Move to Jagran APP

नौकरीपेशा माता-पिता जरूर पढ़ें यह खबर, आपकी जॉब का बच्चों पर पड़ता है गहरा असर

ह्यूस्टन यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं का दावा, बच्चों का स्वास्थ्य बेहतर रखना है तो माता- पिता को उनकी जॉब और परिवार में बैठाना होगा सामंजस्य।

By Nancy BajpaiEdited By: Published: Sat, 05 Jan 2019 12:15 PM (IST)Updated: Sat, 05 Jan 2019 12:15 PM (IST)
नौकरीपेशा माता-पिता जरूर पढ़ें यह खबर, आपकी जॉब का बच्चों पर पड़ता है गहरा असर
नौकरीपेशा माता-पिता जरूर पढ़ें यह खबर, आपकी जॉब का बच्चों पर पड़ता है गहरा असर

ह्यूस्टन, प्रेट्र। आज की तेज रफ्तार दुनिया में हम तेजी से प्रोफेशनल होते जा रहे हैं। ऑफिस में इतने काम होते हैं कि घर पर अपनों के लिए समय कम पड़ जाता है। ऐसे में बच्चों के लिए जरूरी समय निकालना बेहद जरूरी है। इसके अभाव में न केवल बच्चे माता-पिता से दूर होने लगते हैं, बल्कि इसका असर उनके स्वास्थ्य पर भी पड़ने लगता है। इस संदर्भ में किए गए एक अध्ययन के जरिये शोधकर्ताओं ने इस दिशा में ध्यान खींचने का प्रयास किया है।

loksabha election banner

आपकी जॉब का बच्चों पर असर 
अध्ययन के आधार पर उन्होंने बताया है कि अभिभावकों की जॉब के तनाव का असर बच्चों के स्वास्थ्य पर पड़ता है। उन्होंने सुझाव दिया है कि यदि माता-पिता बच्चों का बेहतर स्वास्थ्य चाहते हैं, तो उन्हें अपनी प्रोफेशनल लाइफ पर कुछ नियंत्रण जरूर रखना चाहिए।

यह आपके बच्चे के लिए बेहतर होगा
अमेरिका स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ ह्यूस्टन में प्रोफसर क्रिस्टियन स्पिट्जमुलेर माता-पिता को सुझाव देती हैं, खुद पर किसी काम को थोपे जाने के स्थान पर यदि आप यह तय करते हैं कि आपको अपनी जॉब किस तरह करनी हैं, तो यह आपके बच्चों के लिए बेहतर होगा। एक अच्छी खबर की ओर संकेत करते हुए वह कहती हैं, हालांकि, आजकल बहुत से संस्थान अपने कर्मचारियों का ध्यान रखते हैं और उन्हें उनके काम को नियंत्रित करने का अवसर देते हैं।

इस तरह किया अध्ययन
इस अध्ययन के लिए शोधकर्ताओं ने नाइजीरिया के लेगोस शहर में अभिभावकों और बच्चों दोनों का डाटा एकत्र किया। यह डाटा दो समूहों के आधार पर एकत्र किया गया। इनमें एक परिवार कम आमदनी वाला था, जबकि दूसरा समूह उनकी तुलना में धनी परिवार था। ऑक्यूपेशनल हेल्थ साइकोलॉजी नामक जर्नल में बताया गया है कि अध्ययन में शामिल दोनों समूहों के किशोर बच्चों के स्वास्थ्य की जांच उनके विद्यालयों में की गई और उन्हें अपनी सेहत पर स्वयं निगरानी रखने को कहा गया।

यह आया सामने
सर्वेक्षण से मिले डाटा के आधार पर शोधकर्ताओं ने पाया कि गरीबी में रहने वाले परिवारों के बच्चों के स्वास्थ्य और धनी परिवारों के बच्चों के स्वास्थ्य में ज्यादा अंतर नहीं था। क्रिस्टियन कहती हैं, आर्थिक स्थिति इन चीजों पर उतना असर नहीं डालती है, जितना कि हम सब सोचते हैं। हमारे अध्ययन में स्पष्ट रूप से सामने आया कि बच्चों के स्वास्थ्य पर माता-पिता की जॉब का असर पड़ता है। यदि अभिभावक तनाव मुक्त माहौल में और अच्छी जॉब कर रहे हैं तो वे बच्चों को ज्यादा समय दे पाते हैं और उनका ख्याल भी अच्छे से रख पाते हैं। वहीं, दूसरी ओर जिन बच्चों के माता-पिता खराब माहौल में जॉब कर रहे हैं, उनके परिवार में विवाद भी देखने को मिलते हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.