ट्रंप ने जेलेंस्की को दिया पुतिन का खास मैसेज, यूक्रेनी राष्ट्रपति ने एक झटके में किया इनकार; जानें अंदर की बात
डोनाल्ड ट्रंप और व्लादिमीर जेलेंस्की की अलास्का में हुई बैठक के बाद रूस-यूक्रेन युद्ध को खत्म करने की कोशिश पर चर्चा हो रही है। ट्रंप ने यूक्रेन को रूस से समझौता करने को कहा जबकि पुतिन ने यूक्रेन से डोनेट्स्क का इलाका मांगा जिसे जेलेंस्की ने ठुकरा दिया। जेलेंस्की अमेरिका में ट्रंप से मिलेंगे।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की की अलास्का में हुई बैठक के बाद रूस-यूक्रेन युद्ध को खत्म करने की कोशिश पर नई बहस छिड़ गई है।
ट्रंप ने साफ कहा कि यूक्रेन को रूस से समझौता करना चाहिए क्योंकि रूस बहुत बड़ा शक्ति है और यूक्रेन नहीं है। वहीं, पुतिन ने यूक्रेन से और जमीन मांगी लेकिन यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने इसे सख्ती से ठुकरा दिया।
रूस की मांग
बैठक के बाद एक सूत्र ने बताया कि पुतिन ने ट्रंप से कहा कि अगर यूक्रेन डोनेट्स्क का पूरा इलाका छोड़ दे तो रूस ज्यादातर मोर्चों पर युद्ध रोक सकता है। लेकिन, जेलेंस्की ने इस मांग को साफ मना कर दिया। बता दें, रूस पहले ही यूक्रेन का 20% हिस्सा और डोनेट्स्क का तीन-चौथाई इलाका कब्जा चुका है।
सोमवार को जेलेंस्की अमेरिका जान वाले हैं और वहां वे ट्रंप से मुलाकात करेंगे। यूरोपीय नेताओं ने ट्रंप की कोशिशों की तारीफ की, साथ ही यह भी कहा कि वे यूक्रेन का साथ नहीं छोड़ेंगे और रूस पर और सख्त पाबंदियां लगाएंगे।
जेलेंस्की ने कहा- कोई समझौता नहीं
जेलेंस्की ने कहा कि बिना सुरक्षा गारंटी के कोई समझौता संभव नहीं है। उनका कहना है कि यूक्रेन को ऐसा सिस्टम चाहिए, जिसमें अगर रूस फिर हमला करे तो अमेरिका और उसके सहयोगी तुरंत मदद करें।
मेलोनी ने भी उठाया सुरक्षा गारंटी का मुद्दा
इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी ने भी सुरक्षा गांरटी को सबसे अहम मुद्दा बताया। उन्होंने कहा कि यह नाटो के अनुच्छेद 5 जैसा होना चाहिए, यानी हमला होने पर सब मिलकर जवाब दें। पुतिन ने भी ट्रंप के साथ बातचीत में माना कि यूक्रेन की सुरक्षा सुनिश्चित होनी चाहिए, लेकिन उन्होंने जेलेंस्की से सीधी मुलाकात की कोई बात नहीं की।
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