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    अमेरिका में बन गई भारत-पाकिस्तान की बात? जानिए जयशंकर ने पड़ोसी मुल्क के साथ व्यापार को लेकर क्या कहा

    Updated: Thu, 23 Jan 2025 11:09 AM (IST)

    विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को कहा कि भारत के साथ व्यापार फिर से शुरू करने पर पाकिस्तान के साथ कोई बातचीत नहीं हुई है। जयशंकर ने संवाददाता सम्मेल ...और पढ़ें

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    विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भारत-पाकिस्तान व्यापार के रिश्ते को लेकर प्रतिक्रिया दी है।(फोटो सोर्स: रॉयटर्स)

    पीटीआई, वॉशिंगटन। विदेश मंत्री एस जयशंकर इन दिनों अमेरिका के दौरे पर हैं। राष्ट्रपति पद की शपथ ग्रहण समारोह में जयशंकर ने भारत का प्रतिनिधित्व किया। वहीं, उन्होंने अमेरिकी विदेश सचिव मार्को रुबियो से द्विपक्षीय बातचीत भी की।

    'पिछले साल के बाद पाकिस्तान से कोई बातचीत नहीं हुई'

    विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को कहा कि भारत के साथ व्यापार फिर से शुरू करने पर पाकिस्तान के साथ कोई बातचीत नहीं हुई है। जयशंकर ने संवाददाता सम्मेलन में एक सवाल के जवाब में कहा, "पिछले साल के बाद पाकिस्तान के साथ व्यापार पर कोई बातचीत नहीं हुई है और न ही उनकी ओर से कोई पहल हुई है।"

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    उन्होंने कहा, भारत ने कभी भी पाकिस्तान के साथ व्यापार बंद नहीं किया और इस संबंध में निर्णय 2019 में पाकिस्तान सरकार द्वारा लिया गया था।

    पाकिस्तान ने भारत को MFN का दर्जा नहीं दिया: जयशंकर

    जयशंकर ने कहा, "शुरू से ही हमारी रुचि थी कि भारत को सबसे पसंदीदा राष्ट्र का दर्जा मिले। हम पाकिस्तान को मोस्ट फेवर्ड नेशन (MFN) का दर्जा देते थे। लेकिन उन्होंने हमें वही दर्जा नहीं दिया।"

    तत्कालीन इमरान खान की सरकार ने भारत द्वारा अपने संविधान के अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के प्रतिशोध में अगस्त 2019 में सभी द्विपक्षीय व्यापार को निलंबित कर दिया, जिसने तत्कालीन राज्य जम्मू और कश्मीर को विशेष दर्जा दिया था। इस्लामाबाद ने नई दिल्ली के साथ अपने राजनयिक संबंधों को भी कम कर दिया था।

    क्या होता है मोस्ट फेवर्ड नेशन?

    मोस्ट फेवर्ड नेशन (MFN) का मतलब है, सर्वाधिक पसंदीदा राष्ट्र। यह एक अंतरराष्ट्रीय व्यापार सिद्धांत है। इसके तहत, देशों को अपने सभी व्यापार भागीदारों के साथ समान व्यवहार करना चाहिए। यानी, किसी भी देश को किसी खास व्यापारिक भागीदार से आने वाली वस्तुओं या सेवाओं को विशेष दर्जा नहीं देना चाहिए। 

    बता दें कि MFN का दर्जा पाने वाले देश को व्यापार में ज्यादा प्राथमिकता दी जाती है। वहीं, एमएफएन का दर्जा पाने वाले देश को सभी तरह के व्यापार लाभ मिलते हैं।

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