वैश्विक शांति और विकास में सुधार जरूरी' UN में बोले पीएम मोदी- आतंकवाद से निपटने के लिए होना होगा एकजुट
PM Modi US Visit प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिकी दौरे के तीसरे दिन संयुक्त राष्ट्र महासभा में समिट ऑफ द फ्यूचर कार्यक्रम को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि वह मानवता के छठे हिस्से की आवाज पहुंचाने आया हूं। पीएम ने आतंकवाद को वैश्विक शांति के लिए बड़ा खतरा बताते हुए ग्लोबल संस्थाओं में सुधार की आवश्यकता पर जोर दिया।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को न्यूयॉर्क में 79वें संयुक्त राष्ट्र महासभा सत्र को संबोधित किया। ‘समिट ऑफ द फ्यूचर’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि जून में अभी मानव इतिहास के सबसे बड़े चुनावों में भारत के लोगों ने मुझे लगातार तीसरी बार सेवा का अवसर दिया है और आज मैं इसी मानवता के छठे हिस्से की आवाज आप तक पहुंचाने आया हूं।
पीएम ने अपने संबोधन में कहा कि जब हम ग्लोबल फ्यूचर की बात हम कर रहे हैं तो मानव केंद्रित दृष्टिकोण सर्वप्रथम होना चाहिए। संयुक्त राष्ट्र के सत्र को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि वैश्विक शांति एवं विकास के लिए ग्लोबल संस्थाओं में सुधार आवश्यक हैं। उन्होंने कहा कि अफ्रीकन यूनियन को नई दिल्ली समिट में जी-20 की स्थायी सदस्यता, इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था।
तैयार हो रहे संघर्ष के नए मैदान
पीएम मोदी ने कहा, 'वैश्विक शांति और सुरक्षा के लिए के लिए एक तरफ आतंकवाद जैसा बड़ा खतरा है तो दूसरी तरफ साइबर, स्पेस जैसे अनेक संघर्ष के नए-नए मैदान भी बन रहे हैं। इन सभी विषयों पर मैं जोर देकर कहूंगा कि वैश्विक कार्रवाई वैश्विक महत्वाकांक्षा से मेल खानी चाहिए। हमें ऐसी ग्लोबल डिजिटल गवर्नेस चाहिए, जिससे राष्ट्रीय संप्रभुता और अखंडता अक्षुण्ण रहे।'
अफ्रीकन यूनियन को नई दिल्ली समिट में जी-20 की स्थायी सदस्यता इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था।
— BJP (@BJP4India) September 23, 2024
वैश्विक शांति और सुरक्षा के लिए के लिए एक तरफ आतंकवाद जैसा बड़ा खतरा है तो दूसरी तरफ साइबर, स्पेस जैसे अनेक संघर्ष के नए-नए मैदान भी बन रहे हैं।
इन सभी विषयों पर मैं जोर देकर… pic.twitter.com/KAN989Ft1Y
'भारत विश्व से साझा करने के लिए तैयार है DPI'
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर एक सेतु होनी चाहिए, न कि बाधा। ग्लोबल गुड के लिए भारत अपना डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर पूरे विश्व से साझा करने के लिए तैयार है। भारत के लिए एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य एक कमिटमेंट है। सतत विकास को प्राथमिकता देते हुए हमें मानव कल्याण, फूड, हेल्थ सिक्योरिटी, ये भी सुनिश्चित करनी होगी। भारत में 250 मिलियन लोगों को गरीबी से बाहर निकाल कर हमने यह दिखाया है कि सतत विकास सफल हो सकता है।

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