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    Trump Putin Meet: ट्रंप की पुतिन से नाराजगी तो घटी, लेकिन सीजफायर पर नहीं बनी बात; 10 Points में 'महाबैठक' की डिटेल

    Updated: Sat, 16 Aug 2025 11:14 AM (IST)

    अलास्का में रूसी राष्ट्रपति पुतिन और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच हुई बैठक में यूक्रेन युद्ध समेत कई मुद्दों पर चर्चा हुई। दोनों नेताओं ने इसे सकारात्मक बताया लेकिन कोई समझौता नहीं हो सका। ट्रंप ने पुतिन का गर्मजोशी से स्वागत किया। पुतिन ने कहा कि अगर 2022 में ट्रंप राष्ट्रपति होते तो यूक्रेन युद्ध नहीं होता। टैरिफ पर राहत की उम्मीद जताई जा रही है।

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    अलास्का में हुई राष्ट्रपति पुतिन और राष्ट्रपति ट्रंप की मुलाकात। (फोटो- रॉयटर्स)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। रूस के राष्ट्रपति पुतिन और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच अलास्का में एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। इस दौरान दोनों नेताओं ने यूक्रेन युद्ध के साथ अन्य कई मुद्दों पर चर्चा की।

    हालांकि, दोनों नेताओं के बीच चली घंटों की ये बैठक बेनतीजा रही। अमेरिक में राष्ट्रपति पुतिन का स्वागत डोनाल्ड ट्रंप ने गर्मजोशी के साथ किया। शाही अंदाज में पुतिन का स्वागत रेड कारपेट पर किया गया। दोनों नेताओं ने बैठक के बाद एक प्रेस वार्ता को संबोधित किया। हालांकि, किसी भी प्रकार के सवालों का जवाब देने से बचें।

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    एक दशक बाद अमेरिका के किसी मंच पर पुतिन

    बता दें कि साल 2022 में शुरू हुए रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद ये पहला मौका है, जब रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिका की धरती पर कदम रखा। वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ सार्वजनिक बैठक में हिस्सा लिया। बाद में एक बयान में बताया गया कि रूसी राष्ट्रपति पुतिन को किसी प्रमुख राष्ट्रपति शिखर सम्मेलन के लिए अमेरिका का दौरा किए करीब एक दशक हो गया है।

    नहीं बनी किसी भी समझौते पर बात

    दोनों राष्ट्रपतियों ने अलास्का में करीब 3 घंटे की बैठक की। इस दौरान यूक्रेन युद्ध समेत कई मु्द्दों पर चर्चा की। दोनों देशों के प्रमुखों ने इस बैठक को सकारात्मक बताया। हालांकि, इस बैठक के दौरान किसी भी समझौता नहीं हो सका।

    रेड कारपेट पर हुआ पुतिन का स्वागत

    रूस के राष्ट्रपति पुतिन का अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। जब दोनों नेता रेड कारपेट पर आगे बढ़ रहे थे, उस वक्त हवा में एक बी-2 स्टील्थ बॉम्बर और एफ-22 या एफ 35 विमान गुजरे। इस दौरान इस खूबसूरत नजारे ने सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा।

    पुराने मित्र फिर एक हुए?

    जिस अंदाज में अमेरिका में पुतिन का स्वागत अमेरिकी राष्ट्रपति ने किया, उसने अपनी ओर सभी का ध्यान खींचा। इस दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण बैठक बैठक है, दोनों देशों के बीच। और जब हम साथ मिलकर काम करते हैं तो काफी कुछ अच्छा होता है। इस दृश्य ने पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया।

    प्रोटोकॉल में भी हुआ बदलाव

    अमेरिका और रूस के बीच हुए इस शिखर सम्मेलन को काफी कम समय में आयोजित किया गया। अमेरिकी अधिकारियों ने भी माना कि इस शिखर सम्मेलन की गति सामान्य शिखर सम्मेलन कूटनीति से अलग थी। डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि यह बैठक एक अनुभूति बैठक जैसी थी और उन्होंने कहा कि अगर यह खराब रही तो वह तुरंत बाहर निकल सकते हैं।

    परोक्ष रूप से बिडेन पर साधा निशाना

    बैठक के दौरान रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि अगर साल 2022 में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप होते, तो यूक्रेन के साथ जंग नहीं छिड़ी होती। पुतिन ने इस दौरान कहा कि आज यह एक बड़ी भूल है, जब राष्ट्रपति ट्रंप कह रहे है कि अगर वे उस समय राष्ट्रपति होते, तो युद्ध नहीं होता और मुझे पूरा यकीन है कि युद्ध नहीं होता। पुतिन ने आगे कहा कि मुझे लगता है कि मैंने और राष्ट्रपति ट्रंप ने एक बहुत ही अच्छा व्यावसायिक संबंध बनाया है।

    बोलने के दौरान दिखा असंतुलन

    अलास्का में हुई बैठक के बाद पुतिन ने करीब 8 मिनट तक अपनी बात रखी। वहीं, ट्रंप ने करीब चार मिनट तक अपनी बात की। पुतिन ने अपनी बात के दौरान दोस्ताना लहजे में ट्रंप का आभार भी व्यक्त किया। वहीं, ट्रंप की संक्षिप्त टिप्पणियों ने रचनात्मक बातचीत के उनके दृष्टिकोण और यूक्रेन समझौते सहित उनकी आशा को दोहराया।

    टैरिफ पर राहत की उम्मीद

    बता दें कि अलास्का में पुतिन और डोनाल्ड ट्रंप की मुलाकात के बाद टैरिफ को लेकर भी चर्चाएं भी की जाने लगी हैं। बैठक के बाद जब ट्रंप से रूस से तेल खरीदने वाले देशों पर टैरिफ लगाने के फैसले के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इस मामले पर अभी वह विचार कर रहे हैं। आने वाले दो से तीन हफ्ते में वह इस विषय पर चर्चा करेंगे।

    यूक्रेन को रखा गया बाहर

    बता दें कि अलास्का में हुई इस बैठक में यूक्रेन ने हिस्सा नहीं लिया। पुतिन ने बैठक से पहले कहा कि कीव को इसमें शामिल नहीं किया गया है। उन्होंने अमेरिका से मजबूत समर्थन का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि युद्ध समाप्त करने का वक्त आ गया है और रूस को आवश्यक कदम उठाने होंगे। हम अमेरिका पर भरोसा कर रहे हैं।

    जानिए क्या हो सकता है आगे?

    इस बैठक के बाद अब सभी के मन में सवाल है कि आखिर आगे क्या होगा? अमेरिकी राष्ट्रपति ने अपनी टिप्पणी के दौरान कहा कि हम आपसे जल्द बात करेंगे और शायद जल्द मिलेंगे। पुतिन ने इस दौरान कहा अगली मुलाकात मॉस्को में हो तो अच्छा है। हालांकि, इस वार्ता के बाद भी अभी तक किसी प्रकार का कोई निष्कर्ष नहीं निकला है।

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