जानिए कौन थी US के चर्चित बिल क्लिंटन- मोनिका लेविंस्की स्कैंडल को उजागर करने वाली महिला, जानें पूरी कहानी
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन और ह्वाइट हाउस की इंटर्न मोनिका लेविंस्की के स्कैंडल को उजागर करने वाली अमेरिकी महिला लिंडा ट्रिप का बुधवार को निधन हो गया।
वाशिंगटन, एजेंसियां। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन और ह्वाइट हाउस की इंटर्न मोनिका लेविंस्की के स्कैंडल को उजागर करने वाली अमेरिकी महिला लिंडा ट्रिप का बुधवार को निधन हो गया। वह 70 साल की थीं और पैंक्रिएटिक कैंसर से जूझ रही थीं। ट्रिप ने क्लिंटन और लेविंस्की की फोन पर बातचीत को चुपके से रिकॉर्ड कर लिया था। इसी फोन टेप के आधार पर वर्ष 1998 में क्लिंटन को महाभियोग का सामना करना पड़ा था। बाद में हालांकि वह महाभियोग से बरी हो गए थे।
ह्वाइट हाउस के परामर्श दफ्तर में सचिव के तौर पर काम करती थीं लिंडा ट्रिप
क्लिंटन के कार्यकाल के प्रारंभिक वर्षों में ट्रिप ह्वाइट हाउस के परामर्श दफ्तर में सचिव के तौर पर काम करती थीं। बाद में उनका तबादला रक्षा विभाग पेंटागन में कर दिया गया था। ट्रिप की 24 साल छोटी लेविंस्की से करीबी दोस्ती थी। लेविंस्की ने ट्रिप को क्लिंटन के साथ अपने संबंधों के बारे में बताया था। इसके बाद ट्रिप ने गोपनीय तरीके से क्लिंटन और लेविंस्की की फोन पर बातचीत को रिकॉर्ड करना शुरू कर दिया था। उन्होंने ये टेप स्वतंत्र वकील केनेथ स्टार को सौंप दिए थे। केनेथ उस समय क्लिंटन के गलत कामों की जांच कर रहे थे।
इन्हीं टेप के आधार पर केनेथ को क्लिंटन-लेविंस्की मामले की जांच करने की इजाजत भी मिल गई थी। लेकिन जब 1998 में मोनिका ने पाउला जोन्स केस में यह शपथपत्र दाखिल किया कि उसका क्लिंटन के साथ कोई संबंध नहीं है तो लिंडा ने वह रिकॉर्डिंग पाउला मामले की जांच कर रहे अधिकारी किनिथ स्टार को सौंप दी।
जब क्लिंटन को अदालत के सामने पेश किया गया तो उन्होंने ज्यूरी के सामने अपना पक्ष रखते हुए इस बात को सिरे से नकार दिया कि उन दोनों (क्लिंटन-लेविंस्की) के बीच 'यौन संबंध' थे। इस मुद्दे को अमेरिकी मीडिया समेत पूरी दुनिया में काफी गर्म जोशी के साथ उछाला गया और इसे कई नाम भी दिए गए। जैसे मोनिकागेट, लेविंस्कीगेट आदि।
ये वो दौर था जब इससे पहले बिल क्लिंटन 1994 में पाउला द्वारा यौन उत्पीड़न के आरोपों का सामना कर रहे थे। ऐसे में मोनिका की रिकार्डिंग ने मामले को सनसनीखेज बना दिया। लिंडा ने लेविंस्की के साथ बातचीत की रिकॉर्डिंग जांच अधिकारी को सौंप दी थी। रिकार्डिंग सार्वजनिक होने के बाद लेविंस्की ने भी एक बयान जारी कर बिल क्लिंटन के साथ संबंधों पर चुप्पी खोल दी। लेविंस्की ने कहा था कि ये जानते हुए कि क्लिंटन शादीशुदा हैं, बावजूद दोनों एक दूसरे से प्यार करने लगे थे।
