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Russia Ukraine War: रूस-यूक्रेन युद्ध के दो वर्ष पूरे, अमेरिका ने मास्को पर लगाए 500 नए प्रतिबंध

रूस और यूक्रेन के बीच जंग के शनिवार को दो वर्ष पूरे होने जा रहे हैं। जंग में जहां यूक्रेन तबाह हो चुका है तो रूस को भी काफी नुकसान उठाना पडा है। रूस पर दबाव बनाने के लिए शुक्रवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने 500 से अधिक नए प्रतिबंधों की घोषणा की है। जिसमें रक्षा से जुड़ी मशीनें और उपकरण शामिल हैं।

By Sonu Gupta Edited By: Sonu Gupta Published: Fri, 23 Feb 2024 09:36 PM (IST)Updated: Sat, 24 Feb 2024 12:18 AM (IST)
अमेरिका ने रूस पर लगाए 500 नए प्रतिबंध। फोटोः एपी।

रायटर, वाशिंगटन। रूस और यूक्रेन के बीच जंग के शनिवार को दो वर्ष पूरे होने जा रहे हैं। जंग में जहां यूक्रेन तबाह हो चुका है तो रूस को भी काफी नुकसान उठाना पडा है। लेकिन लड़ाई खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। इस बीच, रूस पर दबाव बनाने के लिए शुक्रवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने 500 से अधिक नए प्रतिबंधों की घोषणा की है। जिसमें रक्षा से जुड़ी मशीनें और उपकरण शामिल हैं। इसके अलावा रूस की करीब 100 संस्थाओं पर नए निर्यात प्रतिबंध भी लगाए जाएंगे।

ब्रिटेन व यूरोपीय संघ ने भी किया नए प्रतिबंधों का एलान

दूसरी ओर, ब्रिटेन व यूरोपीय संघ ने भी रूस पर नए प्रतिबंधों का एलान कर दिया है। व्हाइट हाउस ने पिछले हफ्ते रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के धुर विरोधी व रूस के मुख्य विपक्षी नेता एलेक्सी नवलनी की जेल में रहस्यमयी परिस्थितियों में मौत के बाद जवाबी प्रतिबंधों का वादा किया था।

यूक्रेन का समर्थन करता रहेगा अमेरिकाः बाइडन

बाइडन ने शुक्रवार को नए प्रतिबंधों की घोषणा करते हुए कहा कि अमेरिका यूक्रेन का समर्थन करता रहेगा। अमेरिकी विदेश विभाग में अंडर सेक्रेटरी विक्टोरिया नूलैंड ने कहा कि कुछ प्रतिबंध ऐसे हैं जो नवलनी की मौत के लिए जिम्मेदार हैं, लेकिन ज्यादातर युद्ध उपकरणों से जुड़ी होंगी। अमेरिका ने रूस पर पहले से हजारों प्रतिबंध लगाए हैं, जिनमें रूसी अधिकारी, व्यापारी, बैंक और कंपनियां शामिल हैं।

दूसरी ओर, ब्रिटेन ने भी रूस पर प्रतिबंधों की नई घोषणाएं की हैं। इस पैकेज में 50 से अधिक व्यक्तियों व संस्थाओं को शामिल किया गया है। ब्रिटेन के विदेश मंत्री डेविड कैमरन ने कहा कि इन अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों को रूस झेल नहीं पाएगा। वहीं, दूसरी ओर 27 देशों वाले यूरोपीय संघ ने भी 200 से अधिक प्रतिबंधों को मंजूरी दी है। इनमें कुल मिलाकर 106 से अधिक अधिकारी और 88 संस्थाएं शामिल हैं।

नवलनी की पत्नी व बेटी से मिले बाइडन

व्हाइट हाउस ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने सैन फ्रांसिस्को में दिवंगत रूसी विपक्षी नेता एलेक्सी नवलनी की पत्नी और बेटी से मुलाकात की है। गुरुवार को मुलाकात के दौरान उन्होंने रूसी नेता की मौत पर अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त की।

नवलनी की पत्नी यूलिया नवलनया और बेटी दशा नवलनया के साथ बातचीत में राष्ट्रपति बाइडन ने रूसी नेता के असाधारण साहस और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने की उनकी क्षमता की सराहना की। इस दौरान उन्होंने यूलिया को गले लगाकर ढांढस बधाया। उन्होंने वादा किया था कि वह नवलनी की मौत के जवाब में रूस पर प्रतिबंध लगाएंगे।

रूस ने यूक्रेन पर फिर दागे ड्रोन व मिसाइल, चार की मौत

रूस ने गुरुवार रात यूक्रेन के दक्षिणी और पूर्वी क्षेत्र में ड्रोन और मिसाइल हमले किए हैं। इनमें चार लोगों की मौत हो गई, जबकि नौ घायल हो गए। वाणिज्यिक क्षेत्र ओडेसा के काला सागर तट पर ड्रोन हमले में तीन लोगों की जान गई है। यूक्रेन के एयर डिफेंस ने बताया कि बीती रात रूस ने यूक्रेन के पांच क्षेत्रों पर 31 ड्रोन लांच किए जिनमें से 23 को वायु सेना ने नष्ट कर दिए। राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के राष्ट्रपति कार्यालय में उप प्रमुख ओलेंस्की कुलेबा ने कहा कि दुश्मन ने तीन दर्जन शहीद ड्रोन और छह मिसाइल लांच किए।

30 हजार से अधिक यूक्रेनी अब भी लापता

यूक्रेन पर रूस ने 24 फरवरी, 2022 को हमला किया था। लेकिन जंग को उसने जितना आसान समझा था, वैसा नहीं हुआ। यूक्रेन ने डटकर मुकाबला किया और कीव पर कब्जे की रूस की कोशिशों को नाकाम कर दिया। हालांकि, बाद में यूक्रेन के चार क्षेत्रों पर कब्जा करने में रूस कामयाब रहा। यूक्रेन की नेशनल पुलिस के अनुसार, 30 हजार से अधिक लोग लापता हैं, जिनका परिवार के लोगों से संपर्क अब तक नहीं हो पाया है। परिवार के लोग उनकी तलाश में भटक रहे हैं।

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लड़ाई में दोनों पक्षों को बड़ी संख्या में सैनिकों को खोना पड़ा है। लेकिन यूक्रेन का बुनियादी ढांचा बर्बाद हो गया। हमले में बड़ी संख्या में यूक्रेनियों की जान गई है। लाखों लोग विस्थापित होकर पड़ोसी देशों व अन्य जगहों पर शरण लेने को मजबूर हैं। अमेरिका के नेतृत्व में पश्चिमी देश यूक्रेन को लगातार सैन्य व आर्थिक मदद कर रहे हैं। जिसकी वजह से वह अब तक युद्ध में टिक पाया।

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