'हमने बदला ले लिया', ईरान ने अमेरिकी सैन्य अड्डों पर दागीं 6 मिसाइलें; हमले से जुड़ी 10 बड़ी बातें
Iran Attacks US Air Base: ईरान ने कतर के अल उबेद अमेरिकी सैन्य एअरबेस पर मिसाइलें दागीं, जिसे उसने अमेरिका द्वारा अपने परमाणु ठिकानों पर किए गए हमलों का बदला बताया। ईरान ने दावा किया कि उसने नागरिक क्षेत्रों से दूर हमला किया। कतर ने इस हमले की निंदा की और बताया कि कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन उसकी संप्रभुता का उल्लंघन हुआ। यह हमला अमेरिका को ईरान की अखंडता के साथ समझौता न करने का संदेश था।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। 'हमने अमेरिका के हमले का बदला ले लिया है', कतर के अमेरिकी सैन्य एअरबेस को निशाना बनाने के बाद ईरान (Iran Attacks US Air Base) ने दुनिया को यह संदेश दिया। ईरान ने कतर के अल उबेद एअर बेस पर सोमवार रात 6 मिसाइलें दागीं। इस हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सिचुएशन रूम में हाई लेवल मीटिंग की अध्यक्षता कर रहे हैं।
इस हमले से जुड़ी 10 बड़ी बातें
- इस हमले के जरिए ईरान ने अमेरिका को संदेश दिया है कि किसी भी हालत में ईरान अपनी अखंडता, संप्रभुता और राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ समझौता नहीं करेगा।
- ईरान ने दावा किया कि अमेरिका ने जितनी मिसाइलें उसके परमाणु ठिकाने पर दागे थे। उतने ही मिसाइलें उसने भी अमेरिकी एअर बेस पर दागे।
- ईरान ने दावा किया कि हमने शहरी क्षेत्र से दूर मिसाइल हमले किए ताकि लोगों को नुकसान पहुंचे।
- अल उबेद एअर बेस, मिडिल ईस्ट में अमेरिका का सबसे बड़ा सैन्य अड्डा है।
- कतर ने कहा कि अमेरिकी सैन्य अड्डों पर हुए हमलों से कोई हताहत नहीं हुआ है।
- कतर के विदेश मंत्रालय ने इस हमले की निंदा की है। कतर सरकार ने कहा कि ईरान ने उसके संप्रभुता, हवाई क्षेत्र और अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन किया है।
- ईरान ने दावा किया कि यह हमले का उद्देश्य सिर्फ अमेरिकी सैन्य एअर बेस को निशाना बनाना था। कतर को ईरान से कोई खतरा नहीं है।
- रविवार सुबह अमेरिका ने ईरान के तीन परमाणु ठिकाने नतांज, इस्फहान और होर्डो को निशाना बनाया था।
- इस हमले के बाद ईरान ने अमेरिका को बुरे परिणाम भुगतने की चेतावनी दी थी।
- 12 जून की सुबह इजरायल ने 'ऑपरेशन राइजिंग लायन' नामक सैन्य कार्रवाई शुरू की। इजरायल ने ईरान के परमाणु ठिकानों पर ताबड़तोड़ हमले किए।
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