मोनिका लेविंस्की- बिल क्लिंटन की पूरी कहानी
1995 में लेविस एंड क्लार्क कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद मोनिका को एक पारिवारिक दोस्त की बदौलत व्हाइट हाउस में एक प्रशिक्षु के तौर पर काम करने का मौका मिल गया। उस वक्त मोनिका की उम्र महज 22 वर्ष थी। जब मोनिका प्रशिक्षण खत्म हो गया तो उन्हें बतौर पेड इंटर्न नियुक्ति कर दी गई। जिस वक्त मोनिका ने व्हाइट हाउस में कदम रखा था उस वक्त बिल क्लिंटन सत्ता में थे। वह उनका पहला कार्यकाल था। इसी दौरान मोनिका लेविंस्की का बिल क्लिंटन से आमना-सामना हुआ।
बिल क्लिंटन के व्यक्तित्व से थीं प्रभावित
कुछ समय बाद मोनिका को व्हाइट हाउस की विधायी कार्यों के कार्यालय में बतौर कर्मचारी नियुक्त कर दिया गया। इसी दौरान वह पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन के संपर्क में आई और उनके व्यक्तित्व से प्रभावित हो गई। मोनिका बल क्लिंटन के प्रभावशाली व्यक्तित्व पर इस कदर मोहित हुईं कि वो काफी देर देर तक क्लिंटन को निहारा करती थी। मोनिका चुलबुली थीं और अक्सर क्लिंटन के सामने हड़बड़ाया करती थी। मोनिका की यही अदा क्लिंटन को भा जाती थी। बकौल मोनिका क्लिंटन मेरी छोटी- छोटी गलतियों को गंभीरता से लेते और उनका लुत्फ उठाते।
मोनिका लेविंस्की का कहना है कि वो जानती थी कि ह्वाइट हाउस में राष्ट्रपति के लिए उसके मन में जागा आकर्षण हालांकि गलत था लेकिन वो इसे रोक नहीं पा रही थीं। इन दोनों का प्यार कई साल तक परवान चढ़ा और इस बीच दोनों के बीच शारीरिक संबंध भी बने, लेकिन इस बात को किसी को खबर तक नहीं लगी।
हिलेरी क्लिंटन ने किया पति का बचाव
बिल क्लिंटन और मोनिका लेविंस्की का अफेयर पूरी दुनिया में काफी चर्चा में रहा था। तरह-तरह के सवाल बिल क्लिंटन के चरित्र पर उठाए गए थे, लेकिन अमेरिका की पूर्व विदेश मंत्री, डोनाल्ड ट्रंप के मुकाबले राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार और बिल क्लिंटन की पत्नी हिलेरी क्लिंटन इसके बावजूद पति का बचाव किया था। सीबीएस न्यूज को दिए एक इंटरव्यू में हिलेरी से इससे संबंधित सवाल पूछा गया था। इस पर हिलेरी पति के बचाव में नजर आईं। हिलेरी ने कहा कि मोनिका के साथ बिल क्लिंटन का अफेयर करना सत्ता का गलत इस्तेमाल नहीं है, इसलिए इस्तीफा न देने का फैसला सही था। उन्होंने कहा था कि मोनिका वयस्क थी। सभी अपनी जिंदगी में किए गए निर्णयों के लिए जिम्मेदार होते हैं। हालांकि उन्होंने बिल क्लिंटन के अफेयर को लेकर कोई राय नहीं रखी।
फॉक्स चैनल के एजेंडे पर रहींं मोनिका
