ट्रंप की आलोचना करने वाली किताब पर नया बवाल, जांच पर उठ रहे सवाल
अमेरिकी पत्रकार माइकल वोल्फ द्वारा लिखित किताब 'फायर एंड फ्यूरी' से वहां की राजनीति में खलबली मच गई है। अब कहानी में नया ट्विस्ट आ गया है।
वाशिंगटन, आइएनएस। अमेरिकी पत्रकार माइकल वोल्फ द्वारा लिखित किताब 'फायर एंड फ्यूरी' से वहां की राजनीति में खलबली मच गई है। अब कहानी में नया ट्विस्ट आ गया है। दो अमेरिकी रिपब्लिकन सीनेटरों ने न्यायालय विभाग और एफबीआई से क्रिस्टोफर स्टील के खिलाफ आपराधिक जांच की मांग की है, जो राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर इस विवादास्पद किताब की जांच कर रहे हैं।
शिन्हुआ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार सीनेटर चक ग्रेसले और लिंडसे ग्राहम ने पूर्व ब्रिटिश खुफिया एजेंट स्टील को कथित रूप से संघीय जांचकर्ताओं को झूठे बयान देने के लिए कहा था। ग्रेसले ने अपने बयान में कहा, 'मैं हल्के ढंग से आपराधिक जांच के लिए एक रेफरल नहीं करता लेकिन जैसा कि हमारी जांच के दौरान किसी अपराध के किसी भी विश्वसनीय प्रमाण का पता लगाता है मैं उचित जानकारी के लिए न्याय विभाग के साथ उस जानकारी को पारित करने के लिए बाध्य महसूस करता हूं।'
ग्राहम ने कहा, 'निहित जानकारी को बांटने में स्टील ने स्वयं का संचालन किया और दस्तावेज के उपयोग में डीओजे को कैसे अनदेखा किया था, मुझे विश्वास है कि विशेष वकील को इस मामले की समीक्षा करने की आवश्यकता है' उनका कहना है कि रेफरल किसी अपराध के आरोप का इरादे से नहीं किया जा रहा है।
ग्रेसले सीनेट न्यायपालिका समिति के अध्यक्ष हैं, जो ट्रम्प के कथित संबंधों में रूस के विशेष वकील रॉबर्ट मुलर के साथ जांच का संचालन कर रहे हैं। रेफरल को गुरुवार को बनाया गया था लेकिन इसकी जानकारी शुक्रवार को मिली। विवादित दस्तावेज को संकलित करने के लिए स्टील को काम पर रखा था।
माइकल वोल्फ की किताब 'फायर एंड फ्यूरी' में कई चौंकाने वाले खुलासे किए गए थे। अमेरिकी पत्रकार की किताब के मुताबिक, पिछले साल आश्चर्यजनक चुनावी जीत के बाद अमेरिका की प्रथम महिला मेलानिया ट्रंप की आंखों में आंसू थे, लेकिन वो खुशी के आंसू नहीं थे। उनके अनुसार ट्रंप राष्ट्रपति बनना ही नहीं चाहते थे।
डोनाल्ड ट्रंप ने किताब के प्रकाशकों से इसे प्रकाशित करने से तत्काल रोकने की मांग की है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार पुस्तक के प्रकाशक स्टीव रूबिन और लेखक माइकल वोफ को ट्रंप की कानूनी टीम द्वारा भेजे गए पत्र में ट्रंप ने 'पुस्तक के प्रकाशन से पूरी तरह से पीछे हटने और माफी मांगने' की मांग की है। यह किताब 9 जनवरी को प्रकाशित होनी है।
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