NASA Moon Rocket: अपने नए रॉकेट को आज फिर लॉन्च करने की कोशिश करेगा नासा, पहला प्रयास हुआ था असफल
नासा के प्रशासक बिल नेल्सन ने अपने एक बयान में कहा कि वो दूसरे लॉन्च प्रयास के लेकर आश्वस्त हैं। क्योंकि इंजीनियरों ने पहली कोशिश विफल होने के बाद से बहुत कुछ सीखा है।इंजीनियरों ने दावा किया है कि रॉकेट के चारों इंजन पूरी क्षमता से काम कर रहे हैं।
केप कैनावेरल, एजेंसियां: पहले प्रयास में विफल होने के बाद NASA ने आज का दिन अपने नए चंद्रमा रॉकेट को लॉन्च करने के लिए तय किया है। पहले प्रयास में नासा को खराब इंजन सेंसर के कारण विफलता हाथ लगी थी।
अब तक का सबसे शक्तिशाली रॉकेट
यह रॉकेट नासा द्वारा निर्मित अबतक का सबसे शक्तिशाली रॉकेट है। यह करीब 322 फुट (98 मीटर) ऊंचा है और इसके ऊपरी हिस्से में क्रू कैप्सूल है। रॉकेट के ऊपर तीन परीक्षण डमी और क्रू कैप्सूल है जो चंद्रमा के चारों ओर उड़ान भरेगा और छह सप्ताह बाद वापसी करेंगे। करीब 50 साल पहले अपोलो मिशन के बाद नासा का ऐसा पहला प्रयास है। नासा दो साल में अगली नियोजित उड़ान पर अंतरिक्ष यात्रियों को भेजने से पहले अंतरिक्ष यान को हर मायने में परख लेना चाहता है।
दूसरे प्रयास को लेकर आश्वस्त
नासा के प्रशासक बिल नेल्सन ने अपने एक बयान में कहा कि वो दूसरे लॉन्च प्रयास के लेकर आश्वस्त हैं। क्योंकि इंजीनियरों ने पहली कोशिश विफल होने के बाद से बहुत कुछ सीखा है। स्पेस लॉन्च सिस्टम रॉकेट के इंजीनियरों ने गुरुवार शाम को दावा किया था कि रॉकेट के सभी चार मुख्य इंजन अपनी पूरी क्षमता के साथ काम कर रहे हैं। बस एक खराब तापमान सेंसर के कारण सोमवार को एक इंजन अपने सामान्य तापमान से अधिक गर्म रिपोर्ट किया गया। लिफ्टऑफ के वक्त इंजनों का तरल हाइड्रोजन ईंधन के शून्य से -420 डिग्री फारेनहाइट (माइनस-250 डिग्री सेल्सियस) से मेल खाना चाहिए। अगर ऐसा नहीं होता है तो वे क्षतिग्रस्त हो सकते हैं।
होगा एक और इंजन परीक्षण
बताया जा रहा है कि शनिवार की सुबह ईंधन भरने के बाद, लॉन्च टीम एक और इंजन परीक्षण करेगी। रॉकेट के प्रोग्राम मैनेजर हनीकट ने संवाददाताओं से कहा कि भले ही खराब सेंसर यह दर्शाता है कि एक इंजन बहुत गर्म है। ऐेसे में एक अन्य सेंसर पर भरोसा किया जा सकता है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सब कुछ सही ढंग से काम कर रहा है।
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