'आग में घी डालने का किया जा रहा काम', शेख हसीना के बेटे का आरोप, कहा- कोर्ट को हथियार बना रही यूनुस सरकार
बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना के बेटे संजीब वाजेद ने वर्तमान की अंतरिम सरकार पर कई आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि यूनुस सरकार बदले की भावना से काम कर रही है। वहीं हसीना के बेटे ने अंतरिम सरकार पर अवामी लीग के नेताओं के खिलाफ राजनीतिक प्रतिशोध के लिए न्यायपालिका का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया। पिछले दिनों बांग्लादेश ने हसीना के प्रत्यर्पण की मांग की थी।
वॉशिंगटन, पीटीआई। बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना के बेटे संजीब वाजेद ने मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार पर आरोप लगाया है कि वह अदालतों को हथियार बनाकर राजनीतिक बदले की भावना से काम कर रही है। बांग्लादेश के अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण में शेख हसीना के खिलाफ फर्जी मुकदमे चलाए जा रहे हैं।
आग में घी डालने का कम कर रही सरकार
शेख हसीना के बेटे संजीब वाजेद की यह प्रतिक्रिया बांग्लादेश के भारत से शेख हसीना के प्रत्यर्पण के लिए औपचारिक पत्र भेजने के बाद आया है। उनका आरोप है कि बांग्लादेश सरकार देश में स्थिति को ठीक करने के बजाय आग में घी डालने का काम कर रही है।
बदले की भावना के लिए हो रहा कोर्ट का इस्तेमाल
बांग्लादेश से जान बचाकर भागने वाली अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना के बेटे संजीब वाजेद ने मोहम्मद यूनुस नीत अंतरिम सरकार पर अवामी लीग के नेताओं के खिलाफ राजनीतिक प्रतिशोध के लिए न्यायपालिका का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया।
वाजिद ने कहा कि अनिर्वाचित यूनुस नीत सरकार द्वारा नियुक्त न्यायाधीशों और अभियोजकों ने बांग्लादेश के अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण (आईसीटी) के माध्यम से हास्यास्पद सुनवाई प्रक्रिया का संचालन किया, जो इसे एक राजनीतिक प्रतिशोध की कार्रवाई बनाता है। वाजेद ने इंटरनेट मीडिया मंच 'एक्स' पर एक लंबी पोस्ट में अपने आरोप लगाए हैं।
बांग्लादेश ने की हसीना के प्रत्यर्पण की मांग
इससे दो दिन पहले सोमवार को अंतरिम सरकार ने कहा था कि उसने नई दिल्ली को राजनयिक पत्र भेजकर हसीना को भारत से प्रत्यर्पित करने की मांग की है। 77 वर्षीय हसीना पांच अगस्त से भारत में हैं। बांग्लादेश के आइसीटी ने मानवता और नरसंहार के खिलाफ अपराधों के लिए हसीना और कई पूर्व कैबिनेट मंत्रियों, सलाहकारों तथा सैन्य एवं असैन्य अधिकारियों के लिए गिरफ्तारी वारंट जारी किए हैं।
गौरतलब है कि हाल के दिनों में ही बांग्लादेश नें भारत से शेख हसीना के प्रत्यर्पण के लिए पत्र लिखा था। भारत ने इस नोट के मिलने की बात स्वीकार की है। इस नोट को लेकर पिछले दिनों भारत के विदेश मंत्रालय (एमईए) के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने कहा कि, “हमें बांग्लादेश उच्चाोग से एक नोट वर्बल प्राप्त हुआ है जो प्रत्यर्पण से संबंधित है। इस बारे में हमारे पास साझा करने के लिए और कोई सूचना नहीं है।''
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