अमेरिका में भारतीय मूल के डॉक्टर को 168 महीने की सजा, अवैध दवाएं बांटने का लगा आरोप
भारतीय मूल के डॉक्टर नील के. आनंद को स्वास्थ्य सेवा धोखाधड़ी और अवैध दवा वितरण के षड्यंत्र में शामिल होने के लिए 168 महीने की जेल की सजा सुनाई गई है। उन्हें 20 लाख डॉलर से अधिक का मुआवजा भरने का भी आदेश दिया गया है। आनंद पर मेडिकेयर और अन्य स्वास्थ्य योजनाओं के तहत झूठे दावे पेश करने का आरोप है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय मूल के एक डॉक्टर को स्वास्थ्य सेवा धोखाधड़ी और दवाओं का अवैध तरीके से वितरण की साजिश रचने के लिए 168 महीने की जेल की सजा सुनाई गई है।
पेन्सिलवेनिया के बेन्सेलेम निवासी 48 वर्षीय नील के. आनंद को 20 लाख डॉलर से अधिक की क्षतिपूर्ति के भुगतान का भी आदेश दिया गया है। आनंद को इस साल अप्रैल में मेडिकेयर, अमेरिकी कार्मिक प्रबंधन कार्यालय (ओपीएम), इंडिपेंडेंस ब्लू क्ररस (आईबीसी) और एंथम द्वारा प्रदान की जाने वाली स्वास्थ्य योजनाओं के लिए चिकित्सकीय रूप से अनावश्यक दवाओं के 'गुडी बैग्स' के लिए झूठे और धोखाधड़ी वाले दावे प्रस्तुत करने की साजिश रचने का दोषी ठहराया गया था।
न्याय विभाग ने क्या कहा?
न्याय विभाग ने कहा कि ये दवाएं आनंद के स्वामित्व वाली इन-हाउस फार्मेसियों द्वारा मरीजों को दी जाती थीं। मेडिकेयर, ओपीएम, आईबीसी और एंथम ने 24 लाख डालर से ज्यादा की प्रतिपूर्ति की।
लगा साजिश का आरोप
मरीजों को गैर जरूरी गुडी बैग्स लेने के लिए लुभाने के लिए आनंद ने बिना किसी वैध चिकित्सीय उद्देश्य के ऑक्सीकोडोन वितरित करने की भी साजिश रची। बिना लाइसेंस वाले मेडिकल इंटर्न ने आनंद द्वारा पूर्व-हस्ताक्षरित खाली प्रस्क्रिप्शन का इसके लिए उपयोग किया।
(न्यूज एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)
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