Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Russia Ukraine War: 'संघर्ष क्षेत्रों से दूर रहें भारतीय नागरिक', रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच भारत ने जारी की नई सलाह

    भारत ने अपने नागरिकों को संघर्ष क्षेत्र से दूर रहने के लिए आग्रह किया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा कि वह रूसी सेना में सहायक कर्मचारियों के रूप में काम करने वाले भारतीयों की शीघ्र मुक्ति के लिए लगातार मास्को के साथ संपर्क में है। हमें यह जानकारी मिली है कि कुछ भारतीय नागरिकों ने रूसी सेना में सहायक नौकरियों के लिए करार किया है।

    By Agency Edited By: Sonu Gupta Updated: Fri, 23 Feb 2024 08:11 PM (IST)
    Hero Image
    संघर्ष क्षेत्रों से दूर रहें भारतीय नागरिक: विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल

    जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। भारत सरकार ने स्वीकार किया है कि रूस-यूक्रेन युद्ध के लिए रूस की सेना ने कुछ भारतीय युवाओं को सहायक के तौर पर नौकरी देने के लिए रखा हुआ है। इन भारतीयों को स्वदेश लाने के लिए भारत सरकार रूस की सेना के साथ संपर्क में है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    विदेश मंत्रालय ने नागरिकों को किया आगाह

    इसके साथ ही भारतीय विदेश मंत्रालय ने अपने नागरिकों को आगाह किया है कि वह रूस-यूक्रेन युद्ध से अपने आपको दूर रखें। हाल ही में मीडिया में यह खबर प्रकाशित हुई है कि सहायक के तौर पर जिन लोगों की नियुक्ति रूस की सेना ने की है, उन्हें युद्ध के मैदान में भेजा जा रहा है। इन लोगों ने अपने परिवार के लोगों को संदेश भेजा है कि उन्हें वापस लाने के लिए सरकार से मदद मांगी जाए।

    भारत ने रूस से साधा संपर्क

    हमें इस बात की जानकारी है कि कुछ भारतीय नागरिकों को रूस की सेना ने सहायक कार्यों के लिए अनुबंधित किया है। इस बारे में मास्को स्थित भारतीय दूतावास ने रूस में संबंधित अधिकारियों से संपर्क किया है। हम सभी भारतीयों से यह आग्रह करते हैं कि वह रूस-यूक्रेन विवाद से दूर रहें।- रणधीर जायसवाल, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता

    दुबई के जरिए रूसी सेना ने भारतीयों से साधा था संपर्क

    मीडिया में जो बातें सामने आई हैं उनके मुताबिक रूस की सेना ने दुबई के जरिए कुछ भारतीयों को अनुबंधित किया है। जो सूचना इन भारतीयों ने अपने परिवार को भेजी है उसके मुताबिक यूक्रेन सीमा के पास युद्ध भूमि के पास ले जा कर बताया गया कि उन्हें लड़ाई भी लड़नी है।

    इनके पास अपने परिवार से संपर्क साधने का कोई साधन भी नहीं है। एक भारतीय ने वहां से किसी रूसी सैनिक के मोबाइल फोन से अपने परिवार से संपर्क साधा तब इस पूरे प्रकरण का पर्दाफाश हुआ है।

    यह भी पढ़ेंः India Canada Row: 'भारत नहीं करता किसी भी देश की लोकतांत्रिक प्रक्रिया में हस्तक्षेप', विदेश मंत्रालय की कनाडा को खरी-खरी