अब NASA में भी शुरू हुआ Layoff... 3900 कर्मचारियों की जाएगी नौकरी, बजट में कटौती के लिए अमेरिका का 'ट्रंप कार्ड'
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के चंद्रमा और मंगल मिशन पर ध्यान केंद्रित करने के बीच नासा को बजट में कटौती के कारण लगभग 3900 कर्मचारियों को नौकरी से निकालना पड़ा है। संघीय कर्मचारियों की संख्या में कटौती करने के ट्रंप के फैसले के कारण नासा में कर्मचारियों की कमी हो रही है।

एएफपी, वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप चंद्रमा और मंगल पर मानवयुक्त मिशन को प्राथमिकता दे रहे हैं, लेकिन इसी बीच अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा में कर्मचारियों की नौकरी पर संकट खड़ा हो गया है। नासा को अपने 3900 कर्मचारियों को नौकरी से निकालने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
इसकी वजह है डोनाल्ड ट्रंप का वो फैसला, जिसमें वह संघीय कर्मचारियों की संख्या में कटौती तक फेडरल सरकार का बजट नियंत्रण में रखना चाहते हैं। नासा ने एक ईमेल में बताया कि दूसरे दौर के रिजाइन प्रोग्राम में करीब 3000 कर्मचारियों ने हिस्सा लिया।
20 फीसदी कर्मचारियों की कमी
इसके पहले नासा में पहले दौर की ले-ऑफ प्रक्रिया हो चुकी है, जिसमें 870 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाए जाने का प्लान बनाया गया था। अब दूसरे दौर में 3000 अन्य कर्मचारियों को भी मेल भेजकर इसकी जानकारी दे दी गई है।
डोनाल्ड ट्रंप के पदभार ग्रहण करने से पहले नासा में कुल 18 हजार कर्मचारी काम करते थे, जो अब घटकर 14 हजार रह जाएंगे। इसका मतलब ये हुआ कि अमेरिकी स्पेस एजेंसी को 20 फीसदी कम स्टाफ के साथ काम करना पड़ेगा। एजेंसी ने बताया कि ले-ऑफ की जद में आने वाले लोगों को पहले प्रशासनिक अवकाश पर भेजा जाएगा।
नासा के पास इस वक्त अपना चीफ भी नहीं है। एजेंसी केवल कार्यवाहक प्रमुख के लिए संचालित हो रही है। पहले प्रशासन ने टेक अरबपति जेरेड इसाकमैन को नासा के चीफ के रूप में चुना था, लेकिन उनकी नजदीकी एलन मस्क से ज्यादा थी, इस कारण वह डोनाल्ड ट्रंप को पसंद नहीं आए और रेस से बाहर हो गए।

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