। अध्ययन में पता चला है कि कोविड महामारी के दौरान ऑनलाइन सामग्री की उपलब्धता की वजह से युवाओं में धर्म को लेकर एक अलग सोच विकसित हुई है।

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    दरअसल, अमेरिका में पारंपरिक चर्च और रूढ़िवादी चर्च में काफी अंतर देखने को मिलता है। रुढ़िवादी चर्च में लंबी प्रार्थना, व्रत और आत्मसंयम पर काफी वक्त दिया जाता है। ये प्रक्रिया पुरुषों को मानसिक और शारीरिक रूप से चुनौतीपूर्ण लगती है। इन चर्च में काफी देर तक और लंबे समय तक प्रार्थना की जाती है।

    स्टडी में क्या कहा गया?

    बताया जाता है कि रूढ़िवादी चर्चों में कई घंटों तक प्रार्थना सभाएं होती हैं। इसके अलावा 40 दिनों तक के उपवास भी रखे जाते हैं। यहां की अनुशासित और मर्दाना प्रवृत्ति युवाओं को साथ ही अविवाहित पुरुषों को काफी प्रभावित करती है।

    इन दिनों अमेरिका में युवाओं को रूढ़िवादी चर्च की स्थिरता, पारंपरिकता और मजबूत नेतृत्व ने अपनी ओर खींचा है। अध्ययन में पता चलता है कि इन चर्च ने युवाओं और अविवाहित पुरुषों को मानसिक और शारीरिक रूप से भी मजबूत किया है।

    कई लोगों ने साझा किए अनुभव

    सामने आई स्टडी के अनुसार अमेरिका में रहने वाले एक विज्ञान के शिक्षक पहले नास्तिक हुआ करते थे। हालांकि, बाद में इंटरनेट पर तमाम वीडियो देखने के बाद उनका नजरिया बदल गया। विज्ञान के शिक्षक मैथ्यू रयान ने बताया कि रुढ़िवादी चर्च के अनुशासन और ऐतिहासिकता से वे प्रभावित हुए। उन्होंने सितंबर में चर्च में दीक्षा ली। ऐसे कई लोगों की प्रेरणादायक कहानी भी सामने आई है। अमेरिका में इस समय धर्म को लेकर युवाओं और अविवाहित पुरुषों की नजरिया काफी बदल गया है।