ट्रंप की चेतावनी, हूती ने नया हमला किया तो ईरान को भुगतने होंगे परिणाम; अब तक 53 हूती विद्रोहियों का खात्म
अमेरिका ने शनिवार को हूती विद्रोहियों पर कार्रवाई की। इस हमले में 53 हूती विद्रोही मारे गए। जब अमेरिकी सेना हूती विद्रोहियों पर कार्रवाई कर रहे थी तो राष्ट्रपति ट्रंप इस घटना को लाइव देख रहे थे। व्हाइट हाउस ने आधिकारिक एक्स हैंडल पर इस घटना का जिक्र करते हुए कुछ तस्वीरें शेयर की है। ट्रंप ने कहा कि अमेरिकी जहाजों पर हूती हमलों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिका ने शनिवार को यमन में ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों (Houthis Rebels) के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई की। इस हमले में 53 हूती विद्रोही मारे गए। हूती के राजनीतिक ब्यूरो ने हमलों को "युद्ध अपराध" बताया। इसने एक बयान में कहा कि हमारे यमनी सशस्त्र बल बढ़ते तनाव का जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
यमन में ईरान समर्थित समूह हूती पर अमेरिकी सैन्य कार्रवाई जारी है। हमले में अबतक 53 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 98 अन्य घायल हुए हैं। डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को हाउती की गतिविधियों को ईरान से स्पष्ट रूप से जोड़ते हुए चेतावनी दी कि समूह द्वारा आगे किए गए हमलों के लिए तेहरान को परिणाम भुगतने होंगे।
ट्रंप ने अपने पोस्ट में कहा है कि ईरान उन्हें हथियार, पैसे और बेहद परिष्कृत सैन्य उपकरण के साथ ही खुफिया जानकारी दे रहा है। सोमवार को अमेरिकी हमलों में जाबिद में एक फैक्ट्री और अल-जौफ में एक इमारत को निशाना बनाया गया।
अमेरिकी रक्षा मंत्री ने कहा कि अमेरिका हूती पर तबतक हमला जारी रखेगा, जब तक वह जहाजों पर हमला बंद नहीं कर देते। वहीं, हाउती नेता अब्दुल मलिक अल हाउती ने कहा कि जब तक अमेरिका यमन पर हमले जारी रखेगा, तब तक उसके लड़ाके लाल सागर में अमेरिकी जहाजों को निशाना बनाते रहेंगे। उन्होंने कहा कि अगर वे कार्रवाई जारी रखते हैं, तो हम भी जवाबी हमले करते रहेंगे।
हूति के सैन्य प्रवक्ता ने सोमवार सुबह बिना कोई सुबूत दिए हुए दावा किया कि समूह ने लाल सागर में अमेरिकी विमानवाहक पोत यूएसएस हैरी एस. ट्रूमैन के खिलाफ दूसरा हमला किया है। एक अमेरिकी अधिकारी ने बताया कि अमेरिकी युद्धक विमानों ने रविवार को हाउती की ओर से भेजे गए 11 ड्रोन मार गिराए। इनमें से कोई भी ट्रूमैन के करीब नहीं पहुंचा। अमेरिकी सेना ने एक मिसाइल को भी ट्रैक किया, जो यमन के तट पर गिरी थी और उसे कोई खतरा नहीं माना गया।
हमले की लाइव टेलीकास्ट देख रहे थे ट्रंप
अमेरिका ने चेतावनी दी है कि यदि हूती विद्रोहियों के हमले बंद नहीं हुए तो ''नरक की ऐसी बारिश होगी जैसी पहले कभी नहीं देखी गई होगी। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हूती विद्रोहियों को समर्थन करने वाले ईरान को भी चेतावनी दी कि उसे अब विद्रोहियों को समर्थन देना बंद कर देना चाहिए।
गौरतलब है कि जब अमेरिकी सेना हूती विद्रोहियों पर कार्रवाई कर रहे थी तो राष्ट्रपति ट्रंप इस घटना को लाइव देख रहे थे। व्हाइट हाउस ने आधिकारिक एक्स हैंडल पर इस घटना का जिक्र करते हुए कुछ तस्वीरें शेयर की है। तस्वीरों में देखा जा सकता है कि ट्रंप खड़े होकर अधिकारियों के साथ घटना पर नजर बनाए हुए हैं।
President Trump is taking action against the Houthis to defend US shipping assets and deter terrorist threats.
— The White House (@WhiteHouse) March 15, 2025
For too long American economic & national threats have been under assault by the Houthis. Not under this presidency. pic.twitter.com/FLC0E8Xkly
अमेरिकी जहाजों पर हूती हमला बर्दाश्त नहीं: ट्रंप
हमले की जानकारी देते हुए राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा,"आज मैंने यमन में हूती आतंकियों के खिलाफ अमेरिका के सैन्य हमले को मंजूरी दे दी। हूतियों ने लाल सागर में अमेरिका और अन्य देशों के खिलाफ आतंक छेड़ा हुआ है। हमारे जहाजों और एयरक्राफ्ट पर ये लोग हमले कर रहे हैं। इनके प्रति बाइडन का रवैया कमजोर था, जिस वजह से हूतियों के इरादे बुलंद हुए।"
राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि उन्होंने कहा कि एक साल से अधिक समय से अमेरिका का कोई भी व्यावसायिक जहाज सुरक्षित तरीके से लाल सागर की सुएज नहर से होकर नहीं गुजरा है। अमेरिका का आखिरी युद्धपोत इस रूट से चार महीने पहले गुजरा था, जिस पर हूती विद्रोहियों ने दर्जनभर से ज्यादा हमले किए थे। ट्रंप ने कहा कि अमेरिकी जहाजों पर हूती हमलों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
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