Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    शिफ्ट चेंज न होती, तो 38 मिनट तक नहीं अटकी रहती 'Hawaii' के लोगों की सांसें!

    By Nancy BajpaiEdited By:
    Updated: Tue, 16 Jan 2018 07:34 AM (IST)

    अगर हवाई पर वास्तव में उत्तर कोरिया ने मिसाइल हमला किया, तो लोगों के पास जान बचाने के लिए केवल 12 मिनट होंगे।

    शिफ्ट चेंज न होती, तो 38 मिनट तक नहीं अटकी रहती 'Hawaii' के लोगों की सांसें!

    होनोलूलू (रॉयटर्स)। हवाई में मिसाइल हमले की गतल चेतावनी ने लोगों के बीच हड़कंप पैदा कर दिया। राज्य आपातकालीन प्रबंधन के प्रवक्ता ने रविवार को यह स्वीकार करते हुए कहा, 'नागरिक रक्षा चेतावनी ड्रिल के दौरान मानवीय चूक और पर्याप्त असफल-सुरक्षित उपायों की कमी ने मिसाइल चेतावनी के गलत संदेश से लोगों के बीच अपरा-तफरी और डर का माहौल पैदा कर दिया।'

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    अब झूठे अलार्म से ऐसे निपटेगा अमेरिका 



    शनिवार को झूठे मिसाइल हमले के आलार्म के बारे में बताते हुए प्रवक्ता रिचर्ड रैपोजा ने कहा कि जिन कर्मचारियों से गलती से मिसाइल चेतावनी का संदेश भेजा गया उनकी अस्थायी रूप में अन्य कार्यों में ड्यूटी लगा दी गई है। रैपोजा ने कहा कि इस गलती की आंतरिक जांच सप्ताह के अंत तक पूरी हो जाएगी और हवाई आपात प्रबंधन एजेंसी ने फेडरल कम्युनिकेशंस कमीशन द्वारा समीक्षा किए जाने का स्वागत किया है, जिसके पास वायरलेस यूएस अलर्ट सिस्टम पर अधिकार क्षेत्र है। रैपोजा ने यह भी कहा कि भविष्य के झूठे अलार्मों की संभावना को कम करने और गलती से भेजे गए चेतावनियों को कम करने के लिए नए उपाय किए जाने तक आपात चेतावनी प्रणाली का कोई और अभ्यास नहीं किया जाएगा।

    एफसीसी के अध्यक्ष अजीत पई ने रविवार को कहा कि इस घटना के बारे में जांच एजेंसी की ओर से उचित सुरक्षा उपायों या प्रक्रिया नियंत्रण की कमी देखने को मिली है। हालांकि रैपोजा ने यह साफ किया है कि हवाई इमरजेंसी मैनेजमैंट एजेंसी के अधिकारियों से कोई विवाद नहीं है।

    शिफ्ट बदलने के वक्त कर्मचारी से दबा गलत बटन

    रैपोजा ने बताया, 'यह गलती तब हुई जब ड्रिल के दौरान शिफ्ट बदलने के वक्त एक कर्मचारी ने गलती से कंप्यूटर मैन्यू में गलत बटन को चयन किया। ये बटन आंतरिक परीक्षण चेतावनी की बजाय मिसाइल हमले की चेतावनी का था। जिस कारण गलत संदेश लोगों के बीच फैल गया।' रैपोजा ने आगे बताया, 'कर्मचारी को लगा कि उसने सही बटन का चयन किया है, जब कंम्यूटर ने पूछा कि आगे बढ़ना है या नहीं तो उसने हां पर क्लिक कर दिया। राज्य के गवर्नर डेविड वाई एज ने भी कहा कि कर्मचारी द्वारा गलत बटन दबाने की वजह से मिसाइल हमले की चेतावनी का गलत संदेश लोगों के बीच वायरल हो गया।

    गलती संदेश...38 मिनट तक अटकी रहीं सांसें 

    उत्तर कोरिया के बैलिस्टिक परमाणु हथियारों के विकास पर बढ़ते हुए अंतरराष्ट्रीय तनावों के बीच जारी परिणामस्वरूप संदेश में कहा गया है: "BALLISTIC MISSILE THREAT INBOUND TO HAWAII. SEEK IMMEDIATE SHELTER. THIS IS NOT A DRILL." 'NOT MAKING ANY' EXCUSES'। बता दें कि शनिवार को हवाई के लोगों के मोबाइल फोन और टेलीविजन-रेडियो पर मिसाइल अटैक का अलर्ट मैसेज फ्लैश हुआ था। मिसाइल अटैक का पहला अलर्ट सुबह करीब 8:08 मिनट पर मिला था। और करीब 38 मिनट तक ह्यूमन ऐरर के चलते लोग दहशत में रहे, जिसके बाद इस पर आधिकारिक स्पष्टिकरण संदेश भेजा गया। यह एक गलनी ने पूरे राज्य में अफरा-तफरी और भ्रम की स्थिति पैदा कर दी। इस ह्यूमन ऐरर करीब 1.43 मिलियन लोगों की जान आफत में डाल दी।

    उत्तर कोरिया ने हमला किया, तो जान बजाने के लिए होंगे 12 मिनट 

    सिविल रक्षा अधिकारियों ने कहा है कि उत्तर कोरिया के द्वारा अगर वास्तव में मिसाइल हमला किया गया, तो हवाई के लोगों के पास सुरक्षित स्थान ढूंढने के लिए केवल 12 मिनट होंगे। गवर्नर डेविड वाई एज शनिवार की इस घटना पर गुस्सा और निराशा जताते हुए कहा कि कुछ सायरन झूठे अलार्म के बाद चलने लगे। इस तरह की गलती दोबारा न हो इसके लिए आपातकालीन प्रबंधन एजेंसी को सतर्क सिस्टम को सक्रिय करने की अब दो कर्मचारियों की आवश्यकता होगी- एक चेतावनी जारी करने के लिए और दूसरा इसकी पुष्टि करने के लिए।

    रैपोज ने शनिवार की स्थिति पर बात करते हुए कहा कि एजेंसी ने गलती की स्थिति में तत्काल झूठी अलार्म सूचना जारी करने का एक तरीका शामिल किया है। इस तरीके की कमी शनिवार को हुई घटना में देखने को मिली। हमारा ध्यान संदेश को जल्दी से प्राप्त करने पर था और अगर कोई गलती हो तो क्या होता है इस पर पर्याप्त ध्यान नहीं दिया गया। यह हमारे तरफ से प्लानिंग की विफलता थी। हम अपनी गलती के लिए कोई बहाने नहीं मारेंगे।

    रैपोजा ने बताया कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फ्लोरिडा की यात्रा के दौरान रविवार को हुए घटनाक्रम को लेकर हवाई राज्य के अधिकारियों ने अपनी गलती को स्वीकार करने के लिए श्रेय दिया और कहा 'मुझे यह पसंद है कि उन्होंने जिम्मेदारी ली।'

    ट्रंप-किम के बीच बढ़ती तनातनी

    गौरतलब है कि बीते कुछ वक्त से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरिया के तानाशह किम जोंग के बीच तनातनी बढ़ती जा रही है। दोनों नेता एक-दूसरे को परमाणु हमले की चेतावनी तक दे चुकी है। जहां किम जोंग के टेबल के नीचे परमाणु बटन होने के बयान पर ट्रंम ने जवाब में कहा था कि उनसे पास उनसे भी बड़ा परमाणु बटन है। इस बयानबाजी ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है।

    यह भी पढ़ें: अमेरिका में दबा मिसाइल हमले का अलार्म, याद आ गई किम जोंग की धमकी