पाकिस्तान में हिंदुओं पर अत्याचार जारी, हथियारों से लैस अपराधियों ने तीन युवकों का किया अपरहरण
पाकिस्तान में हिंदुओं की सुरक्षा चिंताजनक बनी हुई है। उनपर लगातार अत्याचार होता रहता है। पंजाब प्रांत में अपराधियों ने बुधवार को तीन हिंदुओं का अपहरण कर लिया और बदले में अपने लोगों को रिहा करने की पुलिस से मांग की है। अपराधियों ने एक वीडियो संदेश में चेतावनी दी कि वे उनके परिवार के 10 सदस्यों को रिहा करे नहीं तो हिंदू युवकों को मार डालेंगे।

पीटीआई, लाहौर। पाकिस्तान में हिंदुओं की सुरक्षा चिंताजनक बनी हुई है। उनपर लगातार अत्याचार होता रहता है। ऐसा ही एक और मामला सामने आया है। पंजाब प्रांत में अपराधियों ने बुधवार को तीन हिंदुओं का अपहरण कर लिया और बदले में अपने लोगों को रिहा करने की पुलिस से मांग की है। घटना लाहौर से 400 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम में रहीम यार खान जिले की है।
अपराधियों ने एक वीडियो संदेश जारी किया
शमन, समीर और साजन भोंग इलाके में एक चौक के पास खड़े थे, तभी हथियारों से लैस पांच अपराधी पहुंचे। उन्होंने हथियार के बल पर उनका अपहरण कर लिया। गिरोह के सरगना आशिक कोराई ने अहमदपुर लामा पुलिस स्टेशन के अधिकारी को संबोधित एक वीडियो संदेश जारी किया, जिसमें चेतावनी दी कि वे उनके परिवार के 10 सदस्यों को रिहा करे नहीं तो हिंदू युवकों को मार डालेंगे।
वीडियो में सभी हिंदू युवक जंजीरों में बंधे नजर आ रहे थे
साथ ही पुलिस पर भी हमला करेंगे। वीडियो में सभी हिंदू युवक जंजीरों में बंधे नजर आ रहे थे और अधिकारियों से रिहाई की अपील कर रहे थे। पिछले साल, रहीम यार खान जिले के काचा इलाके में कुछ अपराधियों ने दो पुलिस वाहनों पर हमले किए थे जिसमें 12 पुलिसकर्मी मारे गए और सात घायल हो गए थे।
टीटीपी ने पाकिस्तान के यूरेनियम खनन श्रमिकों को अगवा किया
तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के लड़ाकों ने गुरुवार को अफगानिस्तान की सीमा से लगे खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में पाकिस्तान के यूरेनियम और प्लूटोनियम के खनन से जुड़े 16 श्रमिकों का अपहरण कर लिया। टीटीपी लड़ाकों ने लक्की मरवात जिले में श्रमिकों को ले जा रहे एक वाहन को रोककर बंदूक की नोक पर श्रमिकों को जबरन उतार लिया और गाड़ी को आग के हवाले कर दिया।
अधिकारियों ने कहा कि जिस खनन परियोजना में ये श्रमिक काम करते थे, वह पाकिस्तान के परमाणु ऊर्जा आयोग से संबंधित है। पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने अगवा किए गए 16 खदान श्रमिकों में से आठ को बचा लिया है। सुरक्षा अधिकारियों ने कहा कि भीषण गोलीबारी के दौरान बचाए गए आठ श्रमिकों में से तीन घायल हो गए, जिनमें से एक की हालत गंभीर है।
टीटीपी ने जारी किया बयान
लक्की मरवात और उत्तरी वजीरिस्तान जिलों की सीमा पर गोलीबारी तब हुई, जब अपहरणकर्ता बंदियों को उत्तरी वजीरिस्तान ले जाने की कोशिश कर रहे थे। खैबर पख्तूनख्वा के गवर्नर फैसल करीम कुंदी ने अपहरण की कड़ी निंदा करते हुए इसे अस्वीकार्य कृत्य बताया है। इस बीच, टीटीपी प्रवक्ता मुहम्मद खुरसानी ने एक बयान जारी कर दावा किया कि श्रमिकों को नुकसान पहुंचाने के लिए नहीं, बल्कि मांगों पर दबाव बनाने के लिए अगवा किया गया था।
क्षेत्र में तनाव बना हुआ है
उन्होंने पाकिस्तान सरकार से सशस्त्र जवाबी कार्रवाई से बचने और जानमाल के नुकसान को रोकने के लिए उनकी मांगों पर गंभीरता से विचार करने का आग्रह किया। बताते चलें, कुछ दिन पहले पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के पूर्वी पक्तिका प्रांत में टीटीपी के शिविरों पर हवाई हमला किया था। अफगान तालिबान ने इसकी कड़ी आलोचना की थी। इसके बाद से क्षेत्र में तनाव बना हुआ है।
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