रुपर्ट मर्डोक ने जब न्यूज चैनल फॉक्स के सीईओ के तौर पर रोजर आइल्स का चुनाव किया, उसके दो साल बाद बिल क्लिंटन और मोनिका के बीच के रिश्ते सार्वजनिक हुए। रोजर 24 घंटे केवल उनकी खबरें दिखाकर सुर्खियों में रहता था। रोजर के इस कृत्य से मोनिका की जिंदगी एक तरफ तबाह हो रही थी, वहीं दूसरी तरफ फॉक्स के दर्शकों की संख्या में काफी इजाफा हुआ था। उनके प्रकरण से फॉक्स चैनल अमेरिका में 15 साल तक राज करता रहा और विज्ञापन के जरिए करीब 2.3 बिलियन डॉलर की कमाई भी की।
लेविंस्की प्रकरण से 'फॉक्स' का मिला फायदा
मीडिया जगत के लोगों का कहना है कि क्लिंटन-लेविंस्की प्रकरण से पहली बार फॉक्स चैनल के बारे में लोगों की रुचि बढ़ी। रोजर के समय चैनल के ही एग्जक्यूटीव डॉयरेक्टर जेम्स मूडी ने बताया कि पहली बार न्यूज मैप पर फॉक्स स्थापित हुआ। मोनिका लेविंस्की उनके चैनल के लिए किसी सपने की तरह थीं जो अब हकीकत में बदल रही थी। लेकिन लेविंस्की का सपना उनके लिए किसी भयावह अनुभव से कम नहीं था। मोनिका लेविंस्की ने कहा कि उसके चरित्र, उसकी जिंदगी और अदा को निर्ममता से रौंद दिया गया। फॉक्स न्यूज ने लोकप्रियता हासिल करने के लिए कुछ सच्चाई और कल्पना को गूंथकर देश और दुनिया के सामने पेश किया।
रोजर ने मेरी जिंदगी तबाह कर दी
फाक्स न्यूज से निकाले जाने के बाद रोजर आइल्स का 10 महीने बाद निधन हो गया। इस पर मोनिका लेविंस्की ने कहा था कि वो मेरे लिए डरावना बना रहा। उसका जिक्र जब बार बार होता है तो उन्हें घबराहट होती है। लेविंस्की ने कहा कि जब रोजर ने फॉक्स न्यूज की कमान संभाली उसके बाद ही प्रेसिडेंट क्लिंटन और उनके बीच के रिश्ते जगजाहिर हुए। रोजर एक ऐसा शख्स, जिसने उसकी जिंदगी तबाह कर दी। उसने हर पल को दुखदायी बना दिया। अपने चैनल को शोहरत दिलाने के लिए जिस अंदाज में वो कहानी बयां करता था उसको याद कर सिहरन सी पैदा होती है।
साइबर बुलिंग के कारण मोनिका करना चाहती थीं आत्महत्या
करीब पांच साल पहले मोनिका लेविंस्की ने एक कार्यक्रम में खुलासा किया था कि वे साइबर बुलिंग [इंटरनेट पर छवि खराब करना] के कारण आत्महत्या करना चाहती थीं। उन्होंने अपने आप को साइबर बुलिंग के शुरुआती भुक्तभोगियों में से एक बताया। मोनिका ने मजाकिया लहजे में कहा था कि वे 45 की होते हुए भी दोबारा 22 की नहीं होना चाहतीं। 22 साल की उम्र में मुझे अपने बॉस से प्यार हुआ और 24 साल की उम्र में मुझे उसके भयानक परिणाम झेलने पड़े '
इंटरनेट ने बढ़ाया अपमानजनक अनुभव
मोनिका ने कहा था कि वर्ष 1998 में प्रेम प्रसंग के बाद मैं राजनीति, कानून और मीडिया के भूचाल में ऐसे फंस गई, जैसा मैंने पहले कभी नहीं देखा था। मैं अचानक से पूरी दुनिया में सार्वजनिक रूप से अपमानित की जाने वाली शख्सियत बन गई थी। मैंने अपनी प्रतिष्ठा और आत्मसम्मान खो दिया। इंटरनेट ने मेरे अपमानजनक अनुभव को बढ़ा दिया, जिसके बाद मैंने आत्महत्या करने के बारे में भी सोचा। लेविंस्की ने कहा था कि इंटरनेट ने एक ऐसी संस्कृति पैदा की है, जिसमें लोग ऑनलाइन दूसरों को अपमानित होते देखकर मजा लेते हैं।