वाशिंगटन, एएनआइ। भारत और अमेरिका एक-दूसरे को विश्वसनीय साझेदार के रूप में देख रहे हैं। इसकी झलक क्रिटिकल एंड इमर्जिंग टेक्नालाजी (आइसीईटी) को लेकर हुई बैठक के दौरान देखने को मिली। यह बात अमेरिका में भारत के राजदूत तरनजीत सिंह संधू ने कही। संधू ने कहा कि आइसीईटी एक ऐतिहासिक कदम है। यह दोनों देशों को तकनीक के क्षेत्र में आगे बढ़ने का मौका प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 2014 में अमेरिका दौरे के बाद दोनों देशों के संबंध और प्रगाढ़ हुए हैं।
जो बाइडन के राष्ट्रपति पद ग्रहण करने के बाद दोनों देशों के बीच आपसी संबंध और बातचीत का दायरा बढ़ा है। भारत और अमेरिका के रिश्ते में तकनीक और स्टार्टअप संस्कृति बेहद अहम है। आइसीईटी पर हुई बैठक के बाद यह सभी और पास आएंगे। यह खास मौका है, जब सरकारी विभागों के साथ ही शिक्षा और वैज्ञानिक क्षेत्र से जुड़े दोनों देशों देशों के लोग एक दूसरे के इतने करीब होंगे।
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