Mathura Sridharan: कौन हैं अमेरिका में सॉलिसिटर जनरल बनीं मथुरा श्रीधरन? बिंदी लगाने पर हुईं ट्रोल
भारतीय मूल की मथुरा श्रीधरन को ओहियो का 12वां सॉलिसिटर जनरल नियुक्त किए जाने पर विवाद हो गया। अटार्नी जनरल कार्यालय की घोषणा के बाद कुछ लोगों ने उनकी नागरिकता पर सवाल उठाए और नस्लीय टिप्पणियां की। जवाब में अटॉर्नी जनरल योस्ट ने श्रीधरन का बचाव किया और उनकी कानूनी योग्यता की प्रशंसा की।

वॉशिंगटन, आईएएनएस। भारतीय मूल की मथुरा श्रीधरन को ओहियो का 12वां सालिसिटर जनरल (एसजी) नियुक्त किया गया है। अटार्नी जनरल कार्यालय ने जब एक्स पर एक बयान में इसकी घोषणा की, तो उन्हें काफी ट्रोल किया गया। लोगों ने सवाल उठाया कि इस पद के लिए 'गैर-अमेरिकी नागरिक' को क्यों चुना गया। कुछ लोगों ने तो उनकी बिंदी की ओर इशारा करते हुए कहा, ''इसमें तो पर्मा-डॉट (स्थायी पूर्णविराम) है।''
ओहियो के अटार्नी जनरल (एजी) डेव योस्ट के कार्यालय ने एक्स पर पोस्ट में कहा, ''एजी ने राज्य और संघीय अदालतों में अपील के लिए राज्य के शीर्ष अटार्नी के रूप में मथुरा श्रीधरन को ओहियो का 12वां एसजी नामित किया है।'' इस घोषणा पर कुछ आनलाइन यूजर्स ने उनकी नियुक्ति की आलोचना की।
'अमेरिका का मूल निवासी नहीं मिला?'
एक यूजर ने कहा, ''क्या इस पद के लिए अमेरिका का कोई नागरिक और मूल निवासी नहीं मिला?'' एक अन्य यूजर ने लिखा, ''मूल ओहियोवासियों को राज्य में नौकरी भी नहीं मिल रही। यह विदेशी कौन है? क्या ओहियो में अमेरिकी खत्म हो गए हैं?''
एक अन्य यूजर लिखा, ''माथे पर एक डॉट (बिंदी) की तरह ओहियोवासी कुछ नहीं कह सकते।'' एक यूजर ने लिखा, ''इनके तो पर्मा-डॉट है।'' एक अन्य ने टिप्पणी की, ''उनके माथे पर यह डॉट क्या है?'' एक ने उनकी नियुक्ति पर सवाल उठाते हुए कहा, ''कोई अमेरिकी उपलब्ध नहीं था क्या?''
'वो एक अमेरिकी नागरिक हैं'
ट्रोल्स के जवाब में एजी योस्ट ने श्रीधरन की नियुक्ति का बचाव किया और उनकी कानूनी योग्यता की प्रशंसा की। उन्होंने एक्स पर पोस्ट में कहा, ''कुछ लोगों ने गलत दावा किया है कि मथुरा अमेरिकी नहीं हैं। वह अमेरिकी नागरिक हैं, उन्होंने एक अमेरिकी नागरिक से विवाह किया है और उनकी संतान भी अमेरिकी नागरिक है। अगर आपको उनका नाम या रंग-रूप परेशान करता है, तो समस्या उनमें या उनकी नियुक्ति में नहीं है।''
उन्होंने कहा, ''मथुरा बेहद प्रतिभावान हैं।'' उन्होंने पिछले वर्ष स्कोटस (अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट) में अपने मुकदमे जीते थे। जिन दोनों एसजी के अधीन उन्होंने काम किया (फ्लावर्स और गेसर), उन दोनों ने उनकी सिफारिश की थी। जब मैंने उन्हें नियुक्त किया तो मैंने उनसे कहा कि मुझे उनके साथ काम करने की जरूरत है। उन्हें पदोन्नत करके उत्साहित हूं। वह ओहियो की अच्छी सेवा करेंगी।''
इंजीनियरिंग करने के बाद की है कानून की पढ़ाई
मथुरा श्रीधरन वर्तमान में ओहियो के सॉलिसिटर जनरल कार्यालय में डिप्टी सालिसिटर जनरल के पद पर कार्यरत हैं। वह ओहियो के दसवें अमेंडमेंट सेंटर की प्रमुख भी हैं। ओहियो सॉलिसिटर कार्यालय में शामिल होने से पहले उन्होंने जज स्टीवन जे. मेनाशी (यूएस कोर्ट आफ अपील्स फार द सेकेंड सर्किट) और जज डेबोरा ए. बैट्स (यूएस डिस्टि्रक्ट कोर्ट, साउदर्न डिस्टि्रक्ट आफ न्यूयार्क) के लिए क्लर्क के रूप में कार्य किया था।
2018 में उन्होंने न्यूयार्क यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ लॉ से ज्यूरिस डाक्टर (जेडी) की उपाधि प्राप्त की। उन्होंने मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलाजी (एमआइटी) से इलेक्टि्रकल इंजीनियरिंग और कंप्यूटर साइंस में मास्टर डिग्री प्राप्त की है। इसके अलावा उन्होंने एमआइटी से इलेक्टि्रकल इंजीनियरिंग एंड कंप्यूटर साइंस और अर्थशास्त्र में दोहरी स्नातक डिग्री प्राप्त की है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।