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अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति बने बाइडन, भारतीय मूल की कमला हैरिस ने ली उपराष्ट्रपति पद की शपथ, जानें कैसा रहा समारोह

कड़े सुरक्षा प्रबंधों के बीच बुधवार को जो बाइडन ने अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली। बाइडन ने 127 वर्ष पुरानी बाइबल पर हाथ रखकर शपथ ली। 78 वर्षीय बाइडन अमेरिका के सबसे अधिक उम्र के राष्ट्रपति बनने वाले व्यक्ति हैं।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Wed, 20 Jan 2021 11:23 PM (IST)Updated: Thu, 21 Jan 2021 10:16 AM (IST)
अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति बने बाइडन, भारतीय मूल की कमला हैरिस ने ली उपराष्ट्रपति पद की शपथ, जानें कैसा रहा समारोह
कड़े सुरक्षा प्रबंधों के बीच बुधवार को जो बाइडन ने अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली।

वाशिंगटन, एजेंसियां। कड़े सुरक्षा प्रबंधों के बीच बुधवार को जो बाइडन अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति बन गए। देश के प्रधान न्यायाधीश जॉन राब‌र्ट्स ने उन्हें शपथ दिलाई। बाइडन ने अपने परिवार की 127 वर्ष पुरानी बाइबल पर हाथ रखकर शपथ ली। 78 वर्षीय बाइडन अमेरिका के सबसे अधिक उम्र के राष्ट्रपति हैं। बाइडन से पहले पहली अश्वेत उपराष्ट्रपति चुनी गई भारतीय मूल की 56 वर्षीय कमला हैरिस को सुप्रीम कोर्ट की न्यायाधीश सोनिया सोटोमायोर ने शपथ दिलाई। वह अमेरिका की 49वीं उपराष्ट्रपति और पहली महिला उपराष्ट्रपति हैं। 

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एतिहासिक रहा हैरिस का शपथ ग्रहण

हैरिस का शपथ ग्रहण इस लिहाज से ऐतिहासिक रहा कि उन्हें शपथ दिलाने वाली सोटोमायोर पहली लैटिन अमेरिकी न्यायाधीश हैं। सोटोमायोर का चयन हैरिस ने किया था। दोनों ने साथ में वकालत की है। खास बात यह है कि शपथ ग्रहण से पहले ही डोनाल्ड ट्रंप व्हाइट हाउस छोड़कर चले गए। उनकी अनुपस्थिति में उपराष्ट्रपति माइक पेंस ने सभी परंपराएं निभाई।

ये दिग्‍गज रहे मौजूद

शपथ ग्रहण समारोह में पूर्व राष्ट्रपति जार्ज डब्ल्यू बुश व उनकी पत्नी लारा बुश, बराक ओबामा व उनकी पत्नी मिशेल ओबामा, बिल क्लिंटन और उनकी पत्नी हिलेरी क्लिंटन, रिपब्लिकन नेता मैककार्थी, मैक्कोनल और निवर्तमान उपराष्ट्रपति माइक पेंस मौजूद रहे। ट्रंप समारोह में शरीक नहीं हुए और इस तरह वह 1869 में एंड्रू जानसन के बाद अमेरिका के ऐसे पहले राष्ट्रपति बन गए जो अपने उत्तराधिकारी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं हुए। 

पहले भी इसी बाइबल पर हाथ रखकर ली थी शपथ   

बाइडन ने जिस बाइबल पर हाथ रखकर शपथ ग्रहण की, उसी पर हाथ रखकर उन्होंने उपराष्ट्रपति के तौर पर और उससे पहले सात बार सीनेटर के तौर पर शपथ ग्रहण की थी। बाइडन सभी को साथ लेकर चलने की बात कहते रहे हैं। इसकी बानगी बुधवार सुबह तब दिखी जब उन्होंने दोनों रिपब्लिकन नेता मैककार्थी और मैक्कोनल सहित शीर्ष नेताओं को सुबह चर्च की प्रार्थना सभा में शामिल होने का आमंत्रण दिया।

लेडी गागा ने गाया राष्ट्रगान

कार्यक्रम में लेडी गागा ने अमेरिकी राष्ट्रगान का गायन किया। वहीं जाने-मानी अभिनेत्री व गायिका जेनिफर लोपेज ने भी प्रस्तुति दी। लेडी गागा के अलावा जेनिफर लोपेज (Jennifer Lopez) और आयरिश वायलिन वादक पैट्रिसिया ट्रिसी (Irish violinist Patricia Treacy) भी समारोह में शामिल हुईं।

हैरिस ने मां को याद किया

उपराष्ट्रपति पद की शपथ लेने से पहले कमला हैरिस ने ट्वीट कर अपनी मां को याद किया और उनकी तस्वीरों वाला एक वीडियो भी पोस्ट किया। कमला ने कहा, 'मेरी यहां मौजूदगी के पीछे जो एक महिला है : वह हैं मेरी मां श्यामलन गोपालन हैरिस जो हमेशा हमारे दिल में हैं। जब वह 19 साल की उम्र में भारत से यहां आई थीं तो उन्होंने शायद इस क्षण की कल्पना भी नहीं की होगी। लेकिन उन्होंने अमेरिका में गहराई से विश्वास किया, जहां इस तरह का क्षण संभव है।'

ओबामा बोले, यह आपका समय

पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने बुधवार को ट्वीट कर बाइडन को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने लिखा, 'मेरे मित्र राष्ट्रपति जो बाइडन को बधाई। यह आपका समय है।' ओबामा ने एक तस्वीर भी ट्वीट की जिसमें दोनों एक दूसरे की बांहों में बांहें डाले राष्ट्रपति कार्यालय से बाहर आ रहे हैं।

कोरोना के कारण फीका रहा समारोह

पूर्व की परंपराओं के विपरीत इस बार का शपथ ग्रहण समारोह कोरोना वायरस और ट्रंप समर्थकों की ओर से हिंसा की आशंका के कारण कुछ फीका रहा। पहले देशभर से लाखों लोग शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने पहुंचते थे, लेकिन इस बार वहां सीमित संख्या में ही लोगों को आने की अनुमति दी गई थी।

सुरक्षा के सख्त बंदोबस्त

शपथ ग्रहण समारोह की सुरक्षा में 25 हजार से ज्यादा नेशनल गा‌र्ड्स तैनात थे जिन्होंने समारोह स्थल को किले में तब्दील कर दिया था। शपथ ग्रहण के समय अमेरिकी संसद की ओर जाने वाली सड़कों पर सुरक्षाकर्मी गश्त लगा रहे थे। अमेरिकी संसद भवन के इर्दगिर्द के इलाके पेंसिलवेनिया एवेन्यू और व्हाइट हाउस के आसपास का बड़ा हिस्सा आम जनता के लिए पहले ही बंद कर दिया गया था। 

उपद्रवियों को रोकने के लिए लगाई गई थी बाड़

साथ ही इन स्थानों पर कोई अवांछनीय व्यक्ति प्रवेश नहीं कर सके इसलिए आठ फुट ऊंचे अवरोधक लगाए गए थे। पूरा शहर हाई अलर्ट रहा। मेजेस्टिक नेशनल मॉल जहां शपथ ग्रहण समारोह के दौरान हजारों लोग मौजूद रहते थे, उसे लगभग दो लाख झंडों से सजाया गया था। इसके 56 खंभों पर रोशनी की गई थी। ये खंभे अमेरिकी प्रांतों और काउंटी का प्रतिनिधित्व करते हैं। हालांकि यहां पर किसी को मौजूद रहने की अनुमति नहीं थी।


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