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आखिर कौन है एलन मस्‍क? जानिए कैसे बने दुनिया के सबसे धनी शख्‍स और क्‍या है उनकी कामयाबी के राज

स्‍पेस एक्‍स के संस्‍थापक और टेस्‍ला के प्रमुख मस्क को टाइम मैगजीन ने पर्सन आफ द ईयर घोषित किया है। ऐसे में आपके मन में यह जिज्ञासा जरूर होगी क‍ि आखि एलन मस्‍क कौन है ? आज हम आपको एलन मस्‍क के अनछुए पहलुओं के बारे में बताएंगे।

By Ramesh MishraEdited By: Published: Tue, 14 Dec 2021 12:46 PM (IST)Updated: Tue, 14 Dec 2021 02:39 PM (IST)
आखिर कौन है एलन मस्‍क? जानिए कैसे बने दुनिया के सबसे धनी शख्‍स और क्‍या है उनकी कामयाबी के राज
दुनिया के सबसे धनी एलन मस्‍क के बारे में जानें सब कुछ, जानिए क्‍या है उनकी सफलता का राज।

नई दिल्‍ली, जेएनएन। स्‍पेस एक्‍स के संस्‍थापक और टेस्‍ला के प्रमुख एलन मस्‍क एक बार फ‍िर सुर्खियों में हैं। मस्क को टाइम मैगजीन ने पर्सन आफ द ईयर घोषित किया है। टाइम का पर्सन आफ द ईयर खिताब दुनियाभर में गौरव की बात है। यह खिताब किसी व्यक्ति या संस्थान के प्रभावशाली होने का परिचायक है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पिछले साल अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस को संयुक्त रूप से पर्सन आफ ईयर चुना गया था। फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग और अमेजन के संस्थापक जेफ बेजोस पूर्व में पर्सन आफ द ईयर चुने जा चुके हैं। ऐसे में आपके मन में यह जिज्ञासा जरूर होगी क‍ि आखिर एलन मस्‍क कौन है ? दुनिया इनको किस रूप में जानती और पहचानती है ? आज हम आपको एलन मस्‍क के जीवन के अनछुए पहलुओं के बारे में बताएंगे।

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एलन मस्‍क को काम करने की लत

एलन मस्‍क को काम करने की लत है। टेस्‍ला माडल 3 को तैयार करते समय उन्‍होंने कहा था कि वह हफ्ते में 120 घंटे काम करते हैं। उन्‍होंने कहा था कि काम करने में वह थकते नहीं है, बल्कि उन्‍हें मजा आता है। अमेरिका में कोरोना महामारी के समय लाकडाउन के दौरान सैन फ्रांसिस्को स्थित उनकी कंपनी को बंद करना पड़ा था। उस वक्‍त उन्‍होंने अमेरिका में लाकडाउन के प्रतिबंधों का विरोध किया था। उन्‍होंने कहा कि जो लोग महामारी का हौवा बना रहे हैं, वह बेवकूफ हैं। उन्होंने घर में रहने के आदेशों को गैरजरूरी बताया। उन्‍होंने कहा कि कोविड लाकडाउन संवैधानिक अधिकारों के खिलाफ है।

आखिर कौन है मस्‍क

1- मस्क की पहचान एक अमेरिकी उद्यमी के तौर पर है। उनका जन्म दक्षिण अफ्रीका में हुआ था। मस्‍क की मां मूल रूप से कनाडा की हैं और पिता दक्षिण अफ्रीका के हैं। मस्क को बचपन से ही किताबें पढ़ने का बहुत शौक था। मस्‍क की एक अंतरिक्ष अन्‍वेषण कंपनी भी हैं। भविष्‍य की कारें बनाने वाली कंपनी के साथ मस्‍क टेस्‍ला इलेक्ट्रिक कारों में लगने वाले पुर्जें और बैट्रियां भी बनाते हैं। मस्‍क सोलर एनर्जी सिस्‍टम बनाते हैं।

2- मस्क दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति बन गए हैं। कुल संप‍त्ति के मामले में वह पहले पायदान पर पहुंच गए हैं। मस्‍क की कुल संपत्ति 185 बिलियन डालर यानी 1 खरब 85 अरब डालर पार कर गई है। मस्‍क ने अमेजन के संस्‍थापक जेफ बेजोस को पीछे छोड़कर यह जगह बनाई है। वर्ष 2017 में बेजोस इस स्‍थान पर थे। मस्‍क की इलेक्ट्रिक कार कंपनी टेस्‍ला ने एक नई ऊंचाई पकड़ी है। टेस्ला की मार्केट वैल्‍यू टोयोटा, फाक्सवैगन, हयुदै, जीएम और फोर्ड की कुल मार्केट वैल्यू से भी अधिक है। यह उम्‍मीद की जा रही है कि अमेरिका में डेमोक्रेट्स के आने से इलेक्ट्रिक कार कंपनी टेस्‍ला का व्‍यवसाय और बढ़ेगा। इसकी वजह यह है कि बाइडन ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान ग्रीन एजेंडे को बढ़ावा देने के लगातार वादे किए थे।

3- मस्‍क ने दस वर्ष की उम्र में कम्‍यूटर प्रोगामिंग सीखी थी। 12 वर्ष की उम्र में उन्‍होंने ब्‍लास्‍टर नामक एक वीडियो गेम तैयार किया था। इसको एक स्‍थानीय मैग्‍जीन ने पांच सौ अमेरिकी डालर में खरीदा था। यह मस्‍क की पहली व्‍यापारिक उपब्लिध थी। 27 वर्ष की उम्र में मस्क ने एक नई कंपनी बनाई, ज‍िसका नाम 'एक्स डाट काम थी। इस कंपनी का दावा था कि वह पैसा ट्रांसफर करने की व्यवस्था में क्रांति लाने वाली है। साल 2004 में एलन मस्क ने इलेक्ट्रिक कार कंपनी टेस्ला की बुनियाद रखी और उन्होंने कहा कि भविष्य में सब कुछ इलेक्ट्रिक होगा, स्पेस में जाने वाले राकेट भी और टेस्ला इस बदलाव को लाने में अहम भूमिका निभायेगी।

4- मस्‍क को अंतरिक्ष अन्‍वेषण का जुनुन चढ़ा। उन्‍होंने अंतरिक्ष अन्‍वेषण पर काम करना शुरू किया। इस कार्यक्रम का नाम स्‍पेस एक्‍स का नाम दिया गया। इसमें दावा किया गया है कि मनुष्‍य आने वाले वक्‍त में दूसरे ग्रहों पर भी रह सकेंगे। वर्ष 2004 में मस्क ने इलेक्ट्रिक कार कंपनी टेस्ला की बुनियाद रखी। इस उम्‍मीद के साथ कि भविष्य में सब कुछ इलेक्ट्रिक होगा।

5- मस्‍क कहते हैं कि वह मंगल ग्रह पर बने बेस बनाने में अपनी पूंजी का सबसे बड़ा हिस्‍सा लगाना चाहते हैं। उन्‍होंने कहा कि इसमें चकित करने वाली कोई बात नहीं कि इस मिशन को सफल बनाने में अपनी सारी पूंजी लगा दी। मंगल ग्रह पर मनुष्यों का एक बेस मस्क की दृष्टि में बहुत बड़ी सफलता होगी। मस्‍क का ऐसा मानना है कि इससे भविष्‍य बेहतर होगा। मस्‍क का कहना है कि मैं उम्‍मीद करता हूं कि भविष्‍य में चांद और मंगल ग्रह पर हमारा बेस हो और वहां के लिए लगातार फ्लाइट्स चलें।


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