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    2.4 अरब डालर की धोखाधड़ी में फंसे क्रिप्टो करेंसी कंपनी के भारतीय संस्थापक

    By Neel RajputEdited By:
    Updated: Sun, 27 Feb 2022 05:07 PM (IST)

    अदालती दस्तावेज के अनुसार गुजरात के हेमल निवासी सतीश कुंभानी (36) ने निवेशकों को बिटकनेक्ट के लेंडिंग प्रोग्राम के बारे में भ्रमित किया। न्याय विभाग ने बताया कि एक समय में बिटकनेक्ट का बाजार पूंजीकरण 3.4 अरब हो गया था।

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    मूल रूप से गुजरात निवासी सतीश कुंभानी पर अमेरिका में वैश्विक पोंजी स्कीम चलाने का है आरोप

    वाशिंगटन, प्रेट्र। अमेरिका के संघीय अभियोजकों ने बताया कि क्रिप्टो करेंसी इन्वेस्टमेंट प्लेटफार्म बिटकनेक्ट के एक भारतीय संस्थापक के खिलाफ 2.4 अरब डालर की वैश्विक पोंजी स्कीम चलाने की शिकायत की गई है।

    अदालती दस्तावेज के अनुसार, गुजरात के हेमल निवासी सतीश कुंभानी (36) ने निवेशकों को बिटकनेक्ट के 'लेंडिंग प्रोग्राम' के बारे में भ्रमित किया। न्याय विभाग ने बताया कि एक समय में बिटकनेक्ट का बाजार पूंजीकरण 3.4 अरब हो गया था। कैलिफोर्निया के दक्षिणी जिले के अटार्नी रैंडी ग्रासमैन ने शुक्रवार को कहा, 'मुकदमे में बड़े पैमाने पर क्रिप्टो करेंसी स्कीम के संचालन की बात कही गई है, जिसके जरिये निवेशकों से दो अरब डालर से ज्यादा की धोखाधड़ी की गई।'

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    कुंभानी पर फोन के जरिये धोखाधड़ी की साजिश, कीमतों में हेराफेरी, बिना लाइसेंस वाले मनी ट्रांसमिटिंग बिजनेस के संचालन व अंतरराष्ट्रीय मनी लांड्रिंग की साजिश रचने जैसे आरोप हैं। यदि सभी मामलों में दोषी ठहराया जाता है, तो उन्हें 70 साल तक की जेल हो सकती है। आरोप है कि कुंभानी व उनके सहयोगियों ने 'लेंडिंग प्रोग्राम' के तहत बिटकनेक्ट की कथित स्वामित्व वाली तकनीक इकाई 'बिटकनेक्ट ट्रेडिंग बाट' व 'वोलैटिलिटी साफ्टवेयर' को लाभ कमाने में सक्षम बताया। उन्होंने क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज मार्केट की अस्थिरता पर व्यापार करने के लिए निवेशकों के पैसे का उपयोग किया और उन्हें रिटर्न की गारंटी दी। इस प्रक्रिया में बिटकनेक्ट ने नए निवेशकों से प्राप्त धन का इस्तेमाल पुराने निवेशकों के भुगतान के लिए करते हुए पोंजी स्कीम का संचालन किया।

    सैन डिएगो में एक संघीय ग्रैंड जूरी द्वारा लौटाए गए अभियोग में आरोप लगाया गया है कि लगभग एक वर्ष तक संचालन के बाद कुंभानी ने 'लेंडिंग प्रोग्राम' को अचानक बंद कर दिया। इसके बाद उन्होंने अपने प्रमोटरों के नेटवर्क को बिटकनेक्ट की डिजिटल मुद्रा बिटकनेक्ट काइन (बीसीसी) की कीमत में हेरफेर करने और उसका प्रचार करने को कहा, ताकि इसके लिए वैध बाजार की मांग का झूठा स्वरूप तैयार किया जा सके। न्याय विभाग का आरोप है कि कुंभानी व उनके सहयोगियों ने बिटकनेक्ट के क्रिप्टो करेंसी वालेट और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आधारित विभिन्न क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंजों के समूह के माध्यम से निवेशकों के धन का विनिमय, गलत इस्तेमाल और मनी लांड्रिंग की। इस प्रकार कुंभानी ने अमेरिका के वित्तीय नियमों का उल्लंघन किया।