वाशिंगटन, पीटीआई। अमेरिकी वीजा के लिए आवेदन करने वालों के लिए राहत भरी खबर है। अमेरिकी विदेश विभाग ने वीजा बैकलॉग को जल्द से जल्द समाप्त करने की अमेरिकी राष्ट्रपति आयोग की सिफारिशें मान ली हैं। भारत उन देशों में है जहां कोरोना संबंधी यात्रा प्रतिबंध समाप्त होने के बाद अमेरिकी वीजा के लिए आवेदन में काफी तेजी देखी गई थी। लेकिन वीजा प्रतीक्षा अवधि काफी अधिक होने से परेशान थे।
अतिरिक्त वीजा कर्मचारियों को नियुक्त करने पर जोर
राष्ट्रपति आयोग ने अपनी सिफारिशों में सुझाव दिया था कि भारत में वीजा बैकलाग को समाप्त करने के लिए अमेरिकी राजनयिक मिशन को अतिरिक्त वीजा कर्मचारियों को नियुक्त करना चाहिए। एशियाई देशों में वीजा प्रतीक्षा अवधि 400 दिन से अधिक है, इसे दो से चार सप्ताह करने की सिफारिश की गई है। मालूम हो कि भारत में बी-1 (बिजनेस) और बी-2 (पर्यटक) श्रेणी में सबसे अधिक वीजा आवेदक हैं। आयोग की सिफारिशों में यह भी कहा गया है कि विदेश विभाग को इसके लिए आभासी साक्षात्कार की अनुमित देनी चाहिए।
जनवरी में आए एक लाख से अधिक आवेदन
भारत स्थित अमेरिकी दूतावास में इस साल केवल जनवरी में एक लाख से अधिक वीजा आवेदन आए। यह एक महीने में सर्वाधिक है, इतना ही नहीं यह 2019 के बाद किसी भी महीने में सबसे अधिक आवेदन है।
एच-1बी वीजा धारकों को मोहलत की अवधि एक साल करने की मांग
अमेरिकी टेक कंपनियों में छंटनी के चलते बहुत से भारतीय नई नौकरी की तलाश में हैं। इस समस्या को देखते हुए दो भारतीय अमेरिकी संगठनों ने अमेरिकी राष्ट्रपति से एच-1बी वीजा धारकों के लिए आनलाइन याचिका के माध्यम से मांग की है नई नौकरी तलाशने की मोहलत की अवधि 60 दिन से बढ़ाकर एक वर्ष की जाए।
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