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NASA Dart Spacecraft: नासा ने हबल और वेब स्पेस टेलीस्कोप से खगोलीय घटना की अद्भुत तस्वीरें की कैद

जॉन्स हॉपकिन्स विश्वविद्यालय के ग्रह खगोलशास्त्री और मिशन लीडर एंडी रिवकिन ने अपने एक बयान में कहा कि यह एक अभूतपूर्व घटना का एक अभूतपूर्व दृश्य है। उन्होंने कहा कि ये सभी तस्वीरें वैज्ञानिकों को छोटे Asteroids के डिमोर्फोस के बारे में अधिक जानने में मदद करेंगी।

By AgencyEdited By: Amit SinghPublished: Fri, 30 Sep 2022 07:00 AM (IST)Updated: Fri, 30 Sep 2022 07:00 AM (IST)
NASA Dart Spacecraft: नासा ने हबल और वेब स्पेस टेलीस्कोप से खगोलीय घटना की अद्भुत तस्वीरें की कैद
नासा की टेलीस्कोप ने कैद की अद्भुत तस्वीरें

केप कनवेरल, एपी: पूरे विश्व के पास इस हफ्ते हुई Asteroid की टक्कर की शानदार तस्वीरें है। ग्रह की रक्षा के लिए अपने आप में यह पहला परीक्षण है। नासा ने गुरुवार को हबल और वेब स्पेस टेलीस्कोप द्वारा ली गई नाटकीय घटना की तस्वीरें जारी की हैं।

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पूरे विश्व ने देखा ऐतिहासिक पल

विश्व के सभी सात महाद्वीपों पर स्थित दूरबीनों ने भी यह भी ऐतिहासिक पल देखा। जब नासा का डार्ट अंतरिक्ष यान ने स्पेस में एक अंतरिक्ष चट्टान से टकराया। अंतरिक्ष यान पृथ्वी से करीब 110 लाख किलोमीटर दूर है। अंतरिक्ष यान की कक्षा में बदलाव की उम्मीद की जा रही है। वैज्ञानिक को इस संबंध में जानकारी नवंबर तक प्राप्त होगी। अंतरिक्ष यान और Asteroid के बीच हुए डेमो के परिणाम हमारे रास्ते में आने वाले Asteroid का सामना करने में वैज्ञानिकों की मदद करेंगे।

जानकारों ने बताई अभूतपूर्व घटना

जॉन्स हॉपकिन्स विश्वविद्यालय के ग्रह खगोलशास्त्री और मिशन लीडर एंडी रिवकिन ने अपने एक बयान में कहा कि, यह एक अभूतपूर्व घटना का एक अभूतपूर्व दृश्य है। उन्होंने कहा कि ये सभी तस्वीरें वैज्ञानिकों को छोटे Asteroids के डिमोर्फोस के बारे में अधिक जानने में मदद करेंगी। उन्होंने बताया कि टक्कर के बाद के प्रभाव में चट्टान के छोटे कण और धूल अंतरिक्ष में फैल गए। नवीनतम तस्वीरों में एक तेज प्रकाश को देखा जा सकता है।

अगले कई हफ्तों तक दूरबीन रखेगी नजर 

हबल और वेब दूरबीन अगले कई हफ्तों में डिमोर्फोस और उसके बड़े साथी डिडिमोस को देखते रहेंगे। पिछले साल 325 मिलियन डॉलर की लागत वाले डार्ट मिशन को लॉन्च किया गया था। अंतरिक्ष यान का निर्माण और प्रबंधन लॉरेल, मैरीलैंड में जॉन्स हॉपकिन्स की एप्लाइड फिजिक्स प्रयोगशाला द्वारा किया गया है।                                                                         


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