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    'हमने पूरी तरह बर्बाद कर दिए ईरान के परमाणु संयंत्र', ट्रंप ने पेंटागन की खुफिया रिपोर्ट खारिज की

    पेंटागन की खुफिया रिपोर्ट को खारिज करते हुए अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ने कहा है कि अमेरिकी हमले में ईरान के परमाणु संयंत्र पूरी तरह से बर्बाद हो गए हैं, इसे लेकर किसी संदेह की जरूरत नहीं है। ईरान दोबारा अपना परमाणु कार्यक्रम शुरू नहीं कर सकता है।

    By Agency News Edited By: Jeet Kumar Updated: Thu, 26 Jun 2025 05:56 AM (IST)
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    अमेरिकी हमले में ईरान के परमाणु संयंत्र पूरी तरह से बर्बाद हो गए हैं- ट्रंप (फोटो- रॉयटर)

    रॉयटर, हेग। पेंटागन की खुफिया रिपोर्ट को खारिज करते हुए अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ने कहा है कि अमेरिकी हमले में ईरान के परमाणु संयंत्र पूरी तरह से बर्बाद हो गए हैं, इसे लेकर किसी संदेह की जरूरत नहीं है। ईरान दोबारा अपना परमाणु कार्यक्रम शुरू नहीं कर सकता है।

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    इजरायल और ईरान का युद्ध फिर से छिड़ सकता है

    ईरान के परमाणु ठिकानों को दोबारा बनाने की स्थिति में ट्रंप ने उन्हें फिर से हमला कर नष्ट करने की संभावना से इनकार नहीं किया। कहा कि उस स्थिति में इजरायल और ईरान का युद्ध फिर से छिड़ सकता है। उन्होंने ये बातें हेग में पत्रकारों के प्रश्नों के उत्तर में कहीं।

     

    ट्रंप ने अब ईरान के साथ अमेरिका के बेहतर संबंधों की उम्मीद की

    जबकि ईरान के परमाणु ऊर्जा संगठन ने कहा है कि अमेरिकी हमलों में उसके परमाणु ठिकानों को बड़ा नुकसान हुआ है लेकिन वह अपना परमाणु कार्यक्रम जारी रखेगा। ट्रंप ने ईरान-इजरायल के 12 दिन से जारी युद्ध के मंगलवार को खत्म होने पर संतोष व्यक्त किया, यद्यपि इस दौरान अमेरिका ने भी ईरान के परमाणु ठिकानों पर हवाई हमला किया था।

    ट्रंप ने अब ईरान के साथ अमेरिका के बेहतर संबंधों की उम्मीद की है। इसका संकेत देते हुए उन्होंने मंगलवार रात ईरान के तेल कारोबार को प्रतिबंधों से ढील देने का एलान किया। ट्रंप ने अगले सप्ताह परमाणु मसले पर ईरान के साथ फिर से वार्ता शुरू होने की बात कही है।

    परमाणु हथियार बनाने के कार्यक्रम को झटका

    बुधवार को हेग में नाटो समिट में ट्रंप ने कहा, ईरान के परमाणु ठिकानों पर अमेरिका के बंकर बस्टर बमों से हमले में सभी की जीत हुई है। ट्रंप ने अमेरिकी रक्षा मंत्रालय (पेंटागन) के अंतर्गत कार्य करने वाली खुफिया एजेंसी की उस रिपोर्ट को भी खारिज कर दिया है जिसमें कहा गया है कि अमेरिका और इजरायल के हमलों से ईरान के परमाणु हथियार बनाने के कार्यक्रम को केवल कुछ महीनों के लिए झटका लगा है।

    इसके बाद वह फिर से पटरी पर आ जाएगा। लेकिन ट्रंप ने कहा, अमेरिका का हमला विनाशकारी था और उसने ईरानी परमाणु कार्यक्रम को बर्बाद कर दिया है। ट्रंप ने उम्मीद जताई कि ईरान अब परमाणु कार्यक्रम नहीं चलाएगा और वह कूटनीति के जरिये सभी विवादों का समाधान करेगा।

    ईरान को विकास के लिए परमाणु ऊर्जा की जरूरत नहीं- ट्रंप

    ट्रंप पहले भी कहते रहे हैं कि विशाल तेल भंडार वाले ईरान को विकास के लिए परमाणु ऊर्जा की जरूरत नहीं है। इस बीच रूस ने कहा है कि अमेरिकी बमबारी में ईरानी परमाणु संयंत्रों को कितना नुकसान हुआ है इसके बारे में अभी अंदाजा लगाना जल्दबाजी होगी।

    युद्धविराम से ईरान और इजरायल के लोगों को राहत

    बीते 12 दिनों से हवाई हमले झेल रहे ईरान और इजरायल के लोगों ने युद्धविराम के बाद बुधवार को राहत महसूस की। ईरान में बड़ी संख्या में लोगों ने सड़कों पर आकर इजरायल और अमेरिका विरोधी नारेबाजी की लेकिन इजरायल के लोगों ने करीब दो वर्ष से जारी युद्ध के अब बंद होने की इच्छा जताई। विदित हो इजरायल के नजदीक गाजा में अक्टूबर 2023 से लड़ाई जारी है।

    ईरान ने आइएईए से नाता तोड़ा


    अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आइएईए) के प्रमुख रफाएल ग्रोसी ने कहा, उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता ईरान में हमले के शिकार हुए परमाणु ठिकानों पर अंतरराष्ट्रीय निरीक्षकों को भेजने की है जिससे पता चले कि वास्तविक नुकसान कितना हुआ है और उससे क्या खतरे हैं।

    उल्लेखनीय है कि ईरान पहले ही कह चुका है कि उसने परमाणु ठिकानों पर हमले की आशंका से रेडियोएक्टिव तत्वों को सुरक्षित कर लिया था, इसलिए हमलों में उनका नुकसान नहीं हुआ है। इसीलिए अमेरिका और इजरायल के हमलों के बाद विकिरण नहीं फैला।

    लेकिन बुधवार को ईरानी संसद ने आइएईए के साथ ईरानी परमाणु ऊर्जा संगठन की सहयोग संधि को निलंबित करने का प्रस्ताव पारित कर दिया। इससे पहले ईरान ने अपने परमाणु कार्यक्रम को लेकर आइएईए पर भ्रामक प्रचार करने का आरोप लगाया था।

    ट्रंप ने फिर कहा, भारत-पाकिस्तान का संघर्ष रुकवाया


    हेग में भी अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने मई में हुए भारत-पाकिस्तान के संघर्ष को याद किया और उसे रुकवाने का श्रेय लेने की एक बार फिर कोशिश की। कहा, व्यापार समझौते के जरिये उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाले परमाणु युद्ध को रोका। ऐसा दोनों देशों के नेताओं से फोन पर वार्ता से संभव हुआ। जबकि भारत ने ट्रंप के ऐसे किसी प्रयास से इन्कार किया है।

    हमले में घायल ईरानी जनरल की मौत


    ईरान की इलीट फोर्स इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड का‌र्प्स के कमांड सेंटर के प्रमुख अली शादमानी का बुधवार को तेहरान में निधन हो गया। वह 17 जून इजरायल के हवाई हमले में घायल हो गए थे, उसके बाद उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां उनकी मौत हो गई। शादमानी ईरानी सेना के सबसे वरिष्ठ कमांडर थे।