डोनाल्ड ट्रंप को हश मनी मामले में ठहराया गया दोषी, क्या 20 जनवरी को राष्ट्रपति पद की ले सकेंगे शपथ?
पोर्न स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स से जुड़े हश मनी मामले में ट्रंप को बिना शर्त रिहाई की सजा सुनाई गई है। इसका मतलब है कि ट्रंप को किसी भी जुर्माने परिवीक्षा या जेल की सजा का सामना नहीं करना पड़ेगा।ट्रंप वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सुनवाई में शामिल हुए। ट्रंप ने मामले को राजनीतिक षड्यंत्र बताया। कोर्ट में सुनवाई के दौरान सुनवाई के दौरान ट्रंप ने कहा यह बहुत ही भयानक अनुभव रहा।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। Hush Money Case। अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Trump) के लिए राहत भरी खबर सामने आई है। पोर्न स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स से जुड़े हश मनी मामले में ट्रंप को 'बिना शर्त रिहाई' की सजा सुनाई गई है।
डोनाल्ड ट्रंप को सभी 34 मामलों में बिना किसी पेनाल्टी के सजा सुनाई है। बिना किसी पेनाल्टी के सजा का मतलब है कि होने वाले राष्ट्रपति को जेल की सजा, प्रोबेशन या और कोई जुर्माना देने से बचना होगा। डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के पहले ऐसे राष्ट्रपति होंगे जो किसी मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद भी राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे।
इसका मतलब है कि ट्रंप को किसी भी जुर्माने, परिवीक्षा या जेल की सजा का सामना नहीं करना पड़ेगा।ट्रंप वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सुनवाई में शामिल हुए। ट्रंप ने मामले को राजनीतिक षड्यंत्र बताया।
सुनवाई के दौरान ट्रंप ने क्या कहा?
कोर्ट में सुनवाई के दौरान सुनवाई के दौरान ट्रंप ने कहा, "यह बहुत ही भयानक अनुभव रहा। मुझे लगता है कि यह न्यूयॉर्क और न्यूयॉर्क की अदालत प्रणाली के लिए झटका है।"
ट्रंप ने राष्ट्रपति चुनावों में जीत का भी उल्लेख करते हुए कहा, "मतदाता इस मुकदमे को देख रहे थे, इसलिए वे समझ गए। ये मामला मुझे फिर से चुनाव जीतने से रोकने के लिए लाया गया। लेकिन मैंने लाखों वोटों से चुनाव जीता और सभी 7 स्विंग स्टेट्स में भी जीत हासिल की।"
कुछ दिनों पहले इस मामले पर सुनवाई कर रहे जज जुआन मर्चेन ने पहले ही कहा था कि वे ट्रंप को जेल भेजने की सजा नहीं सुनाएंगे, लेकिन बिना सजा सुनाए मामला खत्म भी नहीं करेंगे। बता दें कि 20 जनवरी को ट्रंप राष्ट्रपति पद की शपथ लेने वाले हैं।
क्या है मामला?
पोर्न स्टार स्टार्मी डेनियल्स को 2006 में रहे संबंधों पर चुप रहने के एवज में 1,30,000 डालर की धनराशि देने के लिए ट्रंप को दोषी माना गया है। ट्रंप ने यह धनराशि 2016 में राष्ट्रपति चुनाव से पहले दी थी। इस चुनाव में ट्रंप निर्वाचित हुए थे और अमेरिका के राष्ट्रपति बने थे।
ट्रायल कोर्ट के ताजा आदेश के बाद ट्रंप अब न्यायालय से दोषी के रूप में सजा पाए अमेरिका के पहले पूर्व राष्ट्रपति बन गए हैं और राष्ट्रपति पद पर आसीन होने वाले पहले व्यक्ति भी होंगे। वैसे न्यायाधीश मर्चन दोषी ठहराए जाने के बाद ट्रंप को चार वर्ष के कारावास की सजा दे सकते थे लेकिन कोर्ट ने निर्वाचित राष्ट्रपति को राहत दी।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।