दो हफ्ते का समय... गोपनीय रखी पूरी जानकारी, ट्रंप ने कैसे लिया ईरान पर हमला करने का ऐतिहासिक फैसला?
पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के तीन परमाणु ठिकानों पर हवाई हमले का गोपनीय फैसला लिया, जिसे 'ऑपरेशन मिडनाइट हैमर' नाम दिया गया। न्यू जर्सी में गोल्फ क्लब में सहज दिखने के बावजूद, उन्होंने व्हाइट हाउस के सिचुएशन रूम से इन हमलों की निगरानी की। बी-2 स्टेल्थ बमवर्षक विमान फोर्डो, नतांज और इस्फहान को ध्वस्त करने के लिए तैयार थे।
जेएनएन, नई दिल्ली। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप शुक्रवार शाम को जब न्यू जर्सी में अपने गोल्फ क्लब में घूम रहे थे, तब बमवर्षक विमान हवा में उड़ने वाले थे। क्लब में मौजूद दर्शकों के समक्ष ट्रंप ने ईरान के तीन परमाणु ठिकानों पर हवाई हमलों को हरी झंडी दिखाने के अपने फैसले के बारे में किसी प्रकार की कोई चिंता नहीं दिखाई।
इसका अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा और राष्ट्रपति के रूप में उनकी खुद की प्रतिष्ठा - दोनों पर गहरा असर हो सकता था। 30,000 पाउंड वजन के बंकर बस्टर ले जाने वाले बी-2 स्टेल्थ बमवर्षक विमान मिसौरी में अपने बेस से आधी रात को उड़ान भरने की तैयारी कर रहे थे, जो फोर्डो, नतांज और इस्फहान के परमाणु ठिकानों को ध्वस्त करने के लिए थे।
ट्रंप ने अपने फैसले रखा गोपनीय
विमानों का एक और सेट पश्चिम की ओर बढ़ रहा था, जो कि जानबूझकर गुमराह करने का प्रयास था क्योंकि ट्रंप अपने इस बेहद महत्वपूर्ण फैसले को पूरी तरह से गोपनीय रखना चाह रहे थे। क्लब में उन्हें देखने वाले लोगों ने बताया कि जब ट्रंप ओपन-एआइ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सैम आल्टमैन को क्लबहाउस डाइनिंग रूम में नए सदस्यों के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में ले जा रहे थे, तो वे बिल्कुल सहज मूड में थे।
मगर 24 घंटे बाद ट्रंप व्हाइट हाउस के बेसमेंट वाले सिचुएशन रूम में थे। लाल रंग की टोपी पहने हुए जिस पर लिखा था 'मेक अमेरिका ग्रेट अगेन'। यहां से वह हमलों को देख रहे थे जिसका कोडनेम 'ऑपरेशन मिडनाइट हैमर' था।
हमले के दौरान ये लोग भी सिचुएशन रूम में रहे मौजूद
ट्रंप के अलावा विदेश मंत्री मार्को रुबियो और रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ भी सिचुएशन रूम में बैठे थे। बहरहाल, कुछ घंटे बाद उन्होंने व्हाइट हाउस क्रास हाल से देर रात कहा, "आज रात मैं दुनिया को बता सकता हूं कि यह (हमला) एक शानदार सैन्य सफलता थी। मध्य-पूर्व को धमकाने वाले ईरान को अब शांति स्थापित करनी चाहिए। यदि वे ऐसा नहीं करते हैं तो भविष्य के हमले कहीं अधिक बड़े और बहुत आसान होंगे।''
ईरान पर हमला करने का निर्णय लेने से पहले गुरुवार को ट्रंप ने अपने प्रेस सचिव को यह घोषणा करने का निर्देश दिया था कि वह वार्ता की मेज पर लौटने के लिए ईरान को दो सप्ताह का समय दे रहे हैं। उनसे करीबी सहयोगियों ने कहा कि यह स्पष्ट था कि हमले का निर्णय पहले ही हो चुका था। रविवार को उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने कहा कि ट्रंप ने 'अंतिम क्षण तक' हमलों को रद करने की क्षमता बरकरार रखी। लेकिन, आखिरकार उन्होंने आगे बढ़ने का फैसला किया।